विद्यार्थी जीवन से ही समाज उपयोगी कार्यों में लगे रहने से उनमें समाज सेवा के गुणों का होता है विकास : तिवारी
रायपुर
गुरुकुल महिला महाविद्यालय कालीबाड़ी रायपुर में युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय राष्ट्रीय सेवा योजना क्षेत्रीय निदेशालय भोपाल द्वारा 1 दिसंबर तक सात दिवसीय विशेष शिविर का आयोजन शासकीय हाई स्कूल पुरेना में किया गया है। उद्घाटन सत्र के दौरान मुख्य अतिथि गुरुकुल महिला महाविद्यालय के साशी निकाय अध्यक्ष अजय तिवारी ने कहा कि विद्यार्थी जीवन से ही समाज उपयोगी कार्यों में लगे रहने से छात्र-छात्राओं में समाज सेवा के गुणों का विकास होता है। इस अवसर पर विशेष अतिथि के रुप में प्राचार्य श्रीमती मंजरी जैन शासकीय हाई स्कूल पुरेना, प्राचार्य डॉ राजेश अग्रवाल, शाला विकास समिति के सदस्य गजेंद्र साहू एवं नितेश साहू के अलावा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
अपने उद्बोधन में अजय तिवारी ने अपने उद्धबोधन में स्वयं सेवकों से कहा के राष्ट्र के युवा शक्ति के व्यक्तित्व विकास के लिए युवा द्वारा संचालित एक सक्रिय कार्यक्रम है इसके गतिविधियों में भाग लेने वाले विद्यार्थी समाज के लोगों के साथ मिलकर समाज के हित के लिए कार्य करते हैं। जैसे साक्षरता संबंधी कार्य, पर्यावरण सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं सफाई, आपातकालीन या प्राकृतिक आपदा के समय पीड़ित लोगों की सहायता आदि इससे विद्यार्थी जीवन से ही समाज उपयोगी कार्यों में लगे रहने से उनमें समाज सेवा के गुणों का विकास होता है। श्रीमती मंजरी जैन ने स्वामी विवेकानंद के आदर्शो पर चलने की बात कही और तब तक चलना है जब तक अपने लक्ष्य प्राप्त न कर लो। उन्होंने कहा कि जिस उद्देश्य के लिए आप आए है उन उदेश्यो को पूरा कीजिए और अपने कार्यों से समाज में बदलाव लाइए।
कार्यक्रम की जानकारी कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती रात्रि लहरी ने देते हुए बताया कि इस वर्ष थीम नशा मुक्त भारत और युवा है प्रथम दिवस उद्धघाटन समारोह, द्वितीय दिवस कैरियर गाइडेंस, तृतीय दिवस पर्यावरण संरक्षण संबंधी कार्यक्रम, चतुर्थ दिवस सिकल सेल परीक्षण, पांचवें दिवस स्वास्थ्य परीक्षण बॉडी चैकअप, छठवें दिन महिला सशक्तिकरण जन जागरूकता कार्यक्रम, नुक्कड़ नाटक व अंतिम दिवस समापन कार्यक्रम होगा। साथ ही स्वयं सेवकों की दैनिक दिनचर्या के बारे में बताया। सुबह प्रभात फेरी, योग ,परियोजना कार्य बौद्धिक परिचर्चा , समीक्षा बैठक , रात में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा।