छत्तीसगढ़ की संस्कृति को सहेजने व दहेज प्रथा को दूर करने स्वयं सेवकों ने किया मंचन. राष्ट्रीय सेवा योजना के समापन समारोह हुआ संपन्न…
बालोद.. राष्ट्रीय सेवा योजना शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अरमरीकला के कार्यक्रम अधिकारी डीएम साहू कार्यक्रम अधिकारी ,शैलेन्द्र सिन्हा के मार्गदर्शन और नेतृत्व में सात दिवसीय विशेष शिविर ग्राम चिचबोड़ तहसील -गुंडरदेही में लगाया गया था। जिसके समापन समारोह के मुख्य अतिथि पुष्पेन्द्र चंद्राकर जिला पंचायत सदस्य थे अध्यक्षता तेजराम साहू जनपद सदस्य ने किया विशिष्ट अतिथि श्री राजकुमार साहू ,बलराम पटेल ,रोहित कुमार देवांगन , लालजी साहू ने किया
सर्वप्रथम कार्यक्रम की शुरुआत छत्तीसगढ़ की राजकीय गीत अरपा पैरी के धार गीत संगीत के साथ शुरुआत किया गया तत्पश्चात स्वयं सेवकों द्वारा छत्तीसगढ़ की संस्कृति और सभ्यता को सहेजने के प्रयास से छत्तीसगढ़ के पारंपरिक गीत करमा ,ददरिया, रीलो, पंथी, भरथरी राउत नाचा जैसे विभिन्न विधा पर वादन के साथ-साथ नृत्य भी किया बारहमासी गीत के साथ छत्तीसगढ़ के दर्शन कराया वी. के चंद्राकर ने बताया कि हास्य प्रसंग के माध्यम से समाज में फैले हुए समाजिक बुराई ऊच नीच छुआ छूत जैसे बुराई को प्रसंग के माध्यम से जनमानस को बताया कि किस तरह से दहेज प्रथा जो है समाज की जो बुराई है वह कैसा फैलता जा रहा है और इस फैले हुए बुराई में न जाने कितने बेटियों की जान चली गई है अतः इसे दूर करना हमें जरूरी है।। इस पर बहुत ही सुंदर मंचन हुआ शिविर नायक तीर्थ तनु ने शिविर के प्रतिवेदन प्रस्तुत किया , पूर्व कार्यक्रम अधिकारी आर. के साहू ने बताया की बच्चों की प्रस्तुति बहुत सुन्दर था अतिथियों ने इस शानदार प्रस्तुति की काफी सराहना भी की कार्यक्रम का मंच संचालन सक्रिय वरिष्ठ स्वयंसेवक युवा मंच संचालक टेकराम पटेल और प्रताप सिंह सार्वा ने किया आभार प्रदर्शन विद्यालय के व्याख्याता डी. के ठाकुर ने किया साथ ही विद्यालय परिवार से जी.आर साहू, पी आर साहू, वी. के चंद्राकर ,आर के साहू, चेतना साहू मैम ,कार्यक्रम क आनंद लिया सफल बनाने मे तारंकिता,टीकम , निखिल, गजेंद्र, दुष्यंत, खुशी, संध्या यादव, काजल दुर्गेश, वामन फलेशवरी, चांदनी, खुशबू, धनेशवरी,विद्या,शारदा, करुणा,फणीश,प्रीतम,दीपांशु,गजेंद्र,लोचन,नीतीश एवम समस्त स्वयंसेवको का भरपूर सहयोग रहा।
बालोद से के.नागे की रिपोर्ट