4 देश, 24 प्रदेश की रामलीला और 21 लाख दीप…भव्य होगा अयोध्या का दीपोत्सव
अयोध्या
रामनगरी में दीपोत्सव की तैयारियां शुरू हो गयी हैं। योगी सरकार के सातवें दीपोत्सव को ऐतिहासिक बनाने की योजना है। इस बार 21 लाख दीप जलाकर नया विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है। वहीं इस बार घर बैठे लोग वर्चुअल रूप से दीपोत्सव से जुड़ सकेंगे। यह निर्णय राममंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र के पत्र के बाद लिया गया है।
प्रदेश के प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम ने अयोध्या के अधिकारियों के साथ एक वर्चुअल बैठक की। बैठक में अयोध्या मंडलायुक्त गौरव दयाल, डीएम नीतीश कुमार व क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी आरपी यादव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रमुख सचिव से जुड़े। वर्चुअल बैठक में राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा की ओर से प्रमुख सचिव पर्यटन को लिखे गए पत्र पर चर्चा की गई। जिसमें सातवां दीपोत्सव वर्चुअल मनाने के लिए कहा गया था।
अयोध्या में दीपोत्सव इस बार कई मायनों में खास होने जा रहा है. वैसे तो 2017 से यहां हर साल दीपोत्सव पर एक नया कीर्तिमान बन रहा है. मगर, रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा से पहले होने वाले इस बार के दीपोत्सव को लेकर योगी सरकार बेहद खास तैयारियों कर रही है. इस बार 21 लाख दीपों से अवधपुरी जगमग होगी. इसके साथ ही फिर विश्व कीर्तिमान बनेगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्च स्तरीय बैठक की. इसमें उन्होंने दीपोत्सव, हनुमान जयंती, दीपावली, छठ पूजा, देवोत्थान एकादशी, देव दीपावली आदि पर्वों के लिए दिशा-निर्देश दिए हैं. उनका सख्त निर्देश है कि शांति, सुरक्षा और सौहार्द के साथ त्योहार मनाया जाए. अराजक तत्वों के साथ कोई नरमी न बरती जाए. कहा है कि दीपोत्सव उल्लास का अवसर है. इसलिए लोगों की भावनाओं का ध्यान रखते हुए पुलिस काम करे. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हों. गलती की कोई गुंजाइश नहीं है.
'दीपोत्सव हमारी सनातन परंपरा का अभिन्न हिस्सा'
उन्होंने कहा कि दीपोत्सव हमारी सनातन परंपरा का अभिन्न हिस्सा है. यह मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण जी के 14 वर्ष के वन प्रवास के बाद अयोध्या लौटने की पावन स्मृति स्वरूप है. अयोध्या दीपोत्सव में भगवान श्रीराम की अयोध्या वापसी, भरत मिलाप, श्रीराम राज्याभिषेक आदि प्रसंगों का प्रतीकात्मक चित्रण भी होगा. सरयू नदी की आरती भी उतारी जाएगी.
'4 देशों और 24 प्रदेशों की रामलीलाओं का मंचन'
सीएम ने कहा कि 4 देशों और 24 प्रदेशों की रामलीलाओं का मंचन होगा. इस आयोजन पर पूरी दुनिया की नजर है. इसलिए इसकी भव्यता में कोई कमी न हो. अयोध्या जिले में जगह-जगह पर समारोह का सीधा प्रसारण किया जाना चाहिए. मुख्य समारोह होने के बाद लोग आसानी से अपने गंतव्य तक पहुंच सकें, इसके लिए प्लानिंग कर ली जाए. भगदड़ की स्थिति न बने. इसके लिए पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की जानी चाहिए.
23 से 26 नवंबर तक काशी में गंगा महोत्सव
सीएम योगी ने आगे कहा कि 23 से 26 नवंबर तक काशी में गंगा महोत्सव और 27 को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर देव दीपावली का भव्य आयोजन होगा. इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे. देव दीपावली पर इस साल भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है. इस साल 11 लाख दीप प्रज्ज्वलित करने की तैयारी करें.
वहीं देव दीपावली और छठ के अवसर पर नदी घाटों पर भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा व्यवस्था विशेषकर महिला सुरक्षा, अग्निशमन के पुख्ता इंतजाम करें. साथ ही आपातकालीन हेल्प डेस्क बनाएं. 11 नवंबर को हनुमान जयंती है. ऐसे में काशी संकटमोचन और अयोध्या हनुमानगढ़ी पर साज-सज्जा हो.
संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती
सीएम ने कहा कि पटाखों की दुकानें आबादी से दूर हों. इस मामले में लाइसेंस जारी करने में अनावश्यक देर न हो. हर जगह फायर टेंडर के पर्याप्त इंतजाम हों. माहौल खराब करने की कोशिश करने वालों के साथ पुलिस कठोरता से निपटे. हर शहर में सुचारू ट्रैफिक का प्लान बनाएं और संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती हो.
मिलावटखोरी कतई स्वीकार नहीं होगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि खान-पान की चीजों में मिलावटखोरी कतई स्वीकार नहीं होगी. इसके साथ ही उन्होंने उज्ज्वला के लाभार्थियों को दीपावली पर निःशुल्क रसोई गैस सिलेंडर उपहार के रूप में देने की बात कही. सीएम ने कहा कि अयोध्या दीपोत्सव का कार्यक्रम अपनी भव्यता के लिए पूरी दुनिया में पहचान बना रहा है. समारोह की गरिमा का पूरा ध्यान रखते हुए सभी तैयारियां की जानी चाहिए.
दीपोत्सव पर इस तरह बने रिकॉर्ड
वर्ष- दीप संख्या
2017- 18,7213
2018- 30,1152
2019- 40,4026
2020-60,6569
2021-94,1551
2022-15,76,995
एप के जरिए जुड़ सकेंगे लोग
पर्यटन अधिकारी आरपी यादव ने बताया कि एक एप बनाया जाएगा जिससे लोगों को आसानी से जोड़ा जाएगा। जो लोग एप के माध्यम से दीपोत्सव कार्यक्रम से जुड़ेंगे उनको एक प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। दीप जलाने के बाद जो लोग दीये लेना चाहें उस दीये का शुल्क 11 व 21 रुपये रखा जाएगा। जो लोग ऑनलाइन पेमेंट करेंगे उनको दीये के साथ प्रसाद भी दिया जाएगा।