राजेश शर्मा से लेन-देन करने वालों को तलब करेगी पुलिस
रायपुर । 85 करोड़ के डॉल्फिन इंटरनेशनल स्कूल घोटाला मामले के मास्टर माइंड राजेश शर्मा के जेल जाने के बाद अब उससे लेन-देन और एमसीएक्स में करोड़ों की रकम लगवाकर डुबाने वाले कारोबारियों पर पुलिस की नजर है।
आने वाले दिनों में राजेश से जुड़े राजधानी के 10 से 15 रसूखदार कारोबारियों को तलब कर पूछताछ की जाएगी। वहीं फरारी के दौरान राजेश के प्रेस की प्रिंटिंग मशीन को अनाधिकृत तरीके से बेचने वाले धीरेंद्र गुप्ता के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने के संकेत दिए हैं।
एसआईटी प्रभारी एवं एडिशनल एसपी ग्रामीण ओपी शर्मा ने नईदुनिया को बताया कि राजेश शर्मा की प्रिंटिंग मशीन दलदल सिवनी, पंडरी स्थित एक प्रेस में मिली है। यह मशीन इंदौर के एक कारोबारी ने वर्ष 2012 में 90 लाख रुपए में खरीदी थी, जिसे सीजकर उसके संचालक को ही फिलहाल सुपुर्दगी में सौंपा गया है।
उस मशीन का उपयोग अब संस्थान किसी भी कार्य में नहीं कर पाएगा। इस मशीन को राजेश की बगैर सहमति के धीरेंद्र गुप्ता ने अनाधिकृत रूप से बेचा था और उसी ने प्रेस के दफ्तर में जाकर मशीन की शिनाख्त की है। लिहाजा उसके खिलाफ भी आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा और 90 लाख रुपए की वसूली भी की जाएगी।
संपत्तियों की सूची तैयार, दस्तावेज मिलने का इंतजार
एएसपी ने बताया कि पुलिस ने राजेश की सारे संपत्तियों की सूची बनाई है। उसके नाम की अधिकांश प्रॉपर्टी पर दूसरों का कब्जा पाया गया है। किसी ने उसकी जमीन पर बाउंड्रीवॉल कर उसे अपने कब्जे में ले लिया है तो कोई स्कूल भवन का इस्तेमाल कर रहा है। कुछ भवनों में अब भी स्कूल संचालित हो रहे हैं।ये स्कूल शर्मा की फरारी के बाद स्थानीय लोग समितियां बनाकर संचालित कर रहे हैं। राजेश की सभी संपत्तियों के दस्तावेज राजस्व विभाग से ले रहे हैं। सारे दस्तावेजों को कोर्ट में पेशकर कुर्की की कार्रवाई के साथ ही नीलाम करवाई जाएगी। इससे मिलने वाली रकम घोटाले के पीड़ितों के बीच वितरित की जाएगी