(बाघ-News-01) – उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के कुल्हाड़ीघाट रेंज में बनाया जाता है बाघ का फर्जी फोटो, फर्जी पंजा, फर्जी मल | रिसर्चर तीव कुमार सोनी ने गरियाबंद कलेक्टर को किया है शिकायत | गरियाबंद कलेक्टर के निर्देश के बाद भी वन विभाग नहीं कर रहा कार्यवाही |
रायपुर | उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में बाघ साबित करने के लिए वन परिक्षेत्र कुल्हाड़ीघाट में बाघ का फर्जी फोटो, फर्जी पंजा, फर्जी मल बनाया जाता है | रिसर्चर तीव कुमार सोनी ने वर्ष 2020 में गरियाबंद कलेक्टर को मामले की शिकायत किया है परन्तु गरियाबंद कलेक्टर के निर्देश के बाद भी वन विभाग कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है | रिसर्चर तीव कुमार सोनी ने ने शिकायत में बताया है की उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के अधिकारियों के कारनामो का प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से शिकायत किया गया है | छतीसगढ़ राज्य के गरियाबंद और धमतरी जिलो के जंगल को मिला कर वर्ष 2009 में उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व का गठन किया गया है | उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के गठन के बाद से आज तक वन विभाग को बाघ का कोई भी पुख्ता प्रमाण नहीं मिल पाया है क्योकि यहाँ पर कोई भी बाघ नहीं है | वन विभाग ने बाघ के संरक्षण संवर्धन के नाम पर अब तक लगभग 40 करोड़ रुपया खर्च कर चुका है | करोडो खर्च करने के बाद भी आज तक वन विभाग को बाघ का कोई भी पुख्ता प्रमाण नहीं मिल पाया है | उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के सीसीएफ राजेश पांडे ने कहा है की उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में कोई भी बाघ नहीं है उसके बाद भी वन विभाग बाघ साबित करने के लिए कम्प्यूटर में बाघ का फर्जी फोटो बनाता है और बाहर से बाघ का मल ला कर उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में डाला जाता है और फिर बाघ का फोटो और मल होने की झूठी जानकारी शासन को देता आ रहा है |
उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के अधिकारियों के कारनामो का प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से की गयी है शिकायत
वन विभाग द्वारा बाघ साबित करने के लिए कम्प्यूटर में बाघ का फर्जी फोटो बनाने और बाहर से बाघ का मल ला कर उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में डाले जाने की शिकायत प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण – NTCA को किया है | वन विभाग बाघ साबित करने के लिए कम्प्यूटर में बाघ का फर्जी फोटो बनाते आ रहा है | प्रधान मंत्री को भेजे गए शिकायत पत्र में बिंदु वार शिकायत किया गया है की वन विभाग के पास बाघ की वंशावली की जानकारी कोई भी जानकारी नहीं है, 10 साल से बाघ है तो 10 साल के बाघों के पंजो का रिकार्ड वन विभाग के पास नहीं है, 10 साल से बाघों का मल का प्रमाण भी वन विभाग के पास नहीं है, 10 साल से बाघ ने किन जानवरों का शिकार किया उनका कंकाल कहा है जानकारी वन विभाग के पास नहीं है, 10 साल से बाघ है उनकी वंश वृद्धि नहीं हो रही है की जानकारी वन विभाग के पास नहीं है, 5 बाघ है तो आज तक किसी ने आंखो से क्यों नहीं देखा वन विभाग के पास जवाब नहीं है, 5 बाघ है तो आज तक उन बाघों का नामकरण क्यों नहीं किया गया है वन विभाग के पास जवाब नहीं है, 5 बाघ है तो कितने नर कितने मादा है वन विभाग के पास जवाब नहीं है | बाघ के प्रमाण के रूप में वन विभाग केवल बाघ का फर्जी फोटो और मल दे कर बाघ होने का दावा करता आ रहा है |