प्रदेश पुलिस में एक साल पहले की ही तरह इस साल भी डीआईजी की पदोन्नति को लेकर पेंच फंस
भोपाल
प्रदेश पुलिस में एक साल पहले की ही तरह इस साल भी डीआईजी की पदोन्नति को लेकर पेंच फंस गया है। प्रदेश में वर्ष 2010 बैच के प्रमोटी आईपीएस अफसरों को डीआईजी के पद पर पदोन्नति मिलने में फिर दिक्कत आने वाली है। पुलिस मुख्यालय की ओर से डीआईजी की पदोन्नति को लेकर भेजे गए प्रस्ताव को गृह विभाग ने वापस कर दिया है। अब नए सिरे से पुलिस अधीक्षक से डीआईजी के पद पर पदोन्नति को लेकर प्रस्ताव भेजा जाएगा।
प्रदेश पुलिस में अभी 33 डीआईजी पदस्थ हैं। वर्ष 2009 बैच के आठ अफसर को छोड़कर बाकी के अफसर एक जनवरी को डीआईजी बन गए थे। वहीं 2010 बैच के अफसरों को भी आईपीएस कॉडर इयर मिले 14 साल हो गए हैं। इन सभी अफसरों की संख्या मिलाकर 28 हो रही है। जबकि डीआईजी के कॉडर और एक्स कॉडर मिलाकर इतने पद खाली नहीं हैं। ऐसे में इस बार फिर से डीजीआई की पदोन्नति को लेकर पेंच फंसने जा रहा है। इससे पहले जनवरी 2023 में हुई पदोन्नति में भी यही स्थिति बनी थी, जिसमें वर्ष 2009 बैच के आईपीएस अफसरों की संख्या इतनी ज्यादा थी कि सभी अफसर डीआईजी के पद पर पदोन्नत नहीं हो सके। इस बार भी यही स्थिति सामने आ रही है। इसके चलते वर्ष 2010 के प्रमोटी अफसरों को फिलहाल पदोन्नति मिलने के आसार कम दिखाई दे रहे हैं।
इन अफसरों की राह आसान
वर्ष 2009 बैच के आईपीएस अफसर साकेत पांडे, अमित सांघी, टीके विद्यार्थी, सत्येंद्र शुक्ला, बिजेंद्र कुमार सिंह, प्रशांत खरे, अतुल सिंह, मनीष कुमार अग्रवाल एक जनवरी को डीआईजी के पद पर पदोन्नत हो सकते हैं। वहीं 2010 बैच के आबिद खान, आशुतोष प्रताप सिंह, मोहम्मद युसूफ कुरैशी, निमिष अग्रवाल, सिद्धार्थ बहुगुणा डीआईजी बनाए जा सकते हैं।
पिछले साल हुआ था कॉडर रिव्यू
पिछले साल हुए आईपीएस अफसरों के कॉडर रिव्यू के बाद प्रदेश में डीआईजी के 26 पद दिए गए हैं। इनके अलावा सात और पद पर डीआईजी पदस्थ हैं। इस तरह प्रदेश में अभी डीआईजी की संख्या 33 है।
ये हैं कॉडर पद
डीआईजी के जो पद स्वीकृत हैं, उनमें डीआईजी प्रशासन, सीआईडी, एसएएफ, प्रबंधन, योजना, अनुसूचित जाति कल्याण, काउंटर इंटेलीजेंस, भोपाल ग्रामीण, इंदौर ग्रामीण, नर्मदापुरम रेंज, उज्जैन, रतलाम, खरगौन, ग्वालियर, चंबल, सागर, छतरपुर, जबलपुर, छिंदवाड़ा, रीवा, बालाघाट, शहडोल रेंज के अलावा अपर पुलिस आयुक्त के इंदौर और भोपाल में दो-दो पद स्वीकृत हैं।
इन पर फंस सकता हैं पेंच
पंकज श्रीवास्तव, राजेश कुमार सिंह, विनीत कपूर, धर्मेंद्र सिंह भदौरिया, हेमंत चौहान, विजय कुमार खत्री, मनोज कुमार सिंह, राकेश कुमार सिंह, राजेश सिंह चंदेल, शशींद्र चौहान, राजेश कुमार सगर, भगत सिंह विरदे, आरएस बेलवंशी, किरण लता केरकट्टा और मनोज कुमार राय को एक जनवरी को डीआईजी बनाए जाने को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है।
दिसंबर में होना है डीपीसी
दरअसल दिसंबर में आईपीएस अफसरों की पदोन्नति को लेकर पदोन्नति समिति की बैठक होना है। जिसमें आईजी से एडीजी, डीआईजी से आईजी और एसपी से डीआईजी के अफसरों को डीपीसी होना है। इस बार वर्ष 1999 बैच के आईजी, एडीजी के पद पर पदोन्नत होंगे। वहीं वर्ष 2006 बैच के अफसर डीआईजी से आईजी के पद पर पदस्थ होंगे।
दो अफसर बनेंगे एडीजी
दिसंबर में होने वाली डीपीसी में आईजी इंदौर ग्रामीण राकेश गुप्ता और आईजी प्रशासन दीपिका सूरी को एडीजी बनाने को लेकर विचार होगा। वहीं 2006 बैच के डीआईजी प्रशासन रुचिवर्धन मिश्रा, डीआईजी खरगौन चंद्रशेखर सोलंकी, डीआईजी मानवाधिकार आयोग एस चित्रा, डीआईजी उज्जैन अनिल कुशवाह, डीआईजी जबलपुर आरआरएस परिहार, इंदौर ग्रामीण डीआईजी राजेश कुमार हिंगणकर, मुख्यमंत्री के ओएसडी अंशुमान सिंह, मनीष कपूरिया, अरविंद सक्सेना सहित इस बैच के सभी अफसरों को आईजी के पद पर पदोन्नति के लिए इनके नाम पर विचार किया जाएगा।