कॉम्प्रोमाइज करने की शर्त पर ऑफर हुई बड़ी फिल्म, लगा ऐसा सदमा, एक्ट्रेस ने छोड़ दी इंडस्ट्री
मुंबई
एक्ट्रेस, मॉडल और फॉर्मर मिसेज इंडिया अदिति गोवित्रिकर भले अपनी मॉडलिंग करियर में सक्सेसफुल रही हैं लेकिन बॉलीवुड की फिल्मों में उनकी सक्रियता बहुत कम देखने को मिलती है. हालांकि इसके पीछे का कारण जो हमसे अदिति शेयर करती हैं, वो थोड़ा डिस्टर्बिंग है. इस मुलाकात में अदिति ने हमसे इसी कारण का खुलासा किया है.
मॉडलिंग करियर के साथ-साथ जब अदिति बॉलीवुड में अपनी किस्मत आजमा रही थीं, तो उस दौरान उन्हें कई तरह के चैलेंजेस का सामना करना पड़ता था. अपनी दिक्कतों पर बात करते हुए अदिति कहती हैं, 'मेरे साथ एक अच्छी बात यह थी कि मैं कभी एक्ट्रेस या मॉडल बनना नहीं चाहती थी. मैंने हमेशा डॉक्टर बनने का ही सपना देखा है. मैं अपने करियर को लेकर फोकस भी थी. इस बीच ग्लैडरैग्स में ऐसे ही पार्टिसिपेट किया था. हां, उसकी वजह से एक साल के लिए मैंने मेडिकल से ब्रेक लिया था. मैं इस इंडस्ट्री में काम करने को लेकर मजबूर नहीं थी कि चाहे कुछ भी हो जाए मुझे यहां टिके रहना है. ऐसा कुछ प्रेशर कभी लिया नहीं था. मैं यहां किसी खुश करने तो आई नहीं थी, अगर कोई मुझसे ढंग से बात नहीं करता था, तो मैं फौरन वहां से हट जाती थी.
कास्टिंग काउच की वजह से की हैं कम फिल्में
अदिति आगे कहती हैं, वहीं मॉडलिंग मेरा प्राथमिकता थी. मैंने अपने करियर का एक लंबा वक्त इसी फील्ड को दिया है. यहां की खासियत यही थी कि यहां मर्दों की तुलना में लड़कियों का वर्चस्व ज्यादा था. मैं गर्व से यह बात कह सकती हूं कि गर्ल यहां रूल करती हैं. इस फील्ड में महिलाओं का डॉमिनेशन रहा है. हां, बॉलीवुड में मेरे लिए राहें उतनी आसान नहीं थी. मैं वहां सहज नहीं हो पा रही थी. कारण भी यही है कि आप देखें, तो मैंने अपने इतने लंबे फिल्मी करियर में चुनिंदा फिल्में ही की हैं. मैं जब फिल्मों में अपनी किस्मत आजमा रही थी, तो उसी वक्त मुझे कास्टिंग काउच जैसी चीजों का सामना करना पड़ा था. चूंकि मेरे पास ऑप्शन बहुत सारे थे, इसलिए मैंने खुद को फिल्मों से दरकिनार कर लिया था. '
तो शायद ए लिस्टर एक्ट्रेस होती..
अदिती आगे कहती हैं, हालांकि उस हादसे ने मेरे अंदर एक डर पैदा कर दिया था. बहुत बड़ी फिल्म का ऑफर था, अगर मैं कॉम्प्रोमाइज कर लेती, तो शायद आज ए लिस्टर एक्ट्रेस होती. उस हादसे ने मुझे ट्रॉमेटाइज कर दिया था. मुझे उस ऑफर को ठुकराने का कोई मलाल नहीं है. मैं अपनी चॉइसेस से खुश हूं और चाहती हूं कि लड़कियां अपनी शर्तों पर काम करें.