देवभोग क्षेत्र ग्राम पंचायत गाड़ाघाट बच्चो के लिए सड़क निर्माण पर अधिकारीयों की रूचि नहीं महिनों से काम बंद शासन-प्रशासन मौन जिम्मेदार कौन
✍️ सर्वोच्च छत्तीसगढ़ न्यूज़ उप जिला प्रमुख कृष्ण कांत त्रिपाठी गरियाबंद
गरियाबंद जिला के अंतर्गतदेवभोग ब्लॉक ग्राम पंचायत गाड़ाघाट कीचड़ भरे मार्ग से बच्चो को निजाद दिलाने राज्य सरकार मुख्यमंत्री सुगम योजना से स्कूल तक सीसी सड़क निमार्ण करा रही हैं ।लेकिन समय पर अधिकारीयों की रूचि नहीं दिखाने से मनमर्जी अनुसार काम करते है और अपने अनुसार ही बंद कर ठेकेदार गायब हो जाते हैं जिसका खमियाजा छात्र छात्रा को भुगतना पड़ता हैं ऐसे ही मामला प्रकाश में आया है गाड़ाघाट स्कूल मे पीडब्लूडी विभाग ठेकेदार द्वारा सड़क निमार्ण मे देखने को मिल रहा है । इस सड़क का निर्माण पिछले 5 माह से बंद है तब से लेकर आज तक कार्यस्थल ना देखने पहुंचे और ना काम शुरू करवाने का प्रयास किया । सिर्फ नोटिस जारी कर खानापूर्ति कार्यवाही को अंजाम दे रहे हैं। यहां बताना लाजमी होगा कि 6 माह पहले टेंडर प्रक्रिया पुर्ण कर पीडब्ल्यूडी विभाग अधिकारीयों ने वर्क आर्डर जारी कर दिया और एक महिने बाद बूंदा बांदी पानी के दौरान ठेकदार द्वारा स्तरहीन बेस कार्य कर काम को महीनों से बंद रखा है । जिसके चलते स्कूल के छात्र छात्राओं को काफ़ी परेशानी उठाकर स्कूल पहुंचते हैं ठेकदार ने मुर्मी और गिट्टी का बेस छोडा है । और बेस कार्य में इस्तेमाल नुक्ले गिट्टी से तो पैदल चलना काफ़ी मुश्किल होता है इसके अलावा सड़क के किनारे मैटेरियल भी डाला गया है जिससे अक्सर मोटर साइकिल आवगमन में बाधित होता है। जिसे लेकर पालकों एवम स्कूल प्रबंधन ने कईयों बार जिम्मेदार अधिकारी को अवगत कराया लेकिन आज कल में सड़क कार्य शुरू करने का आवश्वासन देकर महीनों से टाल रहें है। और अब कहीं जाकर ठेकेदार को नोटिस जारी किया जा रहा है। फिर भी अब तक सड़क निर्माण शुरू करने के लिए कोई सार्थक परिणाम नहीं आया है। शायद यही वजह है कि पीडब्ल्यूडी के अफसरों के खिलाफ़ ग्रामीणों में नाराजगी देखने को मिल रहा है। की सड़क कार्य बंद रखने के दौरान ही पीडब्ल्यूडी अफसरों ने गंभीरता दिखाया होता तो शायद काम शुरु किया जाता और नही करने की स्थिति में टैंडर कैंसल कर पुनः टैंडर कर समय सीमा में बच्चो को पक्की सड़क आसानी से मिल पाता मगर ज़िम्मेदार अधिकारीयों की उदासीनता के चलते बच्चों पक्की सड़क और लंबा इंतजार करना पड़ेगा। जिसकी शिकायत जल्द ही कलेक्टर से करने की बात ग्रामिणो द्वारा कहीं जा रही है।
सर्वोच्च छत्तीसगढ़ न्यूज़ संवाददाता से प्रेस वार्तालाप पर बाइट वर्जन