फर्जी टेलीफोन एक्सचेंज की जांच करने रायपुर आएगी केंद्रीय टीम
रायपुर। दिल्ली-मुंबई में पैरलल टेलीफोन एक्सचेंज संचालित करने के मामले में पकड़े गए इंटरनेशनल गैंग के मास्टरमाइंड समेत 8 सदस्यों से पूछताछ करने केंद्रीय गुप्तचर एजेंसी की टीम के रायपुर आने के संकेत हैं। हालांकि पुलिस अफसरों ने इसकी पुष्टि नहीं की है लेकिन संभावना से इंकार भी नहीं किया है।
उनका कहना है कि मिनिस्ट्री ऑफ कम्यूनिकेशन एंड आईटी डिपार्टमेंट ने गैंग का भंडाफोड़ होने के बाद अपने स्तर पर जांच शुरू की है। रायपुर पुलिस से पूरी डिटेल ली गई है।
वहीं एटीएस ने बीएसएनएल के समानांतर अवैध तरीके संचालित टेलीफोन एक्सचेंज के जरिए गैंग ने विभिन्ना टेलीकम्यूनिकेशन कंपनियों को करोड़ों का नुकसान पहुंचाया है। लिहाजा इसकी जानकारी कंपनियों से मांगी गई है कि आखिर कितने का आर्थिक नुकसान हुआ है। उनकी रिपोर्ट ही आरोपियों के खिलाफ तगड़ा सबूत होगा।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि विभिन्ना टेलीकम्यूनिकेशन कंपनियों एयरटेल, टाटा, एमटीएस, रिलांयस, बीएसएनएल, आइडिया आदि को टेलीफोन एक्सचेंज गैंग ने कितना आर्थिक नुकसान पहुंचाया है, इसकी जानकारी चाइनीच इंस्टूमेंट सिम बाक्स और बैंक की जांच रिपोर्ट सामने आने से मिलेगी।
साइबर एक्सपर्ट की टीम इन उपकरणों की लगातार जांच कर रही है। इंटरनेशनल गैंग का मास्टरमाइंड विवेक टंडन उर्फ विक्की, उसके भाई विपल टंडन, गिरजा शंकर राव, दुर्गेश कुमार मिश्रा, कृष्णदेव सिंह, संतोष साहू, नौशाद खान और वीरेंद्र जायसवाल फिलहाल जेल में है। उनकी पूरी हिस्ट्री भी दिल्ली-मुंबई, उप्र पुलिस से मांगी गई है।