देवभोग के ह्रदय स्थल गांधी चौक पर मनाया गया गांधी जयंती स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के परिवार ने बच्चों को बांटे चॉकलेट* *रिपोर्ट:- नागेश्वर मोरे जिला संवाददाता सर्वोच्च छत्तीसगढ़ न्यूज़*
*देवभोग के ह्रदय स्थल गांधी चौक पर मनाया गया गांधी जयंती स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के परिवार ने बच्चों को बांटे चॉकलेट*
*रिपोर्ट:- नागेश्वर मोरे जिला संवाददाता सर्वोच्च छत्तीसगढ़ न्यूज़
*देवभोग:* महात्मागांधी का जन्मदिन देवभोग में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित श्याम शंकर मिश्र के पोता स्वर्गीय राजेश पांडे के पुत्र एवं समाज सेवक आशीष पांडे की ओर से देवभोग के गाँधी चौक पर स्थित विजय स्तम्भ में मनाया गया। इस मौके स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित श्याम शंकर मिश्र के पोता स्वर्गीय राजेश पांडे के पुत्र आशीष पांडे ने कहा कि अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी जिन्हें हम बापू और राष्ट्रपिता के नाम से संबोधित करते हैं, महान महापुरुष और स्वतंत्रता के अग्रदूत थे। यदि हम यह कहें कि आज के भारत के निर्माण में गांधी का सर्वाधिक योगदान था तो कुछ भी गलत नहीं है, क्योंकि भारत की स्वतंत्रता और आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए उन्होंने सभी धर्मो के लोगों को एक करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। महात्मा गांधी ने तमाम उम्र सिर्फ देश के विकास के बारे में सोचा। इसलिए उन्होंने अपने पूरे जीवन में कभी भी कोई राजनीति पद नहीं लिया।
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार के आशीष पांडे कहते हैं कि
आजादी का ऐलान होते ही बनवाया विजय स्तंभ- 15 अगस्त को देश के आजाद होने की सूचना 14 अगस्त को आकाशवाणी के जरिए देशवासियों को दी गई थी। यह खबर जब पं. श्याम शंकर मिश्र को मिली तो उन्होंने तत्काल गांव वालों से गांव के बीचों बीच एक विजय स्तंभ बनाने के लिए कहा एवं खुद भी इस कार्य में जुट गए, गांव वालों की मदद से रातोंरात विजय स्तंभ तैयार किया। दूसरे दिन उन्होंने उसी विजय स्तंभ पर गांव वालों के साथ मिलकर अपने इलाके में आजाद भारत का पहला ध्वजारोहण किया था। आज भी आसपास के गांवों से 26 जनवरी और 15 अगस्त के मौके पर बड़ी संख्या में लोग इस स्तंभ के पास जुटते हैं और खुशियां मनाते हैं। गांधी जयंती के इस मौके पर समाज सेवक आशीष पांडे ने नन्हे मुने बच्चों को चॉकलेट बांटे और खुशियाँ मनाई। श्रद्धांजलि सभा में स्वतंत्रता सेनानी के परिवार से आशीष पांडे,समाज सेवक विजय कुमार पत्रकारों में गजानन्द कश्यप, ओमप्रकाश बघेल,नागेश्वर मोरे, गिरीश सोनवानी, विपिन सोनवानी, एवं साथ ही बबलू बघेल,सुधीर भाई पटेल, वरिष्ठ व्यापारी अनिल अग्रवाल,राहुल कश्यप आदि मौजूद रहे।