बांग्लादेश के हाथों श्रीलंका की 3 विकेट से हार, मैथ्यूज मामला गरमाया
नईदिल्ली
आईसीसी विश्व कप 2023 के 38वें मैच में बांग्लादेश ने श्रीलंका को 3 विकेट से हरा दिया। श्रीलंका टीम इस हार से सेमीफाइनल की रेस से आधिकारिक तौर पर बाहर हो गई, लेकिन चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की क्वालिफिकेशन रेस दिलचस्प हो गई। दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करने आई श्रीलंकाई टीम 279 रन पर सिमट गई। एक समय श्रीलंकाई पारी का स्कोर 300 तक जाता दिख रहा था, लेकिन असलांका (108) के आउट होने के बाद श्रीलंका के आखिरी 2 विकेट भी जल्दी गिर गए। दुष्मंता चमीरा का रन आउट श्रीलंका का आखिरी विकेट था।
बांग्लादेश की ओर से तंजीम हसन साकिब ने सबसे ज्यादा 3 विकेट चटकाए। बांग्लादेश के लिए नजमुल हसन शान्तो 90 और शाकिब अल हसन 82 ने 274 के लक्ष्य को आसान बना दिया। श्रीलंका के लिए दिलशान मुशंका ने 3 विकेट लिए। इसके अलावा महेश तीक्ष्णा और एंजलो मैथ्यूज ने 2-2 विकेट लिए। इस मैच को एंजलो मैथ्यूज को टाइम आउट करने के लिए भी याद रखा जाएगा। बांग्लादेश की जीत से चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की क्वालिफिकेशन की रेस दिलचस्प हो गई। श्रीलंका, बांग्लादेश, इंग्लैंड और नीदरलैंड्स में दो टीमें ही क्वालिफाई कर पाएंगी।
बांग्लादेश ने श्रीलंका को हराया
बांग्लादेश ने श्रीलंका को तीन विकेट से हरा दिया है। इस हार के साथ ही श्रीलंकाई टीम सेमीफाइनल की रेस से आधिकारिक तौर पर बाहर हो गई है। श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 49.3 ओवर में सभी 10 विकेट खोकर 279 रन बनाए थे। इसके जवाब में बांग्लादेश ने 41.1 ओवर में सात विकेट खोकर 282 रन बना लिए और तीन विकेट से मैच अपने नाम कर लिया।
अब बांग्लादेश और इंग्लैंड के बाद श्रीलंका भी सेमीफाइनल की रेस से बाहर हो चुका है। वहीं, भारत और दक्षिण अफ्रीका सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर चुके हैं। ऐसे में पांच टीमें सेमीफाइनल के बाकी दो स्थानों के लिए दावेदारी कर रही हैं। हालांकि, इनमें ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड का दावा ज्यादा मजबूत है। पाकिस्तान, अफगानिस्तान और नीदरलैंड किस्मत भरोसे सेमीफाइनल खेल सकते हैं।
श्रीलंका के लिए चरिथ असालंका ने 108 रन की शानदार पारी खेली। पथुम निसांका और सदीरा समरविक्रमा ने 41-41 रन बनाए। बांग्लादेश के तंजिम हसन शाकिब ने तीन विकेट लिए। शाकिब अल हसन और शोरिफुल इस्लाम को दो-दो विकेट मिले। मेहदी हसन ने एक विकेट लिया। बांग्लादेश के लिए नजमुल हसन शान्तो ने 90 रन की पारी खेली। कप्तान शाकिब ने 82 रन बनाए। श्रीलंका के लिए दिलशान मदुशंका ने तीन विकेट झटके। महीष तीक्ष्णा और एंजेलो मैथ्यूज ने दो-दो विकेट लिए।
भारत की मेजबानी में खेले जा रहे वनडे वर्ल्ड कप 2023 में रोमांचक मुकाबलों के साथ कई विवाद भी सामने आए हैं. इसी बीच एक ऐतिहासिक विवाद सोमवार (6 नवंबर) को सामने आया. इस दिन दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच मुकाबला खेला गया.
इसी मैच में श्रीलंकाई प्लेयर एंजेलो मैथ्यूज अजीब तरीके से आउट हुए हैं. ऐसा क्रिकेट इतिहास में पहली बार हुआ है. दरअसल, मैथ्यूज को अंपायर ने 'टाइम आउट' करार दिया. यह इंटरनेशनल क्रिकेट में पहली बार हुआ है, जब कोई प्लेयर इस तरह से 'टाइम आउट' हुआ.
मैथ्यूज की एक गलती उन पर ही पड़ी भारी
यह पूरा मामला श्रीलंकाई पारी के दौरान 25वें ओवर में हुआ. यह ओवर बांग्लादेश टीम के कप्तान और स्पिनर शाकिब अल हसन ने किया था. शाकिब ने दूसरी बॉल पर ही सदीरा समरविक्रमा को कैच आउट कराया. इसके बाद एंजेलो मैथ्यूज अगले बल्लेबाज के रूप में क्रीज पर आए. मगर इसी दौरान उनसे एक गड़बड़ हो गई.
मैथ्यूज सही हेलमेट नहीं ला पाए थे. उन्होंने क्रीज पर आकर दूसरा हेलमेट लाने के लिए पवेलियन की ओर साथी खिलाड़ियों के लिए इशारा किया. मगर इसी बीच शाकिब ने मैदानी अंपायर से 'टाइम आउट' की अपील कर दी. वीडियो में देखने से लगा कि पहले तो मैदानी अंपायर को यह मजाक लगा, लेकिन शाकिब ने समझाया कि वो सच में अपील कर रहे हैं.
