पीएम मोदी के ताबड़तोड़ प्रचार से मध्य प्रदेश में बदलेगी चुनावी हवा
रायपुर.
छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के लिए और मध्य प्रदेश में सभी सीटों पर होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच गया
है। 15 नवंबर की शाम को आधिकारिक रूप से चुनाव प्रचार खत्म होने से पहले तमाम पार्टियों के स्टार प्रचारक चुनावी कार्यक्रम कर रहे हैं। भाजपा की तरफ से पीएम मोदी के मंगलवार को तीन रैली और रोड शो के कार्यक्रम हैं। इसके अलावा पीएम मोदी 14-15 नवंबर को चुनावी राज्यों से हटकर झारखंड का भी दौरा करेंगे।
वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस के शीर्ष नेता भी इन अंतिम क्षणों में चुनावी राज्यों में पार्टी के लिए ताबड़तोड़ प्रचार करते दिखेंगे। ऐसे में हमें जानना चाहिए कि चुनावी राज्यों में पीएम मोदी के क्या कार्यक्रम हैं? इनसे क्या साधने की कोशिश होगी? झारखंड से पीएम क्या संदेश देंगे? वहीं कांग्रेस आलाकमान के सियासी दौरे कहां-कहां होने हैं? ऐसे में हमें जानना चाहिए कि चुनावी राज्यों में पीएम मोदी के क्या कार्यक्रम हैं? इनसे क्या साधने की कोशिश होगी? झारखंड से पीएम क्या संदेश देंगे? वहीं कांग्रेस आलाकमान के सियासी दौरे कहां-कहां होने हैं? चुनावी राज्यों में पीएम मोदी के क्या कार्यक्रम हैं? प्रधानमंत्री के दौरे की शुरुआत मंगलवार प्रातः 11 बजे बैतूल में जनसभा से हुई। इसके बाद दोपहर डेढ़ बजे शाजापुर तो दोपहर 3:45 बजे झाबुआ में जनसभाएं की। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्य प्रदेश की आर्थिक नगरी इंदौर में शाम पांच बजे एक मेगा रोड शो का कार्यक्रम है। रोड शो को दो भागों में बांटा गया है। पहले हिस्से में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की विधानसभा सीट इंदौर-1 से रोड शो का रास्ता तय है। यहां से विजयवर्गीय मौजूदा कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला के खिलाफ मैदान में हैं। वहीं, रोड शो का दूसरा भाग राऊ विधानसभा क्षेत्र में पंडित दीनदयाल उपाध्याय भवन से शुरू होगा। वर्तमान में कांग्रेस के जीतू पटवारी इस सीट से विधायक हैं।
कांग्रेस आलाकमान के सियासी दौरे कहां-कहां होने हैं?
इन अंतिम दिनों में मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेताओं के भी ताबड़तोड़ दौरे हो रहे हैं। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मंगलवार को दोपहर विदिशा में शशांक भार्गव के समर्थन में जनसभा की। इसके बाद टीकमगढ़ में खरगापुर विधानसभा क्षेत्र में चंदारानी गौर के समर्थन में जनसभा का कार्यक्रम रहा। जहां राहुल के एमपी में सियासी दौरे हैं तो वहीं बहन प्रियंका का छत्तीसगढ़ में शाम 4:45 बजे रायपुर में रोड शो का कार्यक्रम है। झारखंड में पीएम क्या करेंगे? एक ओर जहां छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण का और एमपी में मध्य प्रदेश में विधानसभा का चुनावी शोर थम रहा होगा तो उसी समय पीएम मोदी झारखंड का दौरा करेंगे। प्रधानमंत्री मंगलवार रात (15 नवंबर) झारखंड की राजधानी रांची का दौरा करेंगे। यहां पीएम मोदी रोड शो करेंगे। 15 नवंबर को सुबह करीब 9:30 बजे प्रधानमंत्री रांची में भगवान बिरसा मुंडा मेमोरियल पार्क सह स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय का दौरा करेंगे। इसके बाद वह भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातु गांव पहुंचेंगे, जहां वह भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू गांव जाने वाले पहले पीएम होंगे। झारखंड के कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री 'विकसित भारत संकल्प यात्रा' और विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह मिशन का शुभारंभ करेंगे। वह पीएम-किसान की 15वीं किस्त भी जारी करेंगे और झारखंड में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, राष्ट्र को समर्पित और शिलान्यास करेंगे। वहीं, प्रधानमंत्री सुबह करीब 11:30 बजे झारखंड के खूंटी में तीसरे जनजातीय गौरव दिवस, 2023 के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम में भाग लेंगे।
झारखंड से क्या संदेश देंगे पीएम?
यह भी दिलचस्प है कि पीएम मोदी जिस जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे, उसका संबंध चुनावी राज्य मध्य प्रदेश से है। दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी 15 नवंबर 2021 को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से बिरसा मुंडा की जन्मतिथि पर जनजातीय गौरव दिवस का शुभारंभ किया था। राजधानी के जम्बूरी मैदान में आयोजित किए गए इस कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए भाजपा ने प्रदेश भर से पांच लाख आदिवासियों को आमंत्रित किया था। मध्य प्रदेश में बड़वानी में चुनावी रैली में भी पीएम ने आदिवासियों का मुद्दा उठाया। पीएम ने अपने भाषण में कहा, 'जिस आदिवासी समाज को कांग्रेस ने हमेशा नजरअंदाज किया, जिस आदिवासी समाज की कांग्रेस ने कभी परवाह नहीं की… उस आदिवासी समाज का गौरव बढ़ाने का काम भाजपा ने किया है।' इसी तरह मंगलवार को बैतूल में भी पीएम के भाषण में आदिवासी समाज और जनजातीय गौरव दिवस का बार-बार जिक्र आया। पीएम ने यहां कहा, 'जनजातीय दिवस पर केंद्र सरकार एक महत्वपूर्ण योजना शुरू करने जा रही है। गरीब कल्याण के लिए भाजपा आगे बढ़कर काम करती है। हमने मुफ्त राशन की योजना शुरू की। मेरे देशवासियों को मैं नसीब पर छोड़ नहीं सकता। उस काम को करने में मैं अपनी पूरी शक्ति खपा देता हूं। मैंने निश्चय किया था कि किसी के भी घर का चूल्हा बुझना नहीं चाहिए। इसलिए मैंने अन्न के भंडार खोले। राशन घर-घर पहुंचाया।' ऐसे में सियासी जानकारों का कहना है कि 15 नवंबर को पीएम मोदी के कार्यक्रम भले ही झारखंड में हैं, लेकिन इनसे एमपी-छत्तीसगढ़ समेत सभी चुनावी राज्यों के आदिवासी मतदाताओं को संदेश देने की कोशिश होगी।
वरिष्ठ पत्रकार हर्षवर्धन त्रिपाठी कहते हैं, 'पीएम मोदी इस तरह से नहीं देखते हैं कि भाजपा कहां जीत रही है और कहां हार रही है। पीएम को पता है कि चुनाव में उनका एक 'के फैक्टर' यानी कॉन्स्टैंट फैक्टर होता है। पीएम जब तक रोड शो और रैली के जरिए नहीं जाते हैं, तब तक जनता उस तरह से कनेक्ट नहीं करती है। पीएम मोदी को पता है कि जो 10 फीसदी का कॉन्स्टैंट फैक्टर वाला वोट है, उसे वह अंतिम समय में खींचने का प्रयास करते हैं। जिन मतदाताओं को भ्रम होता है उन्हें पीएम मोदी रोड शो और रैलियों में भरोसा देते
हैं। यही वोटर अंत में भाजपा के लिए प्लस होता है।'
वहीं, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भाजपा का चुनाव प्रचार खत्म करके पीएम मोदी आज झारखंड जा रहे हैं। इस पर हर्षवर्धन त्रिपाठी कहते हैं, 'जनजतीय दिवस पर पीएम के झारखंड दौरे को चुनावी राज्यों एमपी-छत्तीसगढ़ में आदिवासी मतदाताओं को साधने की एक कोशिश देखी जानी चाहिए। पीएम निरंतरता में चीजें करते हैं, जिसकी वजह से आप उन पर आरोप नहीं लगा सकते। 2021 में चुनाव से बहुत पहले पीएम मोदी ने कूनो पार्क में चीते छोड़े थे। इस दौरान पीएम उन आदिवासी महिलाओं से भी मिले थे, जो स्व-सहायता समूह चलाती हैं। वहां जाकर पीएम लखपति दीदी बनाते हैं। इसके साथ ही पीएम ने गुजरात के सीएम के तौर पर सिकल सेल एनीमिया बीमारी के खिलाफ चलाए गए अभियानों का जिक्र किया था। इस तरह से पीएम मोदी हर चीज को एक-दूसरे से जोड़ते हैं।'