ऐसा भैया नहीं मिलेगा, चला जाऊंगा तब याद आऊंगा…

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भोपाल

अपनों के बीच में पहुंचकर सजत दिल व्यक्ति अक्सर भावुक हो जाता है। ऐसा ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ हुआ। वे अपने विधानसभा क्षेत्र बुधनी के एक कार्यक्रम में गए और यहां पर वे भावुक हो गए। भावुकता में उन्होंने कह दिया कि ‘ऐसा भैया नहीं मिलेगा, चला जाऊंगा तब याद आऊंगा…।’ कार्यक्रम लाड़कुई  में था। यह क्षेत्र उनकी अपनी विधानसभा बुधनी का हिस्सा है।

मुख्यमंत्री यहां पर चरण पादुका योजना के तहत तेंदूपत्ता संग्राहकों को चरण पादुका पहनाने पहुंचे थे। लाड़कुई बुधनी विधानसभा में आता है। बुधनी विधानसभा क्षेत्र मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पारम्परिक सीट हैं। मुख्यमंत्री का बचपन इस क्षेत्र के जैत गांव में बीता है। इसलिए वे अपने विधानसभा क्षेत्र में आकर अक्सर भावुक हो जाते हैं और भावनाओं में बहकर वे अपने मन की बात बोल देते हैं। यहां के लोग यह मानते हैं कि शिवराज सिंह चौहान जब इस क्षेत्र में आते हैं तो राजनीति से परे होकर वे अपने परिवार के बीच जैसी बातें करते हैं। रविवार को भी कुछ ऐसा ही हुआ। वे इस कार्यक्रम में बोल रहे थे। तब उन्होंने कहा कि मैंने राजनीति की परिभाषा बदल दी। मैं सरकार नहीं परिवार चला रहा हूं। इसके बाद वे बोले ऐसा भैया नहीं मिलेगा, चला जाऊंगा तब याद आऊंगा…।

लोगों की जिंदगी बेहतर बनाना मेरा उद्देश्य
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मेरे लिए राजनीति का मतलब जनता की सेवा है। आमजन की दुख तकलीफों से दूर करके उनकी जिंदगी को बेहतर बनाना मेरा उद्देश्य है। हर परिवार में एक व्यक्ति के पास रोजगार हो, यह हमारा लक्ष्य है।

एमपी में बदलाव की बयार: अरुण यादव
प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने विदिशा में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि भाजपा की और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की विदाई तय है। अब तो वे खुद ही कह रहे हैं कि मेरे जाने के बाद ऐसा भाईया नहीं मिलेगा। प्रदेश में यह बदलाव की बयार है। इनकी सरकार जाने वाली है।

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