भूपेश के ड्रीम प्रोजेक्ट गौठान को लगी बरकानी पंचायत की नजर, अब तक बदला नहीं भ्रष्टाचार का मंजर*
*भूपेश के ड्रीम प्रोजेक्ट गौठान को लगी बरकानी पंचायतकी नजर अब तक बदला नहीं भ्रष्टाचार का मंजर*
देवभोग : बरकानी गौठान मे पंचायत सरपंच,रोजगार सहायक द्वारा किए गए लाखों के भ्रष्टाचार के मामले का खुलासा किए 23 दिन बीत जाने के बावजूद नहीं बदला मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट गौठान का हाल। भ्रष्टाचार की खबर लगते ही जिम्मेदार गौठान स्थल पंहुचते है कुछ दिन में ठीक करने का आदेश देकर चले आते है।पंचायत अब क्या करता है एक ही आंधी से उड़े शेड को पुनः उठाकर लगा देता है। दीवार में आये दरार को रिपेयरिंग के नाम पे रेत सीमेंट को साथ मिलाकर दरार को छुपाने की मंशा से भर दिया जाता है ताकि दीवार की दरारें पता ना चले। मुल्यांकन के पहले ही गौठान के दीवारों को रिपेयरिंग की आवश्यकता पड़ रही जो कि जिम्मेदार और निर्माण ऐजेंसी के लिए शर्म की बात है। सीमेंट और रेत भरकर दीवार पे आये बड़े दरार को यदि छुपा भी ले तो कुछ ही महीनों में फिर से खुल जाना तय है जिसका जिम्मेदार सबंधित अधिकारी, इंजीनियर और निर्माण ऐजेंसी स्वयं होंगे।मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट में गुणवत्ताहीन कार्यों को करने वाले पंचायत प्रतिनिधि व भ्रष्टाचार के नीवं मे खड़ा हुआ कार्य का मूल्यांकन करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कांग्रेसी कार्यकर्ता कर सकते है बहुत जल्द संबंधित विभागों का घेराव होगी जांच और कार्रवाही का मांग। बरकानी गौठान निर्माण मे बेईमानी की नीव ऐसी रखी गई है कि दीवार के चारों तरफ का निचला हिस्सा फटा हुआ खुदा हुआ दिख जायेगा जो पहली बारिश झेल पाना मुश्किल नजर आ रहा है। पता नहीं कब जागेंगे जिम्मेदार अधिकारी और कब भूपेश बघेल के ड्रीम प्रोजेक्ट को लेंगे गंभीरता से कहीं शासन के महत्वाकांक्षी योजनाओं को हल्के में लेना भारी ना पड़ जाये इन कामचोर जिम्मेदारों को।