सरकारी कार्य की आड़ में हो रहा पोकलेन मशीन से रेत का अवैध उत्खनन
✍️रिपोर्ट:- नागेश्वर मोरे जिला संवाददाता गरियाबंद
सरकारी कार्य के आड़ में हो रहा पोकलेन मशीन से रेत का अवैध उत्खनन
देवभोग:- 15 जून को रेत खनन में प्रतिबंध लगाने के बावजूद रेत का पूरा सेटअप करलागुडा में बिठाकर रेत का अवैध उत्खनन को अंजाम दिया जा रहा हैं, पोकलेन मशीन से रेत का खनन कर रेत का अवैध परिवहन हाइवा से करवाया जा रहा है, इसमें देवभोग एवं मैनपुर विकासखंड में निर्माण कार्य कर रहे ठेकेदारों के अलावा निजी निर्माण कार्य में लगे प्राइवेट फर्मो को भी रेत का बेधड़क सप्लाई किया जा रहा है,इस बरसाती सीजन व प्रशासनिक मैनेजमेंट का हवाला देकर सप्लायर रेत का 3 गुना कीमत वसूल रहा हैं,जून माह से पहले तक प्रति हाइवा रेत की कीमत 5 हजार थी,जिसे बढ़ाकर 15 हजार कर दिया गया हैं। बारिश होने वाले दिनों को छोड़ शेष दीनो में रोजाना 15 से 20 ट्रिप हाइवा रेत की सप्लाई हो रही है। हैरानी की बात तो यह रेत भरे हाइवा मेलोडी हार्न के साथ देवभोग के मुख्य चौराहा तहसील दफ्तर व थाने के मुख्य द्वार से गुजर रहा हैं। मीडिया की टीम जब करलागुड़ा घाट पहुंची तब पोकलेन के द्वारा ट्रैक्टर में रेत की लोडिंग होते देख जिसकी सूचना फोन दोपहर 1 बजे एसडीएम अर्पिता पाठक को दी गई,3 घंटे तक मीडिया की टीम वहां मौजूद रहीं लेकिन कार्यवाही के लिए कोई भी प्रशासनिक अमला मौके पर नहीं पहुंचा,प्रशासन की यह उदासीनता मिली भगत को पुष्टि करता दिख रहा हैं। घटना के तीन दिन बाद कर्रवाही नहीं होने की वजह जानने जब हमने एसडीएम अर्पिता पाठक से बात की तब उन्होंने कहा की रेत की सप्लाई वन धन केंद्र में हो रहे काम के लिए थी, जिसकी वजह से कार्यवाही नहीं हो सकी,अगली बार ऐसा कुछ अवैध उत्खनन की मामला दिखे तो सूचना दीजिए कार्यवाही जरूर करेंगे। लगता है प्रसाशनिक सुचना तंत्र विफल हो चुकी है जो मिडिया कर्मी के सुचना देने पर इन्हें पता चलता है कि कहीं अवैध कार्य को अंजाम दिया जा रहा है।
*फागूराम नागेश(खनिज अधिकारी जिला गरियाबंद):-* किसी भी खदान से 10 जून से रेत निकासी अवैध हैं, स्थानीय प्रशासनिक अमले को कार्यवाही का पूर्ण अधिकार हैं। किंतु कार्यवाही क्यों नहीं कर रहें है समझ से परे हैं, अगर मुझे आपकी सूचना अगली बार मिली तो मौके पर पहुंच जरूर कार्यवाही करूंगा, अवैध रायल्टी की अवैध वसूली की जांच की जाएगी।