*पंचायत सचिव को हटाने की मांग को लेकर तान सिंह मांझी व ग्रामीणों ने जिला पंचायत सीईओ से की शिकायत*
*पंचायत सचिव को हटाने की मांग को लेकर तान सिंह मांझी व ग्रामीणों ने जिला पंचायत सीईओ से की शिकायत*
देवभोग:- ग्राम पंचायत के विकास की नींव होती है सचिव के कंधे पर लेकिन जब सचिव ही विकास कार्य भूल कुंभकरण की नींद सोए एवं कार्य के प्रति अनियमिता बरते तो भला कैसे पंचायत का विकास हो सकता है।
ऐसा ही एक मामला मैनपुर विकासखंड के मुजबहाल पंचायत का है जहां सचिव पर आर्थिक अनियमितता और कार्य में लापरवाही करने का आरोप ग्रामीणों ने लगाया है। 11 जुलाई को जिला सीईओ के नाम जिला पंचायत में ज्ञापन सौप पंचायत सचिव विनोद बिहारी नागेश को हटाने की मांग किया गया है।
गोहरापदर भाजपा मंडल महामंत्री तान सिंह मांझी के नेतृत्व में उप सरपंच लंबोदर मांझी, लक्ष्मण सिंह नागेश, मानिक चंद साहू,राजू प्रधान, सुबो राम मांझी द्वारा हस्ताक्षरित लिखित शिकायत में सचिव विनोद पर आरोप लगाते हुए लिखा गया है कि सचिव कभी कार्यालय में नही बैठता जिससे जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र,राशन कार्ड सत्यापन के अलावा हितग्राही मूलक कार्य प्रभावित हो रहा है।ग्रामीणों ने कहा कि जनपद के जिम्मेदार अफसरों द्वारा दी जा रही छूट के कारण आम जनता के कामों में ये अनदेखी करते हैं। सचिव को हटाने की मांग किया गया है।
*राशि आहरण तो हुआ पर काम हुआ ही नहीं*
ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण कार्य जिसका मूल्यांकन सत्यापन होता है ऐसे कार्य भी राशि आहरण के बाबजुद पूर्ण न होना जनपद के अफसरों पर कई सवाल खड़े कर रहे है। शिकायत में ऑन लाइन डेटा के रिकार्ड का हवाला देते हुए कहा गया है कि वर्ष 2021 से 23 और 24 में क्रमश स्कूल आहता,नयापारा में सीसी सड़क, बंद पारा में नाली निर्माण जैसे जरूरी काम के लिए 15 वे वित्त मद में कार्ययोजना के आधार पर 12.80 लाख की मंजूरी ली गई लेकिन 12.19 लाख आहरण करने के बावजुद सभी कार्यों को अधूरा छोड़ दिया गया है। उक्त राशि की वसूली कर आवश्यक कार्यवाही की मांग किया गया है।
शिकायत के बाद जिला पंचायत सीईओ रीता यादव ने उप संचालक पंचायत को जांच के निर्देश दिये है।उपसंचालक ने नोटिस जारी कर रिकार्ड लेकर कार्यलय उपस्थित होने का निर्देश जारी किया है।