महिला शिक्षिका के खाते से ऑनलाइन ठगी करने वाले आरोपियों को राजिम पुलिस ने झारखंड से किया गिरफ्तार…
-झारखंड से संचालित होता है ठगी का यह पूरा सिस्टम
-अपराध में एक शातिर महिला भी है शामिल
कृष्णा मेश्राम( संवाददाता सर्वोच्च छत्तीसगढ़ न्यूज़)
राजिम- ऑनलाइन ठगी के माध्यम से शिक्षिका के खाते से रुपए चुराने वाले शातिर गैंग को राजिम पुलिस ने झारखंड से गिरफ्तार किया है। राजिम पुलिस ने बड़ी कार्यवाही करते हुए चार शातिर ठगों को झारखंड के देवघर से गिरफ्तार किया है। गरियाबंद जिले की पुलिस कप्तान श्री मति पारुल माथुर के निर्देश और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री संतोष महतो के मार्गदर्शन में राजिम थाना प्रभारी श्री संतोष भुआर्य के नेतृत्व और साइबर सेल की मदद से इन आरोपियों को झारखंड के देवघर से गिरफ्तार किया है।
जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो ने सर्वोच्च छत्तीसगढ़ संवाददाता को अधिक जानकारी देते हुए बताया कि 1 मई को आरोपियों द्वारा एक शिक्षिका के खाते से मोबीक्विक हाउसिंग डॉटकॉम वॉलेट आईडी अपने मोबाइल में बनाकर 72600 रुपए को अलग अलग खातों में ट्रांसफर किया था, आरोपियों द्वारा प्रार्थिया को पहले कॉल कर अपने आप को स्टेट बैंक का अधिकारी बताया और फिर एटीएम बनवाने के नाम पर उससे ओटीपी नंबर लेकर खाते से 72600 रुपये की ठगी की वारदात को अंजाम दिया, प्रार्थिया की शिकायत पर पुलिस और साइबर सेल की टीम ने झारखंड के देवघर से समरुद्दीन अंसारी, बदरुद्दीन अंसारी, दिलकश अंसारी और समीना अंसारी को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने धारा 420 धारा 66 घ आईटी एक्ट के तहत कार्यवाही किया है, उक्त कार्यवाही में राजिम थाना प्रभारी संतोष भुआर्य, स ऊनि देव कुमार वर्मा, प्रधान आरक्षक रंजीत साहू, आरक्षक भूपेंद्र प्रताप सिंह, करम जांगड़े, महिला आरक्षक सलिका खूंटे, महिला सैनिक मंजू साहू, साइबर सेल आरक्षक सतीश यादव, तरुण यादव भूपेंद्र दीवान, खिलेश सोनी की सराहनीय भूमिका रही।