PM मोदी की झूठी योजना, केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग को खारिज करेगा राजस्थान: जयराम रमेश

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नई दिल्ली
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने शनिवार को कहा कि राजस्थान में लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की झूठ योजनाओं को खारिज कर देंगे और उनकी सरकार को यह एहसास भी कराएंगे कि केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग की एक सीमा है। कांग्रेस संचार प्रभारी जयराम रमेश ने कहा, “राजस्थान में मतदान चल रहा है। आज, राजस्थान के लोग प्रधानमंत्री की झूठ योजनाओं को खारिज कर देंगे और मोदी सरकार को समझा देंगे कि ईडी और सीबीआई के दुरुपयोग की एक सीमा है।”

उन्होंने कहा कि इस बार राजस्थान में परंपरा बदलने जा रही है। राज्यसभा सांसद ने कहा, “लोग ध्रुवीकरण की राजनीति को खारिज कर रहे हैं और कांग्रेस की उपलब्धियों और गारंटी पर वोट कर रहे हैं। भरोसा बरकरार है।” कांग्रेस महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल ने भी कहा, "राजस्थान के मतदाताओं से मेरी अपील – रिकॉर्ड संख्या में आएं और प्रगतिशील, समृद्ध और समावेशी राजस्थान के लिए वोट करें।" उन्होंने लोगों को कांग्रेस सरकार के पांच साल के अनुकरणीय शासन की याद दिलाई, जिसमें कल्याणकारी कार्यक्रमों ने राजस्थान का चेहरा बदल दिया है और सभी के लिए एक सुरक्षित वातावरण दिया है।

उन्होंने कहा, “चिरंजीवी योजना, महिलाओं को मोबाइल फोन, इंदिरा रसोई और ऐसी कई गरीब-समर्थक योजनाओं ने सार्थक प्रभाव डाला है। आपको भाजपा के कुशासन और भ्रष्टाचार का काला दौर भी याद है, जहां रोजमर्रा का जीवन कठिन था और उनके नेता एक समुदाय को दूसरे के खिलाफ खड़ा करने और राज्य के खजाने को लूटने में व्यस्त थे।”

राजस्थान से राज्यसभा सांसद ने कहा, “जब हम सत्ता में लौटेंगे, तो हम अभियान के दौरान की गई सभी सात गारंटी को पूरा करेंगे। हमने कर्नाटक में ऐसा किया, हम राजस्थान में भी ऐसा करेंगे! अब समय आ गया है कि जन-केंद्रित सरकार को बाधित करने के भाजपा के इस चक्र को तोड़ा जाए – कांग्रेस के 5 और वर्षों के लिए वोट करें।''

राजस्थान में 200 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान आज सुबह सात बजे शुरू हुआ। कांग्रेस राज्य में लगातार दूसरे कार्यकाल पर नजर गड़ाए हुए है और राज्य के लोगों से की गई अपनी सात गारंटियों पर भरोसा कर रही है। भाजपा की भी राज्य में सत्ता में वापसी पर नजर है। राजस्थान में पिछले तीन दशकों से वैकल्पिक पार्टी सरकार की परंपरा रही है और कांग्रेस को उम्मीद है कि इस विधानसभा चुनाव में वह इस परंपरा को बदल देगी।

 

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