तीन दिवसीय मानस गान प्रतियोगिता का आयोजन ग्राम कनेरी मे. द्वितीय दिवस सरपंच संघ प्रदेश अध्यक्ष गोपाल धीवर हुए शामिल…
बालोद. गुरूर.. ग्राम कनेरी में ब्रेकर गणेश उत्सव समिति के तत्वाधान में त्रिदिवसीय मानसगान प्रतियोगिता का आयोजन 13, 14,व 15 जनवरी किया गया है 14 जनवरी 2023 को द्वितीय दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की आसंदी पर माननीय श्री गोपाल धीवर अध्यक्ष प्रदेश सरपंच संघ रायपुर , अध्यक्षता माननीय श्री लेखक चतुर्वेदी संयोजक प्रदेश सरपंच संघ रायपुर, अति विशिष्ट अतिथि माननीय श्री डिलन चंद्राकर जी जिलाध्यक्ष धमतरी ,माननीय डॉ नारायण साहू उपाध्यक्ष प्रदेश सरपंच संघ रायपुर ,माननीय केशव गंधर्व जी महासचिव प्रदेश सरपंच संघ रायपुर, माननीया श्रीमती दिनेश्वरी पन्नालाल सिन्हा उपाध्यक्ष प्रदेश सरपंच संघ रायपुर, विशिष्ट अतिथि माननीय श्री राजेश चंद्राकर सरपंच बगदेही संबलपुर, माननीय श्री डेमन साहू ब्लॉक अध्यक्ष सरपंच संघ गुंडरदेही, माननीय श्री लच्छूराम देशलहरे सरपंच ग्राम पंचायत दर्रा, माननीय श्री विजेंद्र धुर्वे सरपंच ग्राम पंचायत दरगहन, माननीया श्रीमती रेणुका इंद्रसेन गजेंद्र सरपंच ग्राम पंचायत भेजा मैदानी ,माननीया श्रीमती जया साहू सरपंच ग्राम पंचायत छेड़िया, माननीया श्रीमती निलेश्वरी साहू सरपंच ग्राम पंचायत बगदई ,माननीया श्रीमती मीरा यालेश साहू सरपंच ग्राम पंचायत कुलिया ,माननीया श्रीमती माधुरी ज्योति सरपंच ग्राम पंचायत पेवरो ,माननीया श्रीमती एनु कोठारी सरपंच ग्राम पंचायत सोनईडोंगरी उपस्थित थे|
इस अवसर पर अध्यक्ष प्रदेश सरपंच संघ रायपुर श्री गोपाल धीवर ने कहा रामायण से हमें धर्म की शिक्षा मिलती है श्री रामचंद्र जी मर्यादा पुरुषोत्तम थे||जीवन कैसे जीना है उनकेआदर्शों ,उनके बताए मार्ग पर चलने आह्वान किया |अध्यक्षता कर रहे श्री लेखक चतुर्वेदी ने कहा लंकेश रावण की मृत्यु के पश्चात मंदोदरी ने जब यह जानना चाहा उनके पति त्रिलोक विजेता रावण को किसने मारा| रणभूमि में जाकर देखना चाही, वह ऐसे कौन योद्धा है जिन्होंने मेरे पति का वध किया |जब वह रणभूमि में गए तो भगवान राम ने उन्हें देखकर माता कहकर प्रणाम किया| उन्होंने मृत्यु का कारण समझ लिया |मेरे पति तो पर स्त्री को हर लाए थे| लेकिन इनके मन में नारी का सम्मान है | नारियों का सम्मान होना चाहिए |जहां नारियों का सम्मान होता है वहां देवता का निवास होता है | माननीय श्री डीलन चंद्राकर जिला अध्यक्ष धमतरी ने कहा भगवान श्री रामचंद्र जी के आदर्श को जीवन में आत्मसात करे| उन्होंने कहा कि रामायण सभी को जीवन जीने की कला सिखाती है |अपने परिवार और समाज को उनके बताए मार्ग का अनुसरण करके आगे बढ़ाएं| श्री राजेश चंद्राकर जी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा भगवान श्री रामचंद्र जी छत्तीसगढ़ ननिहाल है यहां माता कौशल्या का धाम है माता शांति देवी एवं श्रृंगी ऋषि का भी जिक्र किया| इस अवसर पर श्रीमती दिनेश्वरी पन्नालाल सिन्हा उपाध्यक्ष प्रदेश सरपंच संघ ने कहा श्रीरामचरितमानस एक दर्पण है भगवान श्री रामचंद्र जी के चरित्रों का अनुकरण करें सभी मानव को अपने धर्म की रक्षा के लिए कार्य करना चाहिए जो जीव धर्म की रक्षा के लिए आगे बढ़ता है वह कभी अकेला नहीं रहता |धर्म हमेशा उनके साथ खड़ा रहता है और वही धर्म उनकी विजय करा देता है | उन्होंने मटके का उदाहरण देते हुए कहा कि मटका हमेशा उल्टा रहता है तो बादलो में से बरसने वाला पानी उसमें एक बूंद भी नहीं भर पाता। उसी तरह हम जब कथा का श्रवण करते हैं तो हमारे दोनों कान खुले रहने चाहिए | भगवान की कथा को अपने हृदय में धारण करें। हमें लेने आना चाहिए | कथा को श्रद्धा भाव से सुने। भगवान की कथा हमें जीवन में सुधारने का अवसर प्राप्त कराती है। उन्होंने समिति के सदस्यों का आभार व्यक्त किया ऐसे कार्यक्रम हम सब को धर्म से जोड़ने के लिए किया जा रहा है जो बहुत ही सराहनीय है। हमें धर्म के कार्यों में हमेशा आगे रहना चाहिए क्योंकि जब धर्म रहेगा तब हम रहेंगे।कार्यक्रम को प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ नारायण साहू,महासचिव सरपंच संघ श्री केशव गंधर्व, सरपंच ग्राम पंचायत दरगहन श्री विजेंद्र धुर्वे जी ,सरपंच ग्राम पंचायत दर्रा श्री लच्छू राम देशलहरे जी, सरपंच ग्राम पंचायत सोनईडोंगरी श्रीमती एनु कोठारी जी ने भी संबोधित किया |इस अवसर पर ग्राम कनेरी के साथ-साथ आसपास के ग्रामों से भी श्रोता गण उपस्थित थे।
बालोद गुरुर से ऋषभ पाण्डेय के साथ के.नागे की रिपोर्ट