ग्राम पंचायत पारागांव में रेत का अवैध तरीके से उत्खनन लगातार जारी, लगाम कसने में विभाग नाकाम वायरल वीडियो में ग्रामीण ने कहा सरपंच गिरवर रात्रे को देते है कमीशन

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-सर्वाधिक रेत का उत्खनन महानदी से किया जा रहा है जहां रेत माफ़िया रोजाना सैकड़ों की संख्या में ट्रैक्टर के जरिए नदी का सीना छलनी कर रेत उत्खनन में लगे हुए है।

कृष्णा मेश्राम संवाददाता सर्वोच्च छत्तीसगढ़ न्यूज़

मो-8770229548


नवापारा राजिम-रायपुर जिले और अभनपुर जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत पारागांव में इन दिनों जबरदस्त तरीके से ग्राम पंचायत के मुखिया सरपंच के संरक्षण में रेत का अवैध उत्खनन करवाया जा रहा है।रायपुर जिले की जीवनदायनी कही जानी वाली महानदी का सीना इन दिनों रेत माफिया छलनी करने में लगे हुवे है।महानदी के साथ-साथ सोढु पैरी नदियों में रोजाना रेत का अवैध तरीके से खनन का खेल लगातार जारी है।नदियों में अवैध रूप से चल रहे रेत उत्खनन कार्य से जहां भूपेश सरकार को लाखों रुपए के रॉयल्टी का नुकसान हो रहा है वहीं दूसरी ओर पर्यावरण को भी नुकसान पहुंच रहा है।

इसके साथ ही नदियों के अस्तित्व पर संकट भी गहराता जा रहा है। अवैध रेत उत्खनन से नवागांव कोलियरी गांव के तटबन्ध पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं जिसके कारण बारिश के दिनों में बाढ़ आने पर पानी गांव के अंदर घुस सकता है जिससेेेेेे जानमाल की हानि हो सकती है। पारागांव में रेत का अवैध खनन जोरो पर है। जिसके चलते वहां जनजीवन अस्तव्यस्त होता दिखाई पड़ रहा है। ग्राम पंचायत पारागांव के ही एक जागरूक जनप्रतिनिधि ने अमनपथ संवाददाता को रेत उत्खनन के कुछ वीडियो उपलब्ध करवाए हैं ।वीडियो में पारागांव के ही एक ग्रामीण द्वारा यह कहा जा रहा है कि ग्राम पंचायत पारागांव के सरपंच गिरवर रात्रे द्वारा हमें अवैध रेत खनन करने की अनुमति दी गई है। जिसके बदले में उन्हें हम प्रति टैक्टर के हिसाब से 100 से 200 रु कमीशन देते हैं। जानकारी के मुताबिक रेत के इस अवैध कारोबार में ग्राम पंचायत के ही कुछ बड़े जनप्रतिनिधियों का खेल चल रहा है। जो दिन और रात रेत का अवैध कारोबार चला रहे है। नवागांव कोलियरी पारागांव के ग्रामीणों का आरोप है कि अगर रेत खनन का विरोध भी किया जाता है तो उन्हें पंचायत के दबंगो द्वारा न केवल धौंस देकर डराया जाता है बल्कि बंदूक का डर और नेतागिरी का पावर भी दिखाया जाता है।

ग्रामीणों का कहना है कि अगर शासन प्रशासन से मदद मांग भी ले तो उन्हें किसी का सहारा नहीं मिलता।इससे ग्रामीण भी काफी डरे हुए महसूस कर रहे है। सोशल मीडिया में वायरल हो रहे वीडियो को अमनपथ संवाददाता ने जिले के खनिज अधिकारी श्री मरवाह के पास उनके व्हाट्सएप नंबर 9425215980 पर भेजकर उन्हें मामले से अवगत कराया है साथ ही माइनिंग अधिकारी द्वारा पारागांव में हो रहे अवैध खनन पर जल्द से जल्द कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया है।
रायपुर माइनिंग विभाग के जिम्मेदार अधिकारी दे रहे ये दलील

बारिश से ठीक पहले निर्माण कार्यों में तेजी आने की वजह से रेत की मांग बढ़ गई है जिससे रेत माफिया अवैध रूप से नदी-नालों से रेत उत्खनन कर शासन को लाखों-करोड़ों का चूना लगा रहे है। अवैध रूप से उत्खनन कार्य को रोकने के लिए शासन द्वारा खनिज विभाग में अफसरों की भी तैनाती की गई है, लेकिन विडंबना है कि खनिज विभाग ना तो रेत माफियाओं को रोक पा रहा है और ना ही रेत का उत्खनन रोकने की दिशा में ठोस कदम उठा पा रहे है।

जिसके चलते ग्राम पंचायत पारागांव में रेत का अवैध कारोबार जोर-शोर से फल फूल रहा है।हालांकि खनिज विभाग के अधिकारी श्री मरवाह का कहना है कि उनके पास स्टॉफ की फिलहाल कमी है। और वे कुछ ही दिन पहले कोरोना से स्वस्थ हुवे है। खनिज विभाग अवैध उत्खनन और परिवहन पर रोक लगाने का लगातार प्रयास कर रही है। वही इस पूरे मामले में अमनपथ संवाददाता ने ग्राम पंचायत पारागांव के सरपंच गिरवर रात्रे से बात की तो उन्होंने कहा कि मुझे रेत के खनन से कोई मतलब नहीं है मैं इन सब कामो में नही रहता हूं। वहीं दूसरी ओर पारागांव के ही एक ग्रामीण वीडियो में स्पष्ट रूप से बोलते नजर आ रहे है कि सरपंच गिरवर रात्रे द्वारा हम लोगों से प्रति ट्रैक्टर के हिसाब से 100 से 200रु कमीशन लिया जाता है जो कि वायरल वीडियो में साफ-साफ सुनाई और दिखाई दे रहा है। अब देखना होगा कि खनिज विभाग के अधिकारी पारागांव में हो रहे अवैध रेत उत्खनन पर कब कार्रवाई करते हैं या फिर मामले को आपसी सेटिंग कर रफा-दफा कर दिया जाएगा।

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