कैंपेन पर निकले शिवराज सिंह और कमलनाथ, वीडी व सुरजेवाला जुटे ग्राउंड वर्क पर
भोपाल.
प्रदेश कांग्रेस और भाजपा में टिकट को लेकर हो रहे विरोध को अब थामने का दौर तेजी से चल रहा है। भाजपा ने इस विरोध को काफी हद तक संभाल लिया है। भाजपा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कांग्रेस में कमलनाथ ने कैम्पेन की कमान संभाल ली है। सीएम हर दिन सभाएं कर रहे हैं। नाथ ने भी दौरे शुरू कर दिए हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने पार्टी को जीताने के लिए ग्राउंड वर्क संभाला है। कांग्रेस में नाराज नेताओं और कार्यकर्ताओं को समझाने की जिम्मेदारी प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी एवं राष्टÑीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने अपने हाथ में ले ली है। वे सोमवार को भोपाल के एक बंगले में करीब 15 घंटे तक नाराज लोगों से मिलते रहे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भाजपा की ओर से चुनावी कैम्पेन की कमान संभाल ली है। वे लगातार सभाएं कर रहे हैं। हर दिनों दो से तीन जगहों पर उनके दौरे हो रहे हैं। इधर पीसीसी चीफ कमलनाथ 26 अक्टूबर के बाद से पूरी तरह से चुनावी प्रचार में कूद जाएंगे। वे हर दिन सभा करेंगे। मंगलवार को वे छिंदवाड़ा जा रहे हैं। जहां पर 26 तक रहेंगे। इसके बाद वे पूरे प्रदेश में सभाएं करेंगे। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा अभी ग्राउंड वर्क में जुटे हुए हैं। कैडर बैस पार्टी में चुनाव के दौरान ग्राउंड वर्क का अपना अलग ही महत्व है। वे पूरे प्रदेश में संगठन की दम पर उम्मीदवार को मजबूती देने के काम में जुटे हुए हैं।
सुरजेवाला का ठिकाना नकुलनाथ का बंगला
छिंदवाड़ा सांसद नकुलनाथ का बंगला इस चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इस बंगले को रणदीप सिंह सुरजेवाला ने नाराज लोगों को मनाने की जगह बना ली है। सोमवार को वे सुबह करीब दस बजे इस बंगले पर पहुंच गए थे। इसके बाद से वे लगातार यहां पर नाराज नेताओं को एक-एक कर बुला कर मिलते रहे। दोपहर 12 बजे के बाद से उन्होंने मिलने का सिलसिला शुरू किया जो सोमवार-मंगलवार की रात करीब ढाई बजे तक लगातार चला। बताया जाता है कि इस दौरान वे करीब सात सौ लोगों से मिले।
भाजपा में नाराजगी का दौर कम
इधर भाजपा में भी नाराजगी का दौर अब थमने लगा है। नाराज नेताओं को मनाने की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा सहित अन्य नेताओं को ली थी। इन सभी ने नाराज नेताओं से बातचीत की। इन नेताओं की समझाइश का असर दिखाई देने लगा है, इसके चलते ही पार्टी में नाराजगी का दौर थमने सा लगा है।