तय कीमत से अधिक में बेची जा रही है नवापारा में शराब@
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राज्य शासन द्वारा संचालित अंग्रेजी शराब दुकान में इन दिनों भारी अनियमितता का माहौल देखा जा रहा है ।एक और जहां सरकार ग्राहकों को सुविधा देने की बात करती है वही दूसरी ओर ग्राहकों के जेब पर डाका डाला जा रहा है ऐसा ही एक मामला रायपुर जिले के गोबरा नवापारा स्थित अंग्रेजी शराब दुकान में हो रहा है अंग्रेजी शराब दुकान में कार्यरत कर्मचारियों द्वारा सरकार द्वारा तय की गई मानक मूल्य एमआरपी से अधिक दर में सराब बेचने का मामला प्रकाश में आया है 2 दिन पहले ₹70 के गोवा ब्रांड को ₹80 में बेचा जा रहा था इसी प्रकार आफ्टर डार्क की क्वार्टर जो की 170 ₹ की है उसे180 में बेचा जा रहा है।जिसकी शिकायत मिलने पर नवप्रदेश की टीम ने पड़ताल की और मौके पर जाकर वास्तु स्तिति की जानकारी ली। पृथक से आपको बताना चाहेंगे कि अंग्रेजी शराब दुकान में जाने वाले ग्राहकों के साथ अंग्रेजी शराब दुकान में कार्यरत कर्मचारियों द्वारा बहुत ही बदतमीजी और अभद्रतापूर्ण व्यवहार किया जाता है कहा जाता है और ग्राहकों को कहा जाता है कि *लेना है तो लो नही तो भाड़ में जाओ तुम्हारे सराब लेने और न लेने से हमारा कुछ नही बिगड़ेगा*ऐसी स्तिति में खुद की इज्जत के कारण कई बार ग्राहक शराब दुकान जाने में हिचकते हैं व लोक लाज के भय से मिडिया को बताने में भी हिचकते है।राज्य सरकार द्वारा संचालित अंग्रेजी व देशी शराब दुकानों में आए दिन भारी अनियमितता का मामला सामने आता रहता ऐसा ही एक मामला 1 महीने पूर्व देसी सराब दुकान में घटित हुवी थी तय कीमत से जयदा में सराब बेच रहे एक कर्मचारी रवि निर्मलकर को आबकारी विभाग के टीम में रंगे हाथो पकड़ा था और माननीय कलेक्टर महोदय के पास प्रकरण की शिकायत भी की गई थी मगर मामले को ठन्डे बस्ते में डालकर पुनः उस कर्मचारि को काम पर रख लिया गया है। इसी प्रकार गोबरा नवापारा शराब दुकान में रविवार की रात्रि को दो लाख रु से अधिक की शराब गोदाम में रखी हुई थी अचानक अत्यधिक तेज आंधी तूफान आने के कारण पूरी की पूरी गोडाउन भरभरा कर धरासई हो गई जिससे सरकार को लाखों रुपए का घाटा हो गया है इस घाटे को ज्यादा बताने के लिए आबकारी अधिकारियों द्वारा लीपापोती किया जा रहा है ।
गुप्त सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार सराब दुकान के कर्मचारियों द्वारा आय दिन झोला भर भर कर सराब को अवैध रूप से ले जाया जाता है जिसकी भनक तक आबकारी अधिकरियों को नही होती है।और इसी के चलते आज गांव गांव में खुले आम कोचिये सक्रिय हो गए है इनकी साठ गांठ के चलते रोज हजारो रु की सराब कोचियो तक पहुच रही है।
@आहात की नही है सुविधा@- गोबरा नवापारा की शराब दुकान पूरे जिले में सबसे बड़ी व सबसे ज्यादा शराब बेचने वाली दुकानों की गिनती में आता है ।पिछले वित्तीय वर्ष में इस शराब दुकान द्वारा करोड़ रुपए की शराब बेची गई थी इतने बड़े शराब दुकान में मदिरा प्रेमियों के लिए ना तो ढंग का आहता का निर्माण किया गया है और जो चखना दुकान गरीबों द्वारा खोले गए थे उन्हें नियम कायदों के तहत बंद करवा दिया गया है इस प्रकार गरीब आदमियों के पास कमाने-खाने के साधन चखना दुकान को ही आबकारी अधिकारी द्वारा बंद करवा दिया गया है। जिससे चखना दुकान वालो में खासी आक्रोश देखा जा रहा है।
@पिने के पानी और बैठने के लिए छाव की जगह नही है@ -सरकार द्वारा हर सार्वजनिक जगहों में वह सरकारी जगहों में शुद्ध पेयजल वह गर्मियों में रुकने के लिए सांपों की व्यवस्था की जाती है मगर गोबरा नवापारा की अंग्रेजी व देशी शराब दुकान इन सभी मूलभूत सुविधाओं से अभी तक अनभिज्ञ हैं।
@पक्की सड़क की नही है सुविधा@ मुख्य मार्ग से शराब दुकान पहुंचने तक की दूरी 1 किलोमीटर की है मगर उस 1 किलोमीटर की दूरी को तय करने के लिए मदिरा प्रेमियों को आधे से 1 घंटे का समय लग जाता है क्योंकि यह जो पहुंच मार्ग है वह कच्ची रोड के रूप में है पूरे मार्ग पर बड़े-बड़े बोल्डर पड़े हुए हैं नगर पालिका द्वारा रोड को बनाने हेतु टेंडर निकाला गया है मगर अभी तक ठेकेदार और संबंधित अधिकारियों द्वारा इस रोड की सुध नहीं ली गई है।बरसात में इस रोड की वास्तु स्थिति का आप आकलन नही कर पाएंगे की मदिरा प्रेमी किस तरह अपनी जान पर खेल कर सराब दुकान तक जाते है।
@@वहीं इस पूरे मामले की जानकारी लेने के लिए हमने आबकारी अधिकारी ममता शर्मा जी से चर्चा की तो उन्होंने कहा कि मैं अभी-अभी गोबरा नवापारा की शराब दुकान में प्रभारी अधिकारी के रूप में नियुक्त हुए हूं जाकर पता करवाती हूं कि मामला क्या है तय कीमत से ज्यादा में बेचना कानूनन गलत है अगर ऐसा है तो दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।@@