अरपा रेडियो को यूनेस्को द्वारा सम्मान
बिलासपुर। अरपा रेडियो को इनोवेटिव कम्युनिकेशन के लिए युनेस्को द्वारा सम्मानित किया गया। दिल्ली में आयोजित एक समारोह में आज ये सम्मान संज्ञा टंडन ने प्राप्त किया।इसमें विक्रम सिंह, निदेशक आयुष मंत्रालय, हेज़ीकील दमीनी, सलाहकार यूनेस्को, डॉ. बी. शेडरेक, डायरेक्टर सेमका,गौरीशंकर केसरवानी, डायरेक्टर सूचना एवं प्रसारण अतिथि के रुप में उपस्थित थे। कम्युनिटी रेडियो या सामुदायिक रेडियो वो रेडियो होते हैं जो समुदाय में जागरूकता लाने के लिए और समुदाय द्वारा ही चलाया जाने वाला रेडियो होता है।
शिक्षण संस्थाओं और गैर सरकारी संगठनों को केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा प्रदान किए जाने वाले इन रेडियो में सिर्फ 50 वॉट का ट्रांसमीटर होता है, इसलिए ये 15 से 20 किलोमीटर की परिधि में ही सुनाई देते हैं। और इस क्षेत्र के समुदायों के साथ काम करते हैं, जागरूक करते हैं। देश में करीब 450 ऐसे रेडियो हैं। छत्तीसगढ़ में 13 और बिलासपुर में दो। लिब्रा वेलफेयर सोसाइटी द्वारा संचालित किया जा रहा अरपा रेडियो 90.8 । अरपा रेडियो, आपका अपना रेडियो टैग लाइन के साथ रेडियो के साथ ही अपने एप और वैबसाइट पर भी वेब रेडियो के रूप में सुनाई देता है। यह 10 घंटे का प्रसारण कर रहा है। देश के करीब 250 स्थानों से इसके कार्यक्रमों के लिए फरमाइश आती है। बिलासपुर और छत्तीसगढ़ की कला, संस्कृति, लोक संगीत देश दुनिया में इस रेडियो के माध्यम से सुनवाए जा रहे हैं। एप में संग्रहित कार्यक्रम और ऑडियो किताबें भी सुनी जा सकती हैं। इस रेडियो ने पिछले तीन सालों में देश भर में अपनी पहचान बना ली है। ब्रॉडकास्ट के साथ ही नैरोकास्टिंग भी की जा रही है। घरेलू हिंसा, स्वास्थ्य जागरूकता, टी बी चैलेंज आदि प्रोजेक्ट्स में रेडियो से जुड़े लोग गांव और आसपास के लोगों से व्यक्तिगत रूप से मिलकर जानकारी दे रहे हैं। उनकी आवाज में रेडियो कार्यक्रम प्रसारित किए जाते हैं। CEMCA और UNESCO का कम्युनिटी रेडियो एक्सीलेंस और कम्युनिटी मीडिया चैलेंज का दिल्ली में भव्य कार्यक्रम आज यूनेस्को भवन में संपन्न हुआ। आयुष मंत्रालय द्वारा देश के 250 कम्युनिटी रेडियो के साथ योगा से जुड़े कार्यक्रम किए थे। जिनमें से 20 रेडियो को पुरस्कृत किया गया। अरपा रेडियो को इनोवेटिव कम्युनिकेशन के लिए सम्मानित किया गया। अरपा रेडियो की प्रमुख संज्ञा टंडन ने सम्मान पत्र ग्रहण किया।