दिल्ली में कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक, शिवपुरी-दतिया में बदलेंगे टिकट
भोपाल
कांग्रेस की केद्रीय चुनाव समिति की बैठक दिल्ली में चल रही है। इस बैठक में यह साफ हो गया है कि मैहर से विधायक नारायण त्रिपाठी को कांग्रेस में नहीं लिया जाएगा। वहीं दतिया से अवेधश नायक को लेकर फिर से विचार किया जा रहा है। इसी तरह केपी सिंह कक्काजू की जगह पर बीरेंद्र रघुवंशी को उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर भी इस बैठक में विचार किया जा रहा है।
सूत्रों की मानी जाए तो पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के विरोध के बाद एआईसीसी ने भी मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी को कांग्रेस में नहीं लेने का तय कर लिया है। कांग्रेस पहले यह चाह रही थी कि नारायण त्रिपाठी को पार्टी में लिया जाए, इसलिए मैहर सीट से टिकट होल्ड कर रखा गया था, लेकिन जैसे ही इसकी जानकारी कांग्रेस के कुछ लोगों को लगी उन्होंने नाथ, दिग्विजय सिंह, रणदीप सिंह सुरजेवाला से लेकर दिल्ली तक त्रिपाठी को लेकर विरोध दर्ज कराया। इसके बाद उनका कांग्रेस में शामिल होने का मामला अटक गया।
बची हुई 86 सीटों पर भी विचार
कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी ने सभी सीटों पर सिंगल नाम का प्रस्ताव बनाकर पहले ही केंद्रीय चुनाव समिति को भेज दिया था। इस प्रस्ताव पर सभी सीटों पर चर्चा जारी है। वहीं सुनील कानूगोलू द्वारा भाजपा या अन्य दल से कांग्रेस में आए नेताओं का फीडबैक राहुल गांधी को दिया जा चुका है। इस फीडबैक के आधार पर इनमें से कुछ के उम्मीदवार बनाए जाने पर आज सीईसी की बैठक में मुहर लग सकती है।
रघुवंशी की टिकट पर मंथन
इधर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ कांग्रेस ने हाल ही में भाजपा से आए अवधेश नायक को टिकट दिया है। इस सीट से राजेंद्र भारती टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। इनका टिकट काटे जाने को लेकर उन्होंने दिल्ली में कई नेताओं से मुलाकात की। इसके बाद अब अवधेश नायक के टिकट पर फिर से विचार इस बैठक में हो रहा है। वहीं शिवपुरी से बीरेंद्र रघुवंशी को टिकट दिए जाने के वादे के साथ उन्होंने भाजपा का दामन छोड़ा था, लेकिन उनकी जगह पर केपी सिंह कक्काजू को टिकट दे दिया गया। अब यहां से बीरेंद्र रघुवंशी को टिकट दिए जाने को लेकर विचार आज की बैठक में किया गया।
मैं छुप कर वार नहीं करता: नारायण त्रिपाठी
इधर नारायण त्रिपाठी ने मीडिया द्वारा पूछे गए एक सवाल पर कहा कि कांग्रेस में उनके टिकट का जो विरोध कर रहे हैं, उनका धन्यवाद और शुभकामनाएं। वे अपने काम में लगे रहे, मैं अपने काम में लगा हुआ हूं। मैं किसी के खिलाफ नहीं बोलता हूं ना बगावत करता हूं। मैं छुप कर वार नहीं करता हूं। मैं लड़ाई अपने अंदाज में लड़ता हूं। उन्होंने कहा कि विंध्य के लिए भाजपा से इस्तीफा दिया है। वे 2020 में ही कह चुके थे कि उन्हें भाजपा में नहीं रहना है। त्रिपाठी ने कहा कि मैहर जिला बनाने की पहले उन्होंने की थी। जिस पर शिवराज सिंह चौहान सरकार ने घोषित किया। इसमें कमलनाथ का भी योगदान रहा। उन्होंने कहा कि उनके आदर्श मुलायम सिंह यादव है। विंध्य का पुनर्निर्माण करवाना ही उनका राजनीति का लक्ष्य है।