146 साल के इतिहास में पहली बार हुआ ऐसा
तब दोनों मैदानी अंपायर ने आपस में बात करके मैथ्यूज को 'टाइम आउट' करार दिया. इस तरह श्रीलंकाई टीम ने एक ही बॉल पर दो विकेट गंवा दिए. अंपायर के फैसले के बाद मैथ्यूज को निराश होकर बगैर बॉल खेले ही मैदान से बाहर जाना पड़ा. इंटरनेशनल क्रिकेट में ऐसा पहली बार हुआ है, जब कोई प्लेयर इस तरह 'टाइम आउट' हुआ.
इंटरनेशनल क्रिकेट की बात करें तो टेस्ट क्रिकेट 1877 से खेला जा रहा है. इसके बाद वनडे और टी20 इंटरनेशनल फॉर्मेट आया. मगर इन तीनों ही फॉर्मेट में 146 साल के इतिहास में पहली बार कोई बल्लेबाज टाइम आउट हुआ है.
क्या है 'टाइम आउट' नियम?
क्रिकेट के खेल के संरक्षक मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (MCC) के नियम 40.1.1 के मुताबिक, कोई विकेट गिरने या बल्लेबाज के रिटायर होने के बाद, अगर अंपायर खेल नहीं रोकता है तो आने वाले नए बल्लेबाज को 3 मिनट के अंदर अगली बॉल खेलने के लिए तैयार होना चाहिए. यदि नया बल्लेबाज ऐसा करने में सक्षम नहीं होता है, तो उसे आउट करार दिया जाता है. इसे 'टाइम आउट' कहते हैं.
40.1.2 के मुताबिक, यदि इस निर्धारित समय (3 मिनट) में नया बल्लेबाज पिच पर नहीं आता है, तब अंपायर कानून 16.3 (अंपायरों द्वारा मैच का पुरस्कार देना) की प्रक्रिया अपनाएंगे. इसके परिणाम स्वरूप ऊपर वाले नियम की तरह ही बल्लेबाज को 'टाइम आउट' करार दिया जाएगा.
वर्ल्ड कप में 3 नहीं, बल्कि 2 मिनट का है नियम
मैथ्यूज के मामले में हालांकि ICC क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 के खेलने के हालात से जुड़ा नियम लागू हुआ, जिसमें तीन मिनट के समय को घटाकर दो मिनट किया गया है. बता दें कि टाइम आउट होने की स्थिति में यह विकेट गेंदबाज के खाते में नहीं जोड़ा जाता है.
वर्ल्ड कप 2023 के खेलने के हालात संबंधी नियम 40.1.1 के अनुसार, ‘विकेट गिरने या बल्लेबाज के रिटायर होने के बाद, अगर अंपायर खेल नहीं रोकता है तो आने वाले बल्लेबाज या अन्य बल्लेबाज को विकेट गिरने या बल्लेबाज के रिटायर होने के दो मिनट के भीतर अगली गेंद का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए. अगर यह जरूरत पूरी नहीं होती है तो आने वाले बल्लेबाज को टाउम आउट दिया जाएगा.’
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 6 बल्लेबाज टाइम आउट हो चुके
इंटरनेशल क्रिकेट में तो पहली बार ये वाकया हुआ है. लेकिन फर्स्ट क्लास में ऐसा पहले भी हो चुका है. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 6 मौकों पर खिलाड़ी टाइम आउट हो चुके हैं. इसमें भारत के हेमूलाल यादव भी शामिल हैं.
फर्स्ट क्लास में टाइम आउट होने वाले बल्लेबाज:
– एंड्रयू जॉर्डन, ईस्टर्न प्रोविस बनाम ट्रांसवाल- पोर्टएलिजाबेथ 1987-88
– हेमूलाल यादव, त्रिपुरा बनाम ओडिशा- कटक 1997
– वीसी ड्रेक्स, बॉर्डर बनाम फ्री स्टेट- ईस्ट लंदन 2002
– एजे हैरिस, नॉटिंघमशायर बनाम डरहम- नॉटिंघम 2003
– रयान ऑस्टिन, विंडवर्ड आइलैंड बनाम कम्बाइंड कैम्पस एंड कॉलेज- सेंट विंसेंट 2013-14
– चार्ल्स कुंजे, माटाबेलेलैंड टस्कर्स बनाम माउंटेनियर्स- बुलावायो 2017
भारत में दूसरी बार हुआ टाइम आउट का मामला
भारतीय जमीन पर टाइम आउट का यह मामला दूसरी बार सामने आया है. इससे पहले फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 20 दिसंबर 1997 को रणजी ट्रॉफी मैच के दौरान कटक में ओडिशा के खिलाफ त्रिपुरा के हेमूलाल यादव को 'टाइम आउट' दिया गया था. दरअसल, 9वां विकेट गिरने के बाद 11वें नंबर आए हेमूलाल यादव किसी अज्ञात कारण से अपने पैड के साथ नहीं उतरे थे.
शाकिब की खेल भावना पर उठे सवाल
शाकिब के अपील वापस नहीं लेने से हालांकि क्रिकेट भावना को लेकर सवाल भी उठे हैं. इससे पहले 2006-07 में न्यूलैंड्स में एक टेस्ट के दौरान दक्षिण अफ्रीका के तत्कालीन कप्तान ग्रीम स्मिथ ने महान बल्लेबाज सौरव गांगुली के खिलाफ ‘टाइम आउट’ की अपील नहीं की थी, जबकि वह क्रीज पर देर से पहुंचे थे.