खेत में बुआई के बाद बच गई थोड़ी सी दाल, इसी में तबाह हो गया परिवार
प्रतापपुर, अंबिकापुर । चंदौरा थाना अंतर्गत ग्राम पहिया में बीती रात कीटनाशक मिली कुर्थी दाल खाने से मां-बेटे की मौत हो गई। वहीं पिता व पुत्री को गंभीर स्थिति में प्रतापपुर चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। फिलहाल उनकी स्थिति खतरे से बाहर है।थाना चंदौरा थाना प्रभारी सीपी तिवारी ने बताया कि ग्राम पहिया निवासी सुमंत गोड़ गत वर्ष कुर्थी दाल का उपयोग बीज के लिए करने के उद्देश्य से उसमें बीएचसी पाउडर मिलाकर घर में रखा था।इस वर्ष उसने कुर्थी दाल की अपने खेत में बुआई की। इस दौरान इसमें से कुछ दाल बच गई। बची दाल को रविवार रात सुमंत गोड़ की पत्नी उर्मिला गोड़ ने पकाकर लिया व भोजन में सभी ने दाल खा लिया।
कीटनाशक मिली इस दाल को खाने से सुमंत गोड़,उसकी पत्नी उर्मिला गोड़, 15 वर्षीय पुत्री सरिता व 10 वर्षीय पुत्र सुखराम की रात में तीन बजे तबियत खराब होने लगी। जिस पर सभी को संजीवनी से प्रतापपुर चिकित्सालय लाया गया। अस्पताल पहुंचने के पूर्व ही उर्मिला की मौत हो गई।वहीं इलाज के दौरान सुखराम ने करीब छह बजे दम तोड़ दिया। इधर सुमंत व उसकी पुत्री सरिता के इलाज के दौरान स्वास्थ्य में सुधार हो गया। फिलहाल इनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। थाना प्रभारी सीपी तिवारी ने बताया कि घटना पर मर्ग कायम कर विवेचना की जा रही है।मृत मां-बेटे के शवों को पीएम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। गमगीन माहौल में दोनों के शवों का अंतिम संस्कार पहिया में किया गया। घटना से गांव में शोक है।