ताम्रकार जी ने बोरे-बांसी खा कर प्रदेश के सभी मजदूर भाइयों को 1 मई मजदूर दिवस की दी बधाइयां* गरियाबंद:-
संवाददाता कृष्ण कुमार त्रिपाठी अमलीपदर जिला उपब्यूरो गरियाबंद सर्वोच्च छत्तीसगढ़ ताम्रकार जी ने बोरे-बांसी खा कर प्रदेश के सभी मजदूर भाइयों को 1 मई मजदूर दिवस की दी बधाइयां* गरियाबंद:- छत्तीसगढ़ की समृद्ध परंपरा तथा विरासत का लगातार प्रसार तथा इसे जन जन तक पहुंचाने के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भुपेश बघेल जी के द्वारा आज 1 मई मजदूर दिवस के अवसर पर महनतकश कर्मठ मजदूरो के सम्मान दिवस पर बोरे बासी खाने का अपील किया । जिसका असर देखने को मिला, गरियाबंद जिले के जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, मजदूर साथियों और आम लोगों ने बोरे_बासी का सेवन किया । छत्तीसगढ़िया बोरे और बासी खाने से कई फायदे होते हैं। कहा जाता है कि इसे खाने से खूब प्यास लगती है और ज्यादा पानी पीने से डि-हाइड्रेशन जैसी समस्या नहीं होती है। बताया जाता है कि इसे खाने के बाद यह शरीर के ताप को नियंत्रित करता है। जिस वजह से पड़ने वाली गर्मी और लू का प्रभाव नहीं पड़ता है। इसे खाने से नींद भी अच्छी आती है। कोषाध्यक्ष ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अमलीपदर के दाऊ गोवर्धन ताम्रकार जी ने कहा की मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के लोगों से बोर बासी खाने की अपील की है। बघेल भी रायपुर के शंकर नगर स्थित बीटीआइ मैदान में आयोजित प्रदेश स्तरीय श्रमिक सम्मेलन में श्रमिकों के साथ बोरे बासी खाएंगे। बोरे बासी राज्य की संस्कृति से जुड़ा हुआ है, लेकिन आधुनिकता की दौड़ में नई पीढ़ी इसे भूल रही है। मुख्यमंत्री ने राज्य की संस्कृति और परंपराओं को पुनर्जीवित करने का काम कर रहे हैं। कोषाध्यक्ष दाऊ जी ने, भाजी और चटनी के साथ खाया बोरे बासी का लुफ़्त उठाया और श्रमिकों के साथ सामूहिक रूप से बासी का सेवन कर श्रमिकों का सम्मान किया । साथ ही दाऊ जी ने छत्तीसगढ़ प्रदेश के सभी वासियों को बोरे-बासी खाने की अपील की