सफेद शेर स्व. श्रीनिवास तिवारी के पोते सिद्धार्थ तिवारी भाजपा में शामिल
भोपाल
विंध्य के सफेद शेर के नाम से मशहूर एवं मध्य प्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष रहे श्रीनिवास तिवारी के पोते एवं पूर्व सांसद सुंदर लाल तिवारी के बेटे सिद्धार्थ तिवारी ने भाजपा की सदस्यता ले ली है। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा की मौजूदगी में प्रदेश भाजपा दफ्तर में भाजपा ज्वाइन की। उनके साथ पन्ना जिले के गुनौर से कांग्रेस विधायक रह चुके फुन्दर चौधरी ने भी भाजपा की सदस्यता ली है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सिद्धार्थ तिवारी के पास एक बड़ी राजनीतिक विरासत है। राजनीतिक अनुभव भी है। उन्होंने कहा कि भाजपा में सिद्धार्थ तिवारी और फुन्दर का स्वागत है। वहीं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि अभी कांग्रेस से कई और नेता भाजपा में आने वाले हैं। हम किसी को टिकट का लालच भी नहीं दें रहे हैं। भाजपा और उसकी सरकार के काम-काज नीतियों को देखकर ही कांग्रेस से अच्छे लोग भाजपा में शामिल होने आ रहे हैं। कांग्रेस में कमलनाथ और दिग्विजय सिंह का आतंक है।
भाजपा में शामिल होने के बाद सिद्धार्थ तिवारी ने कहा कि वे टिकट के लालच में भाजपा में नहीं आए हैं। हालांकि वे त्यौंथर से दावेदार बताए जाते हैं। वहीं फुन्दर चौधरी भी गुनौर से टिकट चाहते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि उनका कांग्रेस के सर्वे में पहले नंबर पर नाम था, लेकिन कांग्रेस पैसे वालों को ही टिकट देती है।
कमलनाथ कॉन्ट्रेक्टर और उनके पेटी कॉन्ट्रेक्टर दिग्विजय सिंह: सिद्धार्थ
लंबे समय तक विंध्य में कांग्रेस की राजनीति करने वाले श्रीनिवास तिवारी के पोते सिद्धार्थ तिवारी ने भाजपा में शामिल होते ही कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है। सिद्धार्थ तिवारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस इस समय ठेके पर चल रही है। कमलनाथ मुख्य कॉन्ट्रेक्टर हैं और दिग्विजय सिंह उनके पेटी कॉन्ट्रेक्टर बने हुए हैं। कांग्रेस की रीति-नीति अब वैसी नहीं रही जो पहले कभी हुआ करती थी। कांग्रेस में लोकतांत्रिक परंपराएं खत्म हो चुकी हैं और अब टिकट बंटवारे से लेकर बाकी सभी काम ठेके पर चल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस दो बाप और दो बेटों की पार्टी बनकर रह गई है। जब उनसे यह पूछा गया कि क्या उनको विधानसभा टिकट नहीं मिला इस पर वो पार्टी छोड़ रहे हैं इस पर तिवारी का कहना था कि स्वयं कमलनाथ ने उनको फोन लगाकर यह कहा कि उनको लोकसभा को टिकट दिया जाएगा। और मप्र में सरकार बनने के बाद कैबिनेट मंत्री का दर्जा देते हुए पद दिया जाएगा। उन्होंने कहा बावजूद इसके मैं पार्टी छोड़ रहा हूं, मैं किसी प्रलोभन में आने वाला नहीं हूं। मप्र में भाजपा की स्थिति बहुत मजबूत है और प्रचंड बहुमत से सरकार बनाने जा रही है।