भोपालपटनम में बेशकीमती सागौन की कटाई

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भोपाल पटनम के टिम्बर माफिया ने महाराष्ट्र के तस्करो के साथ मिलकर बफर जोन मैं कटवाया करोड़ो के सागौन नदी में बहाकर तस्कर ले जाते थे पडोसी राज्य तेलंगाना महाराष्ट्र

भोपाल पटनम के टिम्बर माफिया ने महाराष्ट्र के तस्करो के साथ मिलकर बफर जोन मैं कटवाया करोड़ो के सागौन

नदी में बहाकर तस्कर ले जाते थे पड़ोसी राज्य तेलंगाना – महाराष्ट्र

इंद्रावती विभाग को मिली ग्रामीणों से जानकारी तो तत्काल जाकर की कार्यवाही ।

32 गोला सहित आरा मशीन को किया जप्त

बड़ी आरा मशीन को टेक्टर सहित तस्करो ने किया गायब

बीजापुर :- जिले के भोपालपटनम बफर क्षेत्र में डिप्टी रेंजर की मिली भगत से एक स्थानीय व्यापारी महेश फर्नीचर के मालिक यशवंत के द्वारा बफर क्षेत्र में करोड़ो के सागौन को पिछले कई समय से काटा जा रहा था इसके लिए फर्नीचर व्यापारी यशवन्त ने इंद्रावती बफर जोन में बकायदा ट्रेक्टर में आरा मशीन फिट कर मट्टीमरका के जंगल मे लगाया गया था जब पत्रकारों की टीम उस स्थान पर पंहुची तो ग्रामीणों ने बताया कि ये सागौन तस्करी का खेल पिछले दो साल से मट्टीमरका में चल रहा है और अब तक कई ट्रेक्टर लकड़ी यंहा से महाराष्ट्र और तेलंगाना सहित भोपालपटनम जा चुकी है लगातार गांव के पास कट रहे जंगल को देखकर ग्रामीणों ने इसकी जानकारी इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान के भोपालपटनम रेंजर आजाद खान को बीटगार्ड के माध्यम से दी जिस पर बफर जोन के एस डी ओ वट्टी और रेंजर आजाद ने मट्टीमरका पंहुच तत्काल कारवाही करते हुए 32 गोला सागौन , 118 चिरान लकड़ी सहित आरा मशीन को जपत किया बफर जोन के अधिकारियों को आता देख सागौन के गोले काटने वाले तस्कर भाग खड़े हुए उसके बाद ट्रेक्टर में डाल सभी सागौन के गोलों , चिरान लकड़ी सहित आरा मशीन को भोपालपटनम डिपो लाया गया उसके बाद विभाग ने महेश फर्नीचर पर दबिश दी जिसकी जानकारी मिलने पर मालिक यशवन्त वँहा से फरार हो गए सर्च वारंट के आधार पर लकड़ी तस्कर यशवन्त के आरा मिल में दबिश दी जंहा से 353 चिरान लकड़ी सहित अधूरे फर्नीचर 25 दीवान , डायनिंग टेबल ,सोफा सहित चोखट लकड़ी को जप्त किया गया

आजाद खान रेनजर ( बफर क्षेत्र )भोपालपटनम टिम्बर माफिया यशवन्त के द्वारा ही मट्टीमरका क्षेत्र में ट्रैक्टर चलित आरा मशीन लगाया गया था जब विभाग की टीम मौके पर पंहुची तो यशवन्त द्वारा ट्रेक्टर सहित मशीन गायब करा दिया गया ओर जब दबाव दिया गया तो छोटे आरा मशीन को जप्ती के लिए दिया गया

विभाग के कुछ कर्मचारियों के मिलीभगत से बनता है फ़र्ज़ी दस्तावेज।

टिम्बर माफिया यशवन्त की मिली भगत इंद्रावती के डिप्टी रेंजर अवस्थी से थी जिसके चलते बफर क्षेत्र से अवैध लकड़ी को काटकर फर्नीचर बनाया जाता था फिर सामान्य विभाग के बोरेया बाबू के द्वारा फर्जी बिल को पास कर टी पी बनाकर बाहर भेजा जाता था औऱ ये फर्जी बिल ओर सत्यापन कर टी पी बनाकर फर्नीचर बाहर भेजने का काम कई सालों से चल रहा था सूत्रों की माने तो डिप्टी रेनजर अवस्थी के माध्यम से टिम्बर माफिया ने अब तक करोड़ो का सागौन काट कर फर्नीचर बना कर बाहर भेज दिया
सूत्रों के अनुसार तस्करो को अधिकारियों के आने की खबर पहले ही मिल गई जिसके चलते महारास्त्र से बनाकर लाई गई ट्रेक्टर चलित आरा मशीन पहले ही गायब कर दी। विभाग के झुनझुने की तरह हाथ आया छोटा आरा मशीन और ट्रैक्टर के साथ लगा बड़ा आरा मशीन अभी तक नही मिला है रेंजर द्वारा ठेकेदार की मिली भगत से पडोसी राज्य ले जाकर पार करवा दिया गया।

सालों से लगातार चल रहा अवैध तस्करी, शासन में अच्छी पकड के चलते तस्करो पर नहीं हो पाती कार्यवाही

वर्षो से पालपटनम क्षेत्र के आसपास के वनों के बेशकीमती सागौन की अवैध तस्करी करने वाले महेश फर्नीचर के मालिक यशवंत निष्ठुरी की भाजपा नेताओं से अच्छी पहुंच के चलते वन विभाग के अधिकारी कार्यवाही करने के लिए डरते हैं।

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