पुराने प्राथमिक शाला के छत पर तिरपाल ढककर चल रहे कक्षायें *
प्रस्ताव भेजने के बाद भी नही मिली भवन की स्वीकृति
गरियाबंद –गरियाबंद जिला के मैनपुर विकासखण्ड के बजाडी में हाईस्कुल संचालित करने की स्वीकृति वर्ष 2017को मिली और इसी वर्ष के शिक्षा सत्र से हाईस्कुल प्राथमिक शाला के पुराने भवन में संचालित की गयी तब से अब तक स्कुल प्रबंधन प्रशासन स्तर पर कई बार नवीन भवन के लिये उच्च कार्यालय प्रस्ताव भेजे पर भवन की स्वीकृति नही मिली।यहाँ तक की स्थानीय जनप्रतिनिधियो ने हाईस्कुल के लिये नवीन भवन की मांग विधायक से लेकर कलेक्टर तक के की यहाँ भी इनके माँगो को अनदेखी कर दी गयी।
*छत से पानी टपक रहा इसलिये तिरपाल का सहारा* भवन को बने दस से पन्द्रह साल हो गये पहले इस भवन में फोकट पारा का प्राथमिक स्कुल संचालित हो रहा था दर्ज संख्या कम होने के कारण प्राथमिक शाला बंद कर दिया गया फिर 2017 में हाईस्कुल की स्थापना हुई ।शासन हाईस्कुल तो खोल दी पर इस के लिये भवन की स्वीकृति नही दी।
फिलहाल हाईस्कुल पुराने जर्जर भवन में संचालित होने के कारण छत से पानी टपकता है इसलिये स्कुल प्रबंधन ने तिरपाल को ढक रखा है। *स्टाप की भी है कभी दो शिक्षक के भरोसे दो कक्षा* हाईस्कुल बजाडी में नवमी और दसवीं की दो कक्षाये संचालित होती है जिसमें गणित ,विज्ञान ,अंग्रेजी, सामाजिक विज्ञान, सहित पांच विषयो के लिये पाँच शिक्षक और दो लिपिक होने चाहिए पर जब से स्कुल संचालित है तब से प्राचार्य ईश्वर सिंह चौहान और एक व्याख्याता लोकेश्वरी साहू और एक सहायक ग्रेड 02लिपीक नेहरू प्रसाद तिवारी पदस्थ है बाकि के पद चार वर्षो से रिक्त हैं।
शैक्षणिक संचालन में हो रही परेशानी के कारण शाला प्रबंधन विकास समिति ने गगनेश्वर साहू के अतिथि शिक्षक के रूप में नियुक्त किया गया है। प्राचार्य को आये दिन शासकीय और स्कुली कार्यो के बाहर रहना पडता है ऐसे स्थिति में एक व्याख्ता और एक अतिथि शिक्षक के भरोसे स्कुल चल रहा है। *ना अधिकारी का संज्ञान ना जनप्रतिनिधि दे रहे है ध्यान* स्कुल निरीक्षण करने ब्लाक स्तरीय अधिकारी के अलावा स्थानीय जनप्रतिनिधि आते तो है जब छात्र पालक और ग्रामीण इस समस्या से अधिकारी और जनप्रतिनिधि को अवगत कराते है तब भी संज्ञान नही ले रहे है। हाँलाकि कोरोना संक्रमण के कारण पिछले शिक्षा सत्र में स्कुली शैक्षणिक कार्य बंद रहे और अब जब स्कुल में पढाई शुरू कर दी गयी तो समस्या जस का स बना हुआ है।
*भवन शिक्षक के लिये ग्रामीण देंगे धरना* भवन की स्वीकृति को लेकर बीते सप्ताह शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष पारेश्वर सