ट्रैफिक नियम तोड़ने पर पंद्रह दिनों में कटे 1560 ई-चालान, व्हाट्सएप व मेल से भेजे गए चालकों के घर
ऊना
राज्य में सड़क हादसों को रोकने के लिए यातयात नियमों की कड़ाई से पालना करवाई जा रही है। यातायात नियमों की अनुपालना न करने वालों पर पुलिस विभाग का इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) की तीसरी आंख कड़ी नजर रख रही है। ऊना जिले में सात स्थलों पर स्थापित 55 सीसीटीवी कैमरे यातायात नियमों को तोड़ने वालों की गतिविधियां दर्ज करके उनके घर ई चालान भेजना शुरू कर दिया है।
1 से 15 नवंबर तक इतने कटे चालान
ऊना जिले में पहली नवंबर से लेकर 15 नवंबर तक पंद्रह दिनों में 1560 चालान किए गए हैं। विभाग ने चालान काटने का संदेश वॉट्सएप, एसएमएस, ई-मेल और डाक के माध्यम से घर पहुंचाना शुरू कर दिया है। बताते चलें कि यातायात नियमों को तोड़ने वाले चालकों पर पुलिस विभाग का इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) ने कार्रवाई शुरू कर दी है। जिसके तहत जिले के सात स्थलों पर स्थापित 55 सीसीटीवी कैमरे पहली नवंबर से नजर रख रहे हैं।
नियम तोड़ने पर घर पहुंचेगा चालान
विभाग की तीसरी आंख से बिगडैल चालकों का बच पाना असंभव है। अगर कोई वाहन चालक नियमों की पालना नहीं करता है तो विभाग की तरफ से उसे ई-चालान वॉट्सएप, एसएमएस, ई-मेल और डाक के माध्यम से चालान काटने का संदेश घर पहुंचेगा। इसी कड़ी में बिगड़ैल वाहन चालकों पर शिकंजा कसने के लिए ऊना जिलेपुलिस ने आईटीएमएस के द्वारा ई चालान करना शुरू कर दिया है।
ऊना जिले में आईटीएमएस पूरी तरह से लागू
ऊना जिले में ट्रैफिक को चाक चौबंद करने के लिए इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) के पूरी तरह से लागू होने के बाद ट्रैफिक नियमों को ठेंगा दिखाने वालों की खैर नहीं है। यह एक ऐसी व्यवस्था होगी जिसके द्वारा पूरे शहर की ट्रैफिक व्यवस्था नियंत्रित की जा सकेगी। अब कोई भी पुलिस की तीसरी नजर से बच नहीं सकेगा। यातायात नियमों की अवहेलना कर पुलिस से बचने वाले लोग अब आईटीएमएस के तहत जल्द पकड़ में आएंगे।
यह रहेगा जुर्माने का प्रावधान
इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के द्वारा ऑनलाइन चालान होंगे। इस सिस्टम को जिलेअदालत के आईटी विभाग के साथ जोड़ा गया है। ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों को ई चालान सीधे अदालत से आएगा। जिसमें अब रेड लाइट जंप करने वालों को 2500, बिना हेलमेट वाहन चलाने पर 1000, बिना सीट बेल्ट लगाए वाहन चलाने पर 1000, गति सीमा से अधिक गति पर वाहन चलाने पर 1500, ट्रिपल राइडिंग करने पर 1000 और वाहन चलाते हुए मौवाईल का प्रयोग करने पर 2500 रूपए जुर्माना किया जाएगा। नई व्यवस्था लागू होने के बाद नवंबर माह के पहले पंद्रह दिन में जिले में 1560 चालान हो चुके हैं। जिसमें पहली नवंबर से 5 नवंबर तक 666, 6 नवंबर से 10 तक 514 और 11 से 15 नवंबर तक 380 चालान किए जा चुके हैं। जिन्हें विभाग की तरफ से वॉट्सएप, एसएमएस, ई-मेल और डाक के माध्यम से चालान काटने का संदेश घर पहुंचाया जा रहा है।
जिले में आईटीएमएस के सात सेटअप स्थापित
पुलिस प्रशासन ने जिलेऊना में सात सेटअप आईटीएमएस के लगाए हैं। इसके तहत जिलेमें 7 स्थानों पर करीब 55 कैमरे लगाए गए हैं। जिलेपुलिस द्वारा आईटीएमएस पुलिस लाइन झलेड़ा में 8, गगरेट में 6, एसडीपीओ अंब क्षेत्र में 6, पुलिस थाना बंगाणा में 6, पुलिस चौकी पंडोगा में 6, ट्रैफिक लाइट चौक ऊना में 15 और मैहतपुर पुलिस थाना के बाहर 8 कैमरे स्थापित करके यह व्यवस्था शुरू कर दी है।
वाहनों का डाटा सर्वर पर होगा सेव
इन कैमरों के सामने से निकलने वाले प्रत्येक वाहन को स्कैन कर पूरा डाटा सर्वर में फीड हो जाएगा। सिस्टम में फीड मोटर व्हीकल एक्ट के तहत वाहन चालक के खिलाफ ई-चालान बन जाएगा। एक सेटअप को स्थापित करने में करीब 17 लाख रूपए का खर्चा आया है। इसी तरह जिलेमें सात सेटअप लगाने के लिए विभाग ने करीब एक करोड़ बीस लाख रूपए खर्चे हैं। जिलेमें उच्च क्वालिटी के कैमरे लगाए गए हैं और रात को भी इन कैमरों से यातायात नियम तोड़ने वालों की गतिविधि दर्ज होगी।
क्या है इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम
इस परियोजना के तहत यातायात व्यवस्था का सुचारू संचालन एवं उसकी निगरानी की जाएगी तथा आपातकालीन वाहनों को बिना किसी रूकावट के गुजरने के लिए भी परियोजना में विशेष व्यवस्था की गई है। इसके अलावा सडक़ सुरक्षा उपायों पर भी विशेष जोर दिया गया है। आईटीएमएस में अनुकूली यातायात नियंत्रण प्रणाली, स्वचालित नंबर प्लेट पहचान प्रणाली, लाल बत्ती उल्लंघन जांच प्रणाली और गति उल्लंघन एवं पता लगाना होता है।
ट्रैफिक नियमों का पालन करना होगा
जिलेमें नया सिस्टम लागू होने से सभी के लिए ट्रैफिक नियमों का पालन अनिवार्य बन जाएगा। आईटीएमएस लागू होने से पुलिस कर्मियों पर से अनावश्यक दबाव भी कम होगा। शहर में घुसने और शहर से बाहर निकलने वालों पर पैनी नजर रहेगी। कोई भी अपराध करके बाहर नहीं भाग सकेगा। इस सिस्टम के लागू होने से बिगड़ैल वाहन चालकों पर भी शिकंजा कसा जा सकेगा।