राहुल गांधी ने प्रदेश में कांग्रेस की जनआक्रोश यात्राओं का समापन किया
शहडोल
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के बाद पहली बड़ी सभा आज सांसद एवं कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने की। उन्होंने कांग्रेस की जनआक्रोश यात्राओं का समापन भी किया। शहडोल के ब्यौहारी में आयोजित सभा में उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि जातिगत जनगणना करवाई जाना चाहिए।
गौरतलब है कि पिछले दिनों हुई सीडब्ल्यूसी की बैठक में यह फैसला लिया गया है कि कांग्रेस शासित राज्यों में जाति गणना कराए जाएगी। साथ ही जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकार बनेगी वहां भी जाति गणना कराई जाएगी।राहुल गांधी की पिछले 11 दिनों में यह दूसरा दौरा है। इससे पहले वे 30 सितम्बर को कालापीपल विधानसभा क्षेत्र में जनआक्रोश यात्रा में शामिल होने के लिए आए थे। इस सभा को पीसीसी चीफ कमलनाथ ने भी संबोधित किया।
राहुल गांधी ने एक बार फिर यहां पर जातिगत जनगणना करवाने को लेकर कहा। उन्होंने प्रदेश की सरकार पर ही हमला किया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार को कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता सत्ता से बाहर करने के लिए पूरी ताकत के साथ काम करेगा। उन्होंने कहा कि यह कमलनाथ की सरकार ने जो कहा था वह पूरा किया। प्रदेश में 27 लाख किसानों के कर्ज माफ किए। अब हम हर महिला को 1500 रुपए महीना और रसोई गैस सिलेंडर 500 रुपए में देंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के साथ आज राहुल गांधी करीब डेढ़ घंटे तक रहे। दोनों नेता दिल्ली से सतना तक विशेष विमान में साथ आए। दिग्विजय सिंह ने राहुल गांधी को प्रदेश का पूरा फीडबैक दिया है। भाजपा प्रदेश में 136 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। इस संबंध में भी राहुल गांधी से चर्चा हुई।
टिकट से पहले रूठों को मनाने की तैयारी में कांग्रेस, पहली सूची अगले सप्ताह में संभव
भाजपा प्रत्याशियों की चौथी सूची जारी होने के बाद भी कांग्रेस अपनी पहली सूची नवरात्रि में ही सार्वजनिक करेगी। इसमें सवा सौ से ज्यादा उम्मीदवारों का ऐलान करेगी। सूची रविवार या सोमवार को आ सकती है। उम्मीदवारों का ऐलान करने से पहले कांग्रेस ड्रेमेज कंट्रोल को लेकर भी अलर्ट है। जिला एवं लोकसभा प्रभारियों को इस काम में जुटा दिया गया है। खबर है कि कांग्रेस में करीब डेढ़ सौ टिकट फाइनल हो चुके हैं, इन पर क्षेत्र में विरोध न हो इसे लेकर भी कांग्रेस ने तैयारी कर ली है। कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति की 13 और 14 अक्टूबर को फिर से दिल्ली में बैठक होना है। इसमें सवा सौ से डेढ़ सौ उम्मीदवारों के नाम पर अंतिम मुहर लगाई जाएगी। इसके बाद नवरात्रि के पहले दिन यानि रविवार या सोमवार को कांग्रेस अपनी पहली सूची जारी कर देगी। इस सूची के जारी होते ही पार्टी में स्थानीय स्तर पर उम्मीदवार का विरोध न हो इसे लेकर कांग्रेस सक्रिय हो गई है।
रणनीति तैयार…
बताया जाता है कि जिला और लोकसभा प्रभारियों ने उम्मीदवार को लेकर विरोध न हो इसे लेकर क्षेत्र के सभी गुटों और नेताओं से बातचीत कर ली है। उन्हें मनाने का प्रयास कई जगहों पर पूरा हो गया है।
दिग्विजय भी तैयार
कहीं पर ज्यादा विरोध होगा तो पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को वहां पर भेजा जा सकता है। कमलनाथ भी मोबाइल फोन पर संबंधित नेताओं से बातचीत कर सकते हैं। क्षेत्र के बड़े नेताओं को मनाने की जिम्मेदारी दी जा सकती है।
एन वक्त पर न छोड़ें पार्टी
ऐन वक्त पर उम्मीदवार पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन नहीं थाम ले, इसलिए कांग्रेस ने अब तक उम्मीदवारों का ऐलान नहीं किया। पहली सूची में वहां के नाम होंगे, जहां भाजपा अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर चुकी है।