खूब बरसे असदुद्दीन ओवैसी, कांग्रेस के पास मुस्लिम वोट ही बचे, AIMIM नहीं लड़ी और वे अमेठी भी हार गए

Spread the love

तेलंगाना
तेलंगाना विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान के दौरान AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के पास अब केवल मुस्लिम मतदाताओं के ही वोट बचे हैं। ओवैसी ने कहा, 'हम नहीं लड़े और वे अमेठी में हार गए। अगर हमारी पार्टी वहां जाती तो क्या वे इतना रोना नहीं रोते? हम नहीं गए और स्मृति ईरानी ने उन्हें इलेक्शन हरा दिया। वे अपने परदादा, दादी और पिता की सीट भी नहीं बचा पाए।'

एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा कि राहुल गांधी वायनाड में इसलिए जीत पाए क्योंकि मुस्लिम लीग से उन्हें 35% मुस्लिम वोट मिले थे। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'यही भारतीय राजनीति की सच्चाई है। कांग्रेस के लिए अगर कोई मतदाता बचा है तो वो मुस्लिम वोट है। इसीलिए जब AIMIM पार्टी अल्पसंख्यकों के अधिकारों की बात करती है तो कांग्रेस हमसे परेशान हो जाती है। इसे लेकर मैंने कहा कि आखिर आपको कौन रोक रहा है, आप आकर लड़ो हमारे खिलाफ।' ओवैसी ने इस दौरान भाषण रोके जाने के मामले का भी जिक्र किया और अपना गुस्सा जताया।

बोलने का अधिकार है तो मैं बोलूंगा: ओवैसी
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'अगर रात के 10:01 बजे हों तो मुझे रोकने का आपको पूरा अधिकार है। मगर, 10 बजने में 5 मिनट बाकी थे और आप हमारे मंच पर चढ़ गए। आखिर क्या बात है! कानून तो 10 बजे तक की इजाजत देता है। भाषण को बीच में ही रोक दिया गया। आखिर यह क्या तरीका है? क्या आप उनके खिलाफ ऐक्शन नहीं लेंगे।' उन्होंने कहा कि अभी तो 5 मिनट बचे हुए थे और इस दौरान बहुत कुछ बोला जा सकता था। वहां पर कैमरा लगे हुए थे और आप जाकर उसे देख सकते हैं। हमारी मांग है कि चुनाव आयोग को इसकी जांच करनी चाहिए। मुझे भाषण रोकने के लिए कैसे बोला जा सकता है। मेरे पास इजाजत है तो मैं बोलंगूा।

'घर पर ही मतदान' प्रक्रिया शुरू
गौरतलब है कि तेलंगाना में 'घर पर ही मतदान' करने की प्रक्रिया 33 जिलों में से ज्यादातर में शुरू हो गई है और यह 26 नवंबर तक पूरी हो जाएगी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) विकास ने मंगलवार देर रात जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा, '21 नवंबर से अधिकतर जिलों में घर पर ही मतदान करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। अन्य सभी जिलों में भी इसे शुरू करने की प्रक्रिया चल रही है और 26 नवंबर तक इसे पूरा कर लिया जाएगा। घर पर वोट डालने वाले मतदाताओं ने  खुशी व्यक्त की है और उन्हें इस तरह की सुविधा प्रदान करने के लिए प्रशासन और चुनाव आयोग के प्रयासों की सराहना की है।' तेलंगाना में पहली बार 80 वर्ष से अधिक आयु के सभी वरिष्ठ नागरिकों (अगर वे चाहते हैं तो) के लिए घर बैठे ही मतदान करने की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।

 

You may have missed