खाद्य लाइसेंस बनाने की लगी होड़ उपभोक्ताओं के उत्साह से अधिकारी हुए गदगद- ( नागेश्वर मोरे- देवभोग )
खाद्य लाइसेंस बनाने की लगी होड़ उपभोक्ताओं के उत्साह से अधिकारी हुए गदगद
देवभोग :- उपभोक्ताओं ने पिछले 7 साल में केवल 1 हजार खाद्य लाइसेंस बनाऐ पर बीते सात दिनों में 700 से ज्यादा संख्या में खाद्य लाइसेंस बनाए गए ताकि उपभोक्ताओं को मानक खाद्य सामग्री मिल सके। खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने कहा पंजीयन हुआ तो निगरानी में भी होगी सहूलियत। खाद्य सूरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के जिला अधिकारी तरुण बिरला की टीम ने आज देवभोग में खाद्य लाइसेंस बनवाने शिविर लगाया गया था। शाम 6 बजे तक 200 फूटकर व्यापारियों ने लाइसेंस के लिए आवेदन ऑनलाइन करवा लिया था। तरुण बिरला ने बताया कि आंकड़ा 200 पार जाएगा।यह भी कहा कि पिछले 7 वर्ष में केवल 1000 कारोबारियों ने खाद्य सुरक्षा यानी एफएसएसआई का लाइसेंस बनवाया था।लेकिन बीते 6,7 दिनों में जिले भर के सभी ब्लॉक मूख्यालय में लगातार शिविर लगाकर 700 से ज्यादा छोटे बड़े कारोबारियों का लाइसेंस बनाया गया है।बिरला ने बताया कि खाद्य सामग्री विक्रय के तय मानकों का पालन करवाने पंजीयन आवश्यक था।हमारे पास मौजूद सूची व पते के आधार पर अब सभी कारोबारियो को समय – समय पर निर्धारित गाइड लाइन व तय मानदंडों के बारे में बताया जाएगा ताकि लोगो को सुरक्षित खाद्य सामग्री उपलब्ध हो सके।आये हुए कारोबारीयो को तय मापदण्ड व उसे पालन करने की जानकारी भी विभाग दिन भर देता रहा।
विभाग के कार्य को उपभोक्ताओं ने सराहा- देवभोग के बड़े किराना व्यवसाई आनंद सारडा, दिनेश अग्रवाल,प्रमोद मिश्रा,ब्यापारी संघ के अध्यक्ष मनोज मिश्रा,चेम्बर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारी अरुण मिश्रा समेत कारोबारियों ने खाद्य सूरक्षा विभाग के इस पहल की सराहना की। साथ ही इन्होंने कहा कि गांव व दूर दराज के कारोबारी 121 किमी दूर गरियाबन्द जा कर लाइसेंसिग प्रक्रिया करवाने में कतरा रहे थे,कई तो ऐसे है जो जानकारी के अभाव में चाह कर भी लाइसेंस नही ले पा रहे थे।ऐसे लोगो की आज शिविर में भीड़ देखी गई। कारोबारी बढ़ चढ़ के भाग लिये और सरकार द्वारा कारोबार करने तय किये गए गाइड लाइन का पालन किया।