अमित शाह और हिमंत विश्व शर्मा पर कांग्रेस की EC से ऐक्शन की मांग
रायपुर.
कांग्रेस ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिश्व सरमा के खिलाफ बुधवार को निर्वाचन आयोग से शिकायत की। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा के दोनों नेताओं ने छत्तीसगढ़ में चुनावी सभा के दौरान समाज के कुछ वर्गों को एक दूसरे के खिलाफ भड़काने की नीयत से बयान दिए जो आचार संहिता का स्पष्ट उल्लंघन है। कांग्रेस ने आयोग से कुछ अन्य विषयों को लेकर भी शिकायत दर्ज कराई और गुजारिश की कि वह इसका संज्ञान लेते हुए उचित कार्रवाई करे।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश के अनुसार, पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने निर्वाचन आयोग के समक्ष छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनावों के संबंध में ज्ञापन सौंपें। इन ज्ञापन में विभिन्न मुद्दों पर आठ शिकायतें की गई हैं। कांग्रेस के इस प्रतिनिधिमंडल में जयराम रमेश के अलावा वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद, तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रेवंत रेड्डी और कुछ अन्य नेता शामिल थे।
कांग्रेस ने आयोग के समक्ष दिए ज्ञापन में कहा कि छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में 16 अक्टूबर को एक रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने भुवनेश्वर साहू नामक युवक की हत्या के मामले का उल्लेख किया था। अमित शाह का बयान और दावे भारतीय दंड संहिता, 1860 और जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 का उल्लंघन है। बता दें कि साहू की हत्या इस साल अप्रैल में दूसरे समुदाय के कुछ लोगों ने की थी। भाजपा ने भुवनेश्वर साहू के पिता ईश्वर साहू को इस विधानसभा चुनाव में टिकट दिया है। कांग्रेस का कहना है कि शाह ने चुनावी सभा के दौरान मंच पर मौजूद ईश्वर साहू की ओर इशारा करते हुए कहा था कि वोट बैंक और तुष्टिकरण के लिए भुवनेश्वर साहू की हत्या कर दी गई। हम भुवनेश्वर साहू के हत्यारे को सजा दिलाएंगे। हमने उनके पिता को टिकट दिया है। कांग्रेस ने आयोग से की गई एक अन्य शिकायत में कहा है कि 18 अक्टूबर को असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिश्व सरमा ने अपने भाषण के दौरान प्रदेश सरकार के मंत्री मोहम्मद अकबर और धर्मांतरण को लेकर बयान दिए।
कांग्रेस की मानें तो छत्तीसगढ़ के कवर्धा विधानसभा क्षेत्र में एक रैली को संबोधित करते हुए हिमंता बिश्व सरमा ने कहा था कि असम और छत्तीसगढ़ में आदिवासियों को प्रतिदिन धर्म परिवर्तन (ईसाई धर्म अपनाने) के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, जब लोग (छत्तीसगढ़ में) इसके खिलाफ आवाज उठाते हैं, तो भूपेश बघेल कहते हैं कि वह धर्मनिरपेक्ष हैं। क्या हिंदुओं को मारना आपकी धर्मनिरपेक्षता है? यह देश हिंदुओं का है और हिंदुओं का ही रहेगा। धर्मनिरपेक्षता की परिभाषा हमें मत सिखाइये।
हिमंता बिश्व सरमाने समाज के कुछ वर्गों को एक दूसरे के खिलाफ भड़काने की मंशा से ये टिप्पणियां कीं। कांग्रेस ने ज्ञापन में ‘भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की उपलब्धियों को बढ़ावा देने के लिए लोक सेवकों और सैनिकों को दिए गए सरकारी आदेशों’ के खिलाफ शिकायत की है। उसका कहना है कि सरकार का यह कदम आदर्श आचार संहिता और केंद्रीय सिविल सेवा (आचरण) नियमावली, 1964 का उल्लंघन है।
कांग्रेस ने मध्य प्रदेश के परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत से संबंधित एक कथित वीडियो को लेकर भी शिकायत की। कांग्रेस का दावा है कि राजपूत ने कहा है कि उन मतदान केंद्रों के प्रभारियों को 25 लाख रुपये दिए जाएंगे जहां भाजपा के लिए सबसे अधिक वोट पड़ेंगे। उसने तेलंगाना राज्य में पुलिस अधिकारियों के गैरकानूनी तबादलों और पोस्टिंग के खिलाफ शिकायत की है। कांग्रेस ने कहा- हम उम्मीद करते हैं कि आयोग उपरोक्त शिकायतों का त्वरित और समयबद्ध तरीके से संज्ञान लेगा।