*छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक जंगल सत्याग्रह में 101 वीं वर्षगाँठ पर दो दिवसीय आयोजन*
*छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक जंगल सत्याग्रह में 101 वीं वर्षगाँठ पर दो दिवसीय आयोजन*
छत्तीसगढ़ के जिला धमतरी के बेलर ब्लॉक स्थित गट्टासिल्ली जंगल सत्याग्रह के 101 साल हो गये हैं . इस मौक़े पर पूरे छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों और देश में आदिवासियों के जल जंगल ज़मीन के लिये काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता एकत्रित हुये .
जंगल सत्याग्रह के वर्षगाँठ का आयोजन ग्राम कुम्हड़ाईन पारा गट्टासिल्ली सिहावा नगरी क्षेत्र जिला धमतरी , छत्तीसगढ़ में एकता परिषद ने किया है.
दो दिन तक चले इस कार्यक्रम के समापन दिन रविवार तीन मार्च को सुबह श्रमदान, सर्वधर्म प्रार्थना के बाद ग्रामीण मुखियाओं का परिसंवाद आयोजित हुआ .
इसके बाद एकता परिषद के छत्तीसगढ़ के सैकड़ों प्रतिनिधियों वे सत्याग्रह स्तंभ पर पुष्पांजलि देकर एक पदयात्रा का आयोजन हुआ. समापन सभा मे विशिष्ट अथितियो द्वारा संबोधन दिया गया .
रविशंकर विश्वविद्यालय के विधि विभाग
के प्रोफ़ेसर डॉ वेनिधर रौंतिया ने कहा कि
भारत के संविधान के अनुसार प्रासाशनिक व्यवस्था और राजनैतिक व्यवस्था आम नागरिक को न्याय प्रदान करने के लिये बनी है पर जब ये भी क़ानून के न्यायपूर्ण अनुपालन में विफल रहते हैं तब न्यायपालिका के पास जाने का विकल्प भी सबके पास मौजूद रहता है. सबको इसकी जानकारी और समझ विकसित करना चाहिए.
एकता परिषद के राष्ट्रीय संयोजक रमेश शर्मा ने कहा कि नगरी झेत्र के गरीब आदिवासियों का आवाज को राजधानी तक सशक्त रूप से पहुँचाने का संकल्प आज के इस जंगल सत्याग्रह में हमने लिया है.
हार्वड विश्व विद्यालय से विंधी में डाक्टे्रट से सम्मानित और दिल्ली के कानूनीनिती विशेषज्ञ ऐडवोकेट नमिता वाहि ने कहा कि सामाजिक न्याय के आंदोलन की सफल परिणति नये क़ानून के रूप में होती है. भुमी सुधार क़ानून तो बन गया है पर इसके क्रियान्वयन का संघर्ष बना हुआ है.
दोस्त संस्था के संस्थापक डॉ सत्यजीत साहू ने कहा कि सौ साल पहले के जंगल सत्याग्रह में हमारे पूर्वजों ने यहीं पर जंगल के हक़ कि लड़ाई लड़ी था और आज एक सौ दस साल बाद आप सभी जल जंगल ज़मीन के हक़ के लिये यहाँ एकत्रित हुये हैं . अहिंसक आंदोलन का तरीक़ा आप सबका है जो राजा जी की प्रेरणा ये एकता परिषद के निर्देशन में हो रहा है . मज़बूती से क़ानूनी न्याय के लिये सबके साथ पुरे समाज को आगे लाना है और सबको एकजुटता ये प्रयास करना है. ऐडवोकेट संतोष ठाकुर ने ओजस्वी स्वर में सबको साथ मिलकर संघर्ष करने का आवाहन किया .
मंच पर उपस्थित एकता परिषद के प्रांतीय संयोजक प्रशांत भाई, डॉ संगीता कौशिक, स्वाती देवांगन, मंगलु राम जगत , लक्ष्मी ध्रुव, लोकेश्वरी भट्टी ने भी सभा को संबोधित किया . मंच संचालन धमतरी संकुल के सचिव उत्तम सामरत ने किया।
इस कार्यक्रम में प्रयोग संस्था के अध्यक्ष सीताराम राम सोनवानी, सुरज दुबे , डॉ संगीता कौशिक, स्वाती देवांगन, मंजु ठाकुर, रत्ना मिश्रा, संजय चैटर्जी, अन्नया चैट्रजी , निखिलेश , पुजा सोनी , कमलेश चंद , कुमारी नव्या , समेत धमतरी प्रक्षेत्र को सैंकड़ों आदिवासी, गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता और जंगल सत्याग्रह के सत्याग्रही परिवार के वंशज ने भाग लिया .