शाम से घर-घर दस्तक देंगे प्रत्याशी और स्थानीय नेता

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भोपाल

प्रदेश में 17 नवंबर को होने वाले मतदान के लिए आज शाम से प्रचार और चुनावी सभाओं का दौर समाप्त हो जाएगा। करीब महीने भर के धुंआधार प्रचार के बाद अब नेता और प्रत्याशी डोर टू डोर कैंपेन में जुट जाएंगे। चुनाव आयोग के निर्देश पर सभी जिलों में मतदान से संबंधित तैयारियां पूर्ण हो चुकी है। 16 नवंबर से मतदान दलों को रवाना किया जाना शुरू हो जाएगा। आज शाम के बाद से बाहरी नेताओं को जिलों से बाहर जाना पड़ेगा।
प्रदेश में शांतिपूर्ण मतदान करवाने के लिए पौने दो लाख के लगभग फोर्स तैनात किया जा रहा है। मंगलवार को पूरा बल अलग-अलग जिलों में पहुंच चुका है। प्रदेश के कुल बूथ में से 26 प्रतिशत मतदान केंद्र संवेदनशील की श्रेणी में रखे गए हैं। वहीं लगभग एक प्रतिशत बूथ नक्सल प्रभावित हैं। संवेदनशील और नक्सल प्रभावित मतदान केंद्रों पर विशेष सतर्कता के इंतजाम किए गए हैं।

प्रदेश में लगभग 65 हजार पोलिंग बूथ हैं। इन बूथ पर शांति पूर्ण मतदान करने के लिए प्रदेश पुलिस का 70 हजार बल लगाया गया है। इसके साथ ही प्रदेश के अलावा 42 हजार का बल होमगार्ड से प्रदेश में बुलाया गया है। साथ ही सशस्त बल की 700 कंपनियों भी यहां पर आई हैं। हर कंपनी में 100 से 120 जवान शामिल हैं। सभी बल पुलिस मुख्यालय ने उनकी ड्यूटी अनुसार जिलों में रवाना कर दिए हैं। मंगलवार की रात तक सभी जिला मुख्यालय पर पहुंच गए थे। इसके बाद बुधवार सुबह से इन्हें विधानसभा क्षेत्रों में भेजा जाएगा। इसके बाद इस बल को गुरुवार सुबह से दोपहर तक मतदान केंद्रों पर तैनात कर दिया जाएगा। इसके साथ ही पुलिस की मोबाइल वेन में भी पुलिस बल तैनात रहेगा। इसमें अधिकांश प्रदेश पुलिस का बल रहेगा।

नक्सल प्रभावित बूथों पर सौ से ज्यादा कंपनियां
प्रदेश के नक्सल प्रभावित जिलों में सबसे ज्यादा अर्द्धसैनिक बलों की कंपनियों को तैनात किया गया है। प्रदेश के करीब 450 पोलिंग बूथ नक्सल प्रभावित हैं। इन बूथों पर सौ से ज्यादा कंपनियों को तैनात किया गया है। इसके साथ ही हॉक फोर्स, एसएएफ और स्थानीय पुलिस को भी लगाया गया है। करीब एक प्रतिशत बूथ यहां पर नक्लस प्रभावित माने गए हैं। इन बूथों पर ड्रोन से भी निगरानी होगी। अलग से कंट्रोल रूम भी मॉनिटरिंग के लिए बनाया गया है। 

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