महाशिवरात्रि से श्रीलंका से प्रारंभ हुई रामवनगमन पथ काव्य यात्रा का 23 मार्च को गरियाबंद में होगा भव्य स्वागत
✍️ सर्वोच्च छत्तीसगढ़ न्यूज़ उप जिला प्रमुख कृष्ण कांत त्रिपाठी गरियाबंद
देश की सबसे बड़ी साहित्यिक संस्था राष्ट्रीय कवि संगम द्वारा प्रभु श्री राम के लिए श्री राम काव्य यात्रा श्रीलंका से लेकर के पावन अवध धाम तक जा रही है। प्रभु श्री राम जी जिस मार्ग से श्रीलंका पहुंचे थे, उसी मार्ग से प्रमुख स्थानों पर कवि सम्मेलन की योजना पर यात्रा आरंभ हो चुकी है। इधर यात्रा 23 मार्च को गरियाबंद पहुचेंगे। राष्ट्रीय कवि संगम छत्तीसगढ़ प्रांत अपनी पूरी तैयारी में है, यह यात्रा मलकान गिरी से गरियाबंद ज़िले में प्रवेश में करेगी। गरियाबंद नग़र में इसके भव्य स्वागत की तैयारी नगरवासियो द्वारा की जा रही है। राष्ट्रीय कवि संगम छत्तीसगढ़ प्रांत के प्रांताध्यक्ष योगेश अग्रवाल ने बताया कि ओडिशा के मलकानगिरी से होकर 23 मार्च को गरियाबंद पहुँचेगी। यहां यात्रा के स्वागत के बाद रात्री कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया है। कवि सम्मलेन में भगवान के श्रीराम के रामवनगमन पथ पर निकली श्रीराम काव्य यात्रा को इंगित करते हुए वक्तव्य दिया जाएगा। इसके बाद यह यात्रा गुरूवार को गरियाबंद से रायपुर के लिए रवाना हो जाएगी। ज्ञात हो कि राष्ट्रीय कवि संगम के द्वारा प्रभु श्रीराम के लिए श्री राम काव्य यात्रा श्रीलंका से लेकर के पावन अवध धाम तक निकाली जा रही है। यह यात्रा एक मार्च शिवरात्री के दिन श्रीलंका से शुरू की गई। यात्रा की शुरूआत भगवान श्रीराम के चरणपादुका की पूजा से की गई। इसके बाद यह यात्रा रामेश्वरम पहुॅची जहां से भगवान श्रीराम के रथ के साथ यह यात्रा आगे बढ़ी। यह यात्रा उन मार्गो में जहां वनवास के दौरान प्रभु श्रीराम के पदचिन्ह है, से होते हुए 11 अप्रैल को अध्योध्या में पूर्ण होगी। यात्रा 41 दिन में देश के आठ राज्यो के प्रमुख 232 स्थानो से होकर निकलेगी। सभी स्थानो में धर्मबंधुओ और श्रीराम भक्तो द्वारा यात्रा का भव्य स्वागत किया जा रहा है। इसके साथ ही प्रमुख स्थानो में कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में यह यात्रा चिहिंत 9 स्थानो मे कवि सम्मेलन एवं विश्राम के लिए रूकेंगी। जो 19 मार्च को राजनांदगांव, 20 मार्च को धमतरी, 21 मार्च को जगदलपुर, 23 मार्च को गरियाबंद पहुॅचेगीं। इस यात्रा में राष्ट्रीय कवि संगम छत्तीसगढ़ प्रांत के प्रदेश अध्यक्ष योगेश अग्रवाल जी एवं राष्ट्रीय संरक्षक चतुर्भुज अग्रवाल जी यात्रा के साथ ही चल रहे हैं। प्रदेश में उनके मार्गदर्शन में संगठन बढ़-चढ़कर भूमिका निभा रहा है। इसके अलावा सभी जिला के जिलाध्यक्ष, संयोजक व कार्यक्रम प्रभारी अपनी टीम के साथ समर्पण भाव से कार्य को पूर्णता की ओर ले जा रहे हैं। श्रीराम वनगमन राष्ट्रीय काव्ययात्रा की प्रांत संयोजिका श्रीमती मल्लिका रूद्रा तन्मयता के साथ व्यवस्था में लगी हुई है। प्रतिदिन यात्रा के स्वागत, कवि सम्मेलन के आयोजन, यात्रा की व्यवस्था की तैयारी की समीक्षा कर रही है। सहसंयोजक के रूप में कमल किशोर शर्मा व देवेंद्र परिहार उनका सहयोग कर रहे है। साथ ही गरियाबंद में श्रीराम वनगमन राष्ट्रीय काव्ययात्रा की स्वागत गरियाबंद समिति के द्वारा किया जाएगा यात्रा सर्किट हाउस से शुरू होगा नगर में जगह जगह काव्ययात्रा का स्वागत किया जाएगा गरियाबंद समिति द्वारा मीटिंग में आज तय हुआ की श्रीराम वनगमन राष्ट्रीय काव्ययात्रा रावण भाटा से तिरंगा चौक तक भव्य मोटर सायकल रैली निकाली जाएगी एवं तिरंगा चौक पर स्वागत किया जाएगा साथ ही यात्रा सुभाष चौक होते हुए गौरव पथ से पूरे नगर की चारों ओर चौक चौराहे पर श्रीराम वनगमन राष्ट्रीय काव्ययात्रा का भव्य स्वागत किया जाएगा