ग्राम अमलीपदर श्रद्धालु हुए भाव विभोर श्रीमद् भागवत कथामृत श्रवण करने हेतु भक्तों की उमड़ी जनसैलाब
संवाददाता कृष्ण कुमार त्रिपाठी अमलीपदर 7803017382
ग्राम अमलीपदर में नवदुर्गा समिति की ओर से रखा गया भव्य श्रीमद् भागवत ज्ञान सप्ताह यज्ञ का आयोजन श्रद्धालु प्रति रात्रि बड़े श्रद्धा भक्ति के साथ पूर्ण गाइडलाइन का पालन करते हुए मां भगवती दुर्गा जी के प्रांगण में रात्रि कालीन श्रीमद् भागवत कथा
अमृत का पान करने हेतु उपस्थित हुए ज्ञात हो कि रात्रि कालीन श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ में भी श्रद्धालु दूर-दूर से अमलीपदर बाजार चौक पहुंच रहे हैं और आचार्य श्री रामानुज युवराज पांडे जी के मुखारविंद से श्रीमद् भागवत कथा अमृत का रसपान समस्त श्रद्धालु कर रहे हैंआचार्य श्री ने कहा की श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ है इसके सच्चे मन से श्रवण मात्र से ही मनुष्य मुक्ति प्राप्त करता है कलिकाल में एकमात्र भगवान का नाम है भवसागर से पार करने हेतु जीवन में भगवान के कथा अत्यंत आवश्यक है क्योंकि कथा ही मन की व्यथा को दूर करती है यह कथा आज समस्त ग्रामवासी को श्रवण करने का अवसर प्राप्त हुआ है
और जितना हो सके इस कथा में सम्मिलित होकर के भगवान के शरणागत हो जाए एवं अपने मुक्ति का मार्ग बनाएं अन्य युगों में भगवत प्राप्ति के लिए कठोर तपस्या वनों में जाकर के कठोर नियमों का पालन करना तप करना अन्नजल त्याग करना इन प्रकार से भिन्न प्रकार से कठोर तप करना पड़ता था तब जाकर के भगवत दर्शन प्राप्त होता है किंतु कलयुग में केवल भगवान स्मरण भगवान चिंतन एवं भगवान के नाम जप की महिमा बताई गई है इसलिए दिन भर के दिनचर्या से थोड़ा सा समय निकाल कर भी भगवान का स्मरण चिंतन हमें करना चाहिए आज के कथा में आचार्य श्री जी ने बताया कि ध्रुव चरित्र से हमें यह सीखना चाहिए की भक्ति करने की कोई उम्र नहीं होती भक्त ध्रुव
भगवान नारायण जी की उपासना केवल 5 वर्ष की आयु में की ओर भगवान को बहुत ही कम समय में प्राप्त किया इसलिए हम सभी को भगवत प्राप्ति के लिए उम्र कि सीमा नहीं देखना चाहिए निरंतर भगवत स्मरण करना चाहिए पंचमी पर विशेष माता के सिंगार के साथ रात्रि कालीन कथा यज्ञ में श्री कृष्ण जन्माष्टमी की कथा बड़ी धूमधाम से मनाया गया पूरा अमलीपदर ग्राम गोकुल में परिवर्तित हो गया श्रद्धालु श्रद्धा से कथा श्रवण कर रहे हैं