*22जनवरी,रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह मे होंगी सोनहा बादर चिटौद जिला बालोद की प्रस्तुति रघुवंदन वंदन बैकुंठधाम भिलाई मे*
*22जनवरी,रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह मे होंगी सोनहा बादर चिटौद जिला बालोद की प्रस्तुति रघुवंदन वंदन बैकुंठधाम भिलाई मे*
जितेंद्र साहू कृत सोनहा बादर के कलाकार दिखाएंगे राम नाम की गाथा,
बालोद,,वैशाली नगर कर रहा तैयारी, श्री राम की स्वागत की है बारी, भारत ही नहीं वरन समूचे विश्व के साथ 22 जनवरी को राम प्रभु के ननिहाल छत्तीसगढ़ भी अपने भांचा के आगमन पर अति अति अति उत्साहित है, छत्तीसगढ़ के बैकुंठधाम भिलाई मे राम लला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह शुभअवसर पर अबीर गुलाल, फउज फटाका, तोरन पाना से छाएगी सोनहा बादर,,, राम लला के भव्य महोत्सव के लिए तन मन धन से जुड़े है नवनिर्वाचित बीजेपी विधायक मान.रिकेश सेन जी, मंदिर के संस्थापक राजेंद्र अरोरा जी, अवतार सिंग जी, अंकुर शर्मा जी, सहित हजारों महिला व पुरुष श्री राम भक्त,,अरोरा जी ने बताया की रात्रि मे छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध लोक मंच सोनहा बादर
चिटौद (गुरुर )जिला बालोद की गरिमामय प्रस्तुति होनी है,, सुबह से श्री राम जी पर आधारित भव्य रंगोली प्रतियोगिता,, भव्य दीप सजावट, विराट हनुमान चालीसा एवं भजन संध्या व तीन घंटे तक लगातार भव्य आतिशबाजी होंगी, मान.विधायक रिकेश सेन इस आयोजन हेतु अपने आपको धन्य मानते हुए कहा कि 22 की हम भव्य दीवाली मना रहे है, अयोध्या के साथ ही बैकुंठधाम वैशाली नगर मे बहेगी छत्तीसगढ़ के भांचा राम की भक्ति धारा,, इस अवसर पर सोनहा बादर संचालक व संगीतकार जितेन्द्र साहू के कहा कि हमारा व हमारे सोनहा बादर परिवार के लिए ये दिन अनमोल है व अनंत काल तक रहेगा,इस शुभ अवसर पर हम सभी सोनहा बादर कला साधक अतिउत्साहित है, शब्दों से वर्णन नहीं कर सकते, प्रोग्राम तो 11 बजे से 5 बजे तक चलेगा ही बीच मे,छत्तीसगढ़ की बेटी माँ सबरी जो की 70,,80 साल से प्रभु राम इतंजार की मार्मिक थीम,, फिर 14 वर्ष वनवास के बाद फिर से हमारी माँ छत्तीसगढ़ की बेटी कौशिल्या मैया का अगोरा,, और आज 500 साल बाद फिर से राम, लखन सीता मैया का अयोध्या वापसी पर सोनहा बादर अपने गीत संगीत अभिनय कथानक के साथ 30 मिनट की एक थीम भी प्रस्तुत करेंगे,,,जितेन्द्र साहू ने आगे अपने हृदय के भावो को रखा कि, राम के बसेरा तो प्रकृति के कन कन मे हे, फूल पाना मे, जम्मो जीव जन्तु मे,चिरई चिरगुन् मे, जल मे, थल मे, नभ मे अउ आगी, हवा, पानी सब मे हे,,मनखे सूत के उठथे तब सबके चेहरा मे अपन मीठ मीठ ओस के छुवन मोर राम ही अनुभूति कराथे,,, ज़ब कोनो कोती आवत जावत रथन तब चिरई चिरगुन बनके संगे संगे उड़हत झुमरत रथे, बिहनिया उठथन त सोनहा बादर ले सोनहा ओस के बून्द बनके हमर चेहरा ल धोवत रथे, सुरुज के किरन बनके हमर कचलोई हा जिनगानी ल झूमराए के जतन करथे,,, सोनहा बादर के परम् सौभाग्य कि 22 जनवरी के राम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह मे हमन ल प्रभु के पंवरी के धुर्रा बने के सुभाग मिलत हे,,,सोनहा बादर के प्रोडक्शन मैनेजर, अभिनेता व कोरियोग्राफर रूपेंद्र तेकाम ( बबलू ) ने बताया की राम एक नाम नहीं है राम नाम अपने आप मे पूरी सृष्टि है जिसे नापा नहीं जा सकता.. श्री राम हमारी आत्मा मे बस्ते हैं.. जीवन से मरण तक बस राम ही राम है.. श्री राम का हमारे छत्तीसगढ़ से एक अनूठासंबंध है,, और यह सोच कर मन फुला नहीं समाता की कौशल्या माता, और शबरी माता छत्तीसगढ़ की पावन धरा की बेटी है,