उड़ीसा काशीबहाल में पं युवराज पांडे जी के साथ हुये दुर्व्यवहार में दोषियों पर उचित कार्रवाई हेतू पुरे अमलीपदर अंतर्गत क्षेत्र के ग्रामीण पहुंचे थाना अमलीपदर
संवाददाता कृष्ण कुमार त्रिपाठी जिला उपब्यूरो गरियाबंद सर्वोच्च छत्तीसगढ़
उड़ीसा काशीबहाल में पं युवराज पांडे जी के साथ हुये दुर्व्यवहार में दोषियों पर उचित कार्रवाई हेतू पुरे अमलीपदर अंतर्गत क्षेत्र के ग्रामीण पहुंचे थाना अमलीपदर
, गरियाबंद। जिले के अमलीपदर मे रहने वाले क्षेत्र के प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित युवराज पांडेय पड़ोसी राज्य कालाहांडी जिले के धर्मगढ़ थाना के काशीबहाल में दुर्व्यवहार के शिकार हो गए. जगन्नाथ भक्त पंडित युवराज प्रति वर्ष सावन के महीने में जगन्नाथ धाम जाते हैं. उनके शिष्यों ने उन्हें शनिवार रात 10 बजे पुरी के लिए विदा किया
पंडित युवराज अपने एक सहयोगी के साथ बाइक से ही यात्रा में निकले थे. नेशनल हाइवे 130 से होते हुए वे लगभग 11 बजे धर्मगढ़ पार कर जैसे ही काशीबहाल के पास पहुंचे. रोड में पहले से मौजूद कुछ लोगों ने उनकी बाइक को रोक लिया.
पंडितजी के मुताबिक नशे की हालात में मौजूद लोगों ने उन्हें चोर कहते हुए सामान की तलाशी ली. उनसे धक्का-मुक्की करते हुए लगभग आधे घंटे तक उन्हें जलील किया गया. कुछ लोगों ने उन्हें अमलिपदर निवासी होने का प्रमाण मांगते रहे वहां गांव के लोग अपने हाथों में धारदार हथियार ,चाकु ,गुप्ती, डंडा , टांगिया लेकर गांव में घुम रहे हैं और रातजगा कर रहे हैं और आने जाने राहगीरों को भी परेशान कर रहे हैं
सवाल यह उठता है कि उड़िसा पुलिस प्रशासन मौन क्यों हैं क्या उनके पास पर्याप्त स्टाफ नहीं है जो आम आदमी के भरोसे रात में तैनात गांव वासी धारदार हथियार लेकर घुम रहे हैं जिससे पुरे आस पास क्षेत्रों में दहशत का मौहाल बना हुआ है ऐसे में रात में इमरजेंसी कई केस आते हैं जो की छत्तीसगढ़ देवभोग से उड़ीसा धरमगढ़ भवानीपटना एवं जूनागढ़ जाते हैं इलाज हेतु ऐसे समय में आसपास के क्षेत्रों में दहशत का माहौल बन चुका है और इस प्रकार से साधु संतों को रोकना एवं उनसे बदसलूकी करना और उस पर भी पुलिस प्रशासन उड़ीसा मौन क्या उड़ीसा पुलिस का यह कर्तव्य नहीं होता कि वह ग्रामीणों के जगह पुलिस स्टॉप रात्रि में रात जगा करके ग्राम के आसपास क्षेत्र की निगरानी करते उड़ीसा प्रशासन जिम्मेदार कौन
प्रेसवार्ता में आचार्य श्री पंडित युवराज पांडे फोन के माध्यम से से वार्तालाप किया बताया गया कि वहां धार धार हथियार एवं विभिन्न प्रकार के तेज टांगिया गुप्ति जानलेवा हथियार लेकर के घूम रहे थे एवं सभी शराब पीकर हल्ला मचा रहे थे एवं जब पंडित जी से मार्ग से गुजरे तब उन्हें घेर लिया गया और उनसे बदसलूकी किया गया उन भीड़ में आचार्य जी ने अंधेरा होने के कारण एक को पहचाना जो भीड़ में खड़ा था उनका नाम वहां कासिबहाल के डां चितरंजन दास था जो इस मौहाल में था ।
अभी ऐसा मौहाल है और उड़ीसा प्रशासन अब तक क्या कर रही है
किसी तरह वे महाराज वहां से निकले , लेकिन रात को ही कालाहांडी के कुछ व्हाटसएप ग्रुप में उन्हें संदिग्ध व्यक्ति बताकर वाकये को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. इस घटना के बाद देवभोग अमलीपदर क्षेत्र में ओडिशा वालों के लिए जबरदस्त आक्रोश है. शिष्य और अनुयायीयों ने दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है. पंडित युवराज ने कहा कि वे पुरी से लौटते ही मामले में लीगल एक्शन लेंगे.
पिछले 15 दिनों में कालाहांडी के गोलामुंडा, जयपटाना और धर्मगढ़ इलाके में चोरी के 15 से भी ज्यादा वारदात घटित हुई है. कुछ जगहों पर संदिग्धों को ग्रामीणों ने भी पकड़ कर पुलिस के हवाले किया है. इन्हीं वारदात के चलते अब वहां के गांव गांव में लोग रतजगा कर रहे हैं. खराब हो चुके इस माहौल का शिकार सरीफ लोग भी हो रहे हैं.
हमारे गांव में भी हो रही रतजगा
देवभोग थाना क्षेत्र ओडिशा से घिरा हुआ है. सीमा से लगे 30 से भी ज्यादा गांव में चोर चोर का शोर रोज हो रहा है. हालांकि अब तक चोरी के एक भी वारदात सामने नहीं आया है. शाम ढलते ही ग्रामीण गांव के कई हिस्से में बंटे नजर आते हैं.
माहौल को देखते हुए माब लिंचिंग की घटना की संभावना बनी हुई है. जिले के एसपी जे आर ठाकुर ने सीमावर्ती सभी थानों को अलर्ट कर दिया है. ग्रामीण इलाकों में गश्त तेज कर दिया गया है. देवभोग क्षेत्र में पुलिस स्पेशल टीम से भी निगरानी करा रही है.
महाराज जी के शिष्य एवं अनुयाई एवं पुरे क्षेत्र के ग्रामीण पहुंचे अमलीपदर थाना और दोषियों पर उचित कार्यवाही की मांग की पुरे थाना में सभी पुरे क्षेत्र के ग्रामीण आक्रोशित हुए और थाना प्रभारी से कार्यवाही ही सही समय पर मांग की इस आंदोलन में सभी परिक्षेत्र के ग्रामीण पहुंचे ।