1 नवंबर 22 को राज्योत्सव बालोद मे लोककला मंच सोनहा बादर बिखेरेगी लोक संस्कृति की अनुपम छटा..
बालोद गुरूर.. जिला बालोद के अंतिम छोर मे बसे गांव चिटौद के लोक कला मंच सोनहा बादर नवरात्रि, मातर, देवारी के बाद छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर 1नवंबर 22 को जिला मुख्यालय बालोद मे अपनी प्रस्तुति देंगे,छत्तीसगढ़ के संस्कृति को ह्रदय मे आत्मसाध करते हुए पारम्परिक, सुवा करमा ददरिया, आदिवासी नृत्य,पंथी, प्रेम समर्पण, बारामासी, व कथानक गीत संगीत के माध्यम से सोनहा बादर निरंतर साधना करते व अपनी प्रस्तुति के माध्यम से आयोजक व जनमानस के दिलो मे स्थान बनाने मे सफल होते जा रहे है,,
संगीत प्रेमी बाहुल्य ग्राम मुन्देरा गुंडरदेही सहित अनेक आयोजक व दर्शकों की माने तो सोनहा बादर अपने सभी गीत संगीत व अभिनय के माध्यम से छत्तीसगढ़ीया संस्कृति संरक्षण के साथ साथ जीवटता के साथ समाज के लिए सार्थक संदेश देने मे सफलतम व प्रणम्य प्रयास कर रहे है,,छत्तीसगढ़ के आलावा दूसरे राज्य भी सोनहा बादर की प्रस्तुति को ह्रदय से स्वीकार्य कर रहे है,राज्योत्सव के बाद 2 नवंबर को बालाघाट निकुम मध्यप्रदेश मे भी सोनहा बादर की प्रस्तुति होंगी।
बालोद से के.नागे की रिपोर्ट