देवभोग क्षेत्र का यात्री प्रतीक्षालय चढ़ा भ्रष्टाचार की भेंट,भ्रष्टाचार का गढ़ बना बिंद्रानवागढ़,यहां जनता की नहीं नेता और अधिकारियो की है मौज
देवभोग क्षेत्र का यात्री प्रतीक्षालय चढ़ा भ्रष्टाचार की भेंट,भ्रष्टाचार का गढ़ बना बिंद्रानवागढ़,यहां जनता की नहीं नेता और अधिकारियो की है मौज
✍️रिपोर्ट:- नागेश्वर मोरे जिला संवाददाता सर्वोच्च छत्तीसगढ़ न्यूज़ गरियाबंद
देवभोग:-देवभोग क्षेत्र में धूप और बारिश से बचाव के लिए मार्डन यात्री प्रतिक्षालय का निर्माण किया जा रहा है। लेकिन सामग्री का घटिया स्तर होने की वजह से निर्माण के दो चार महीनों में ही प्रतिक्षालय भ्रष्टाचार की भेंट चढ चूका है। आलम ये है कि पूरे ब्लॉक में बन रहे यात्री प्रतीक्षालय घटिया निर्माण कार्य को रोकने की कोई अधिकारी हिम्मत नहीं दिखा पा रहा है, दरअसल इस कार्य को करवाने के लिए ग्राम पंचायत को एजेंसी बनाया गया था,लेकिन ऊपरी स्तर की सेटिंग के कारण ये काम को कुछ जगह बाहरी ठेकेदार करवा रहा है, बताया जा रहा है कि ठेकेदार को राजनैतिक और प्रशासनिक संरक्षण मिला है। मामले में क्षेत्रीय विधायक भी मौन सहमति बनाए हुए हैं। विधायक के बिना सहमति के इतने बड़े भ्रष्टाचार को अंजाम देना नामुकीन हैं। घटिया निर्माण कार्य करवाने के लिए देवभोग पूरे जिले में भ्रष्टाचार का गढ़ के रुप में पहचान बन चूका है। ठेकेदार जनता के पैसों को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा कर विकास के झूठे दावे कर घोटाले पर घोटाले करते जा रहे है। क्षेत्र की जनता को बेवकूफ बनाकर जनता के पैसों का दुरुपयोग कर अपना हित साधने में यहां के ठेकेदार कोई कसर नहीं छोड़ रहे है। कमीशन के खेल में स्थानीय जनप्रतिनिधि व अधिकारी दर्शक बनकर इसमें साथ दे रहे हैं व जनता की शिकायत होने पर भी कोई उचित कार्रवाई करना नहीं चाह रहे हैं। भ्रष्टाचार में लिप्त कुछ जनप्रतिनिधियों द्वारा भ्रष्ट ठेकेदारों को बचाने की जुगत में लगे हैं। विधायक मद से बनने वाले यात्री प्रतीक्षालय लगभग 6 लाख रुपए की लागत लगी है,नाम नहीं लिखने के एवज में एक तकनीकी सहायक ने मूल्यांकन कर बताया कि निर्माण स्थल पर देखा जाए तो एक प्रतीक्षालय के पीछे लगभग डेढ़ से दो लाख खर्च हुए होंगे,तकनीकी सहायक के मूल्यांकन से अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि ब्लॉक में कमीशन का खेल कितने हद तक हावी हो चुका हैं। कमीशन के खेल में किस हद तक नेता और अधिकारी अपना जमीर बेच चुके हैं,जिससे लगातार क्षेत्र के विकास कार्य बाधित हो रहे है,सरकार विकास के लिए करोड़ों रुपए भेज तो देती हैं जमीनी स्तर पर कार्य भी होता किंतु भ्रष्ट लोगों के चलते कुछ ही दिनों में निर्माण कार्य की पोल खुल कर सामने आती हैं। कुछ ऐसा ही हाल देवभोग क्षेत्र में बने यात्री प्रतीक्षालय का भी हैं। प्रतिक्षालय बने कुछ ही माह हुए हैं किंतु भ्रष्टाचार रूपी दीमक क्षेत्र को खोखला करते जा रही हैं। क्षेत्र में भ्रष्टाचार की चरम सीमा पार कर चुके विकासखंड में निर्माण कार्य की हर नीव कमीशन के बुनियाद पर रखी जा रही हैं। जिसके चलते कार्यों की गुणवत्ता सही ढंग से नहीं हो पाता। प्रतीक्षालय निर्माण में भी जनप्रतिनिधियों के साथ साठ गांठ कर उक्त प्रतीक्षालयों को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया गया हैं। आलम यह है वह पूरे यात्री प्रतीक्षालय में कही छत से पानी टपकना, टाइल्स टूटना,बैठने के लिए बनाए गए कुर्सी टूटना, तो कहीं बनाए गए प्लेटफार्म में दरार पड़ना शुरू हो चुका हैं।अब देखने वाली बात यह होगी कि खबर प्रकाशन के बाद क्या अपना जमीर बेच चुके नेता और अधिकारी कार्यवाही के लिए कोई उचित कदम उठाएंगे।
जहां मांग था प्रतीक्षालय वहां न बनाकर,वाहनों का आवागमन नहीं होने वाले गांव में बन रहें है प्रतीक्षालय*:- नेशनल हाईवे 130 सी के पास मौजूद कदलीमुंडा जहां रोजाना 10 से 15 बसों आवागमन होता हैं,वहां यात्री प्रतीक्षालय न बनाकर जहां वाहनों का आवागमन बिल्कुल नहीं होता उसी गांव में पैसा हजम करने के लिए यात्री प्रतीक्षालय का निर्माण किया जा रहा हैं। लगता हैं सरकार द्वारा भेजे गए पैसों का अधिकारियों के मौज और मस्ती का एक साधन बन चुका हैं। जो ऐसे जगहों पर प्रतीक्षालय का निर्माण करवा रहे हैं, जहां दिन में एक भी यात्री वाहन नहीं गुजरती,और जहां रोजाना 10 से 15 यात्री वाहन गुजरते है वहां प्रतीक्षालय ना बनाकर अपना उल्लू सीधा करवा रहे है। देवभोग से बरही होकर झाखरपारा जाने वाले मार्ग में बस गुजरती है,लेकिन बरही में प्रतीक्षालय नहीं बनाया गया।
*यहां बन रहें है यात्री प्रतीक्षालय*:- देवभोग ब्लॉक में कुल 21 चिन्हांकित जगहों में प्रतीक्षालय का निर्माण किया जा रहा हैं। जिसमें देवभोग में 2, कैंटपदर में 2,झाखरपारा में 2, झाराबहाल,डोहल, सरदापुर,मुड़ागांव, गाड़ाघाट, कुंडईकला, करलाबंदली, दीवानमुड़ा,गिरसुल, बाड़ीगांव,मूरगुड़ा, सोनामूंदी,सरगीगुड़ा, घूमरगुड़ा,बरकानी में कुल 1 करोड़ 26 लाख की लागत से इन जगहों में बनाया जा रहा हैं।
*प्रतीक प्रधान,सीईओ जनपद पंचायत देवभोग*:- गुणवत्ता से संबंधित जानकारी आपके माध्यम से मिला है,मौके स्थल पर इंजीनियर को भेज मामले की जानकारी लेता हु,ऐसा कुछ पाया जाता हैं तो संबंधित कार्य एजेंसी को कारण बताओ नोटिस भेजा जाएगा।