मरकाम और नेताम के नामांकन में पहुंचे सीएम भूपेश
कोंडागांव.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल मोहन मरकाम एवं संतराम नेताम के नामांकन दाखिले में शामिल होने के लिए कोंडागांव पहुंचे। जहां नामांकन के बाद उन्होंने आमसभा को संबोधित किया। भूपेश बघेल के साथ उड़ीसा के सांसद व छत्तीसगढ़ प्रभारी सप्तगिरि उलका ने आमसभा को संबोधित किया। पीसीसी चीफ दीपक बैज ने मंच से कांग्रेस की उपलब्धियां गिनाई व भाजपा को आड़े हाथों लिया।
नवरात्रि पर्व की बधाई देते हुए भूपेश बघेल ने अपने संबोधन की शुरुआत की। सीएम ने कहा कि हमारा चुनाव निशान पंजा छाप है। जिसमें सभी को बटन दबाकर जिताना है। भूपेश बघेल ने कहा कि मोहन मरकाम एवं संतराम नेताम बहुत अच्छे वक्ता हैं। पिछले पांच साल में हमने क्या किया उसे बहुत ज्यादा बताने की जरूरत नहीं है। मुख्य रूप से बात यह है कि हम किसानों को समृद्धि की ओर ले गए, उन्हें सुदृढ़ किया। हमने लघु वन उपज की खरीदी बिक्री की भी व्यवस्था की। उनके उत्पाद भी बनाए जा रहे हैं। कोंडागांव में मक्का प्रसंस्करण केंद्र खोला गया है। धान का सबसे ज्यादा रेट पूरे देश में अगर कहीं मिल रहा है तो वह छत्तीसगढ़ में मिल रहा है।
सीएम ने कहा कि शिक्षा स्वास्थ्य हर क्षेत्र में हमने विकास किया। आज कोंडागांव के अस्पताल में उड़ीसा के लोग इलाज करने आ रहे है। देवगुड़ी, घोटुल का हमने निर्माण कराया। हमारी संस्कृति को बचाने का काम हमने किया। राम वन गमन पथ हमने बनाया। विश्व आदिवासी दिवस, हरेली, छेरछेरा आदि की छुट्टी की व्यवस्था हमने की। राष्ट्रीय रामायण महोत्सव भी हमने कराया। छत्तीसगढ़ी परब मनाने के लिए हमने सरपंचों को पैसे दिए। राजीव युवा मितान क्लब के युवाओं के हमने एक-एक लाख रुपये दिलाया। हमने गोठान में मल्टी एक्टिविटी काम किया। रिपा के जरिए हमने ग्रामीणों को रोजगार दिया। विधानसभा में हमने आरक्षण बिल पास किया पर आज तक वह राजभवन में अटका पड़ा है जिसके लिए भारतीय जनता पार्टी जिम्मेदार है।
सीएम ने आगे कहा कि राजीव गांधी आवास योजना के तहत हमने 7.50 लाख आवासहीनों के खाते में ₹25 हजार पहुंचाया। 10 लाख परिवारों को आवास का लाभ आगे भी दिया जाएगा। इस तरह छत्तीसगढ़ में कुल साढे 17 लाख आवासहीनों को आवास मुहैया कराया जाएगा। वहीं अमित शाह पर हमला बोलते हुए कहा कि, कहते हैं धान हम खरीद रहे हैं, धान हम खरीद रहे हैं या वह। लबारी मारकर चल दिए कि धान हम खरीद रहे हैं। डबल इंजन की सरकार होने के बाद भी रमन सिंह ने 10 क्विंटल धान खरीदी की थी जिसे हमने विपक्ष में रहकर आंदोलन करते हुए 15 क्विंटल कराया था।