भारत की सड़कों से चंद कदम दूर Tesla! जानिए पहली कार और फैक्ट्री को लेकर कहां तक पहुंचा प्लान
नईदिल्ली
इंडियन ऑटो सेक्टर तेजी से इलेक्ट्रिफाइड हो रहा है, भारत के बढ़ते बाजार पर तकरीबन हर दिग्गज़ ब्रांड की नज़र है और इस रेस में अमेरिकी कंपनी Tesla इंडियन रोड्स के काफी करीब होती नज़र आ रही है. एलन मस्क की कंपनी Tesla Inc. भारत के साथ एक डील फाइनल करने के काफी नजदीक है और यदि सबकुछ सही रहा हो तो अगले एक साल के भीतर इंडियन रोड्स पर टेस्ला की कारें दौड़ती नजर आएंगी.
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि, भारत अमेरिकी वाहन निर्माता टेस्ला इंक के साथ एक समझौते को अंतिम रूप देने के कगार पर है, जिसके तहत कंपनी अगले साल से देश में अपने इलेक्ट्रिक वाहनों को आयात करने और दो साल की अवधि के भीतर एक फैक्ट्री स्थापित करने की सहूलियत मिलेगी. एक सूत्र के मुताबिक, जनवरी में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के दौरान इस बात की आधिकारिक घोषणा होने की उम्मीद है.
कहा लगेगी फैक्ट्री:
Tesla की इंडिया एंट्री का इंतज़ार लंबे समय से हो रहा है और बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिकी दौरे पर टेस्ला के सीईओ एलन मस्क और पीएम मोदी की मुलाकात ने इस चर्चा को और भी हवा दी थी. जिसके बाद एलन मस्क ने भारत में Tesla की कारों को उतारने और प्लांट लगाने की बात कही थी. हालांकि भारत में टेस्ला का प्लांट कहा लगेगा अभी ये निर्णय नहीं लिया जा सका है, लेकिन गुजरात, महाराष्ट्र और तमिलनाडु राज्यों को उनके बुनियादी ढांचे को देखते हुए प्लांट लगाने की योजना पर विचार किया जा रहा है.
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि, टेस्ला भारत में एक नए प्लांट में शुरुआत में लगभग 2 बिलियन डॉलर का निवेश करने की योजना बना रहा है. इतना ही नहीं कंपनी भारत से तकरीबन 15 अरब डॉलर तक के ऑटो पार्ट्स खरीदने की भी योजना बना रही है. इसके अलावा यह भी कहा जा रहा है कि, टेस्ला भारत में कारों की कीमत को कम से कम रखने के लिए यहां पर ही बैटरियों का निर्माण कर सकती है.
हालाँकि, ये योजनाएँ अभी अंतिम रूप में नहीं हैं और इनमें बदलाव हो सकता है. बता दें कि एलन मस्क ने जून में कहा था कि, टेस्ला भारत में साल 2024 तक "महत्वपूर्ण निवेश" करने पर विचार कर रहा है. हालांकि, अब तक, इस संबंध में कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई है.
भारत में बढ़ रहा है इलेक्ट्रिक वाहन बाजार:
इंडियन मार्केट में इलेक्ट्रिक वाहनों की डिमांड तेजी से बढ़ रही है. पिछले साल देश में बेचे गए कुल पैसेंजर वाहनों में अकेले इलेक्ट्रिक वाहनों की हिस्सेदारी तकरीबन 1.3% थी, जो कि इस साल और भी ज्यादा बढ़ने की उम्मीद है. इससे पहले आजतक से एक्सक्लूसिव बातचीत में मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के सीनियर एक्जीक्यूटिव ऑफिसर, सेल्स एंड मार्केटिंग शशांक श्रीवास्तव ने कहा था कि, "इलेक्ट्रिक वाहनों का मार्केट शेयर जो कि अभी तकरीबन 2.2% है वो बढ़कर 18-20% तक हो जाएगा."
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने हाल ही में कैलिफोर्निया स्थित Tesla की फैक्ट्री का दौरा किया और उन्होनें इस दौरे की कुछ तस्वीरों को सोशल मीडिया पर शेयर किया. हालांकि इस मौके पर उनकी मुलाकात टेस्ला के सीईओ Elon Musk से नहीं हो सकी थी. उन्होनें कहा कि, अमेरिकी इलेक्ट्रिक कार निर्माता टेस्ला इंक भारत से अपने कंपोनेंट्स के आयात को दोगुना करने की प्रक्रिया में है.
20 लाख की Tesla…!
भारत में कंपनी जो प्लांट लगाने की योजना बना रही है उसकी वार्षिक उत्पादन क्षमता तकरीबन 5 लाख इलेक्ट्रिक वाहन होगी. इतना ही नहीं, कंपनी के इलेक्ट्रिक कारों की शुरुआती कीमत तकरीबन 20 लाख रुपये हो सकती है. वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के साथ टेस्ला की बातचीत चल रही है और सरकार से एक "अच्छी डील" की उम्मीद की जा रही है.