20 अप्रैल को शंकराचार्य जयंती तथा 22 अप्रैल को भगवती राजराजेश्वरी का पाटोत्सव मनाया जाएगा।
रायपुर के बोरियाकला स्थित जगद्गुरु शंकराचार्य आश्रम व भगवती राजराजेश्वरी मंदिर में 20 अप्रैल को आदि शंकराचार्य भगवान का 2525 तम जयंती मनाई जायगी तथा 22 अप्रैल को भगवती राजराजेश्वरी का 13 वां पाटोत्सव मनाया जाएगा। उक्त जानकारी शंकराचार्य आश्रम रायपुर के प्रमुख तथा छत्तीसगढ़ प्रभारी पूज्य ब्रह्मचारी डॉ इंदुभवानंद ने दी। उन्होंने कहा कि 20 अप्रैल को भगवान आदि शंकराचार्य की जयंती के उपलक्ष्य पर पूजार्चना, महाआरती एवं हवन होंगे साथ ही प्रसाद वितरित किये जायेंगे। आगे ब्रह्मचारी डॉ इंदुभवानंद ने बताया कि वर्ष 2006 को रायपुर के शंकराचार्य आश्रम में विश्व का पहला स्फटिक मणि के भगवती के विग्रह का प्राण प्रतिष्ठा ज्योतिश एवं द्वारका शारदा पीठ के पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के कर कमलों द्वारा 22 अप्रैल 2006 को हुआ था तथा प्रत्येक वर्ष 22 अप्रैल को भगवती राजराजेश्वरी का स्थापना दिवस (पाटोत्सव) बड़े धूम धाम से मनाया जा रहा है। उस दिन विशेष पूजार्चना के साथ साथ महाआरती व हवन के पश्चात महा भंडारे का आयोजन किया गया है साथ ही भगवती की रथ यात्रा भी निकाली जाएगी। शंकराचार्य आश्रम के प्रवक्ता रिद्धीपद ने सभी भक्तों एवं श्रद्धालुओं को दोनों महत्त्वपूर्ण दिवस पर शंकराचार्य आश्रम रायपुर में उपस्थित होने हेतु आग्रह किया साथ ही पूजन , आरती व पुष्पांजलि अर्पित कर आशीर्वाद प्राप्त करने हेतु समस्त रायपुर एवं छत्तीसगढ़ वासियों से निवेदन किये हैं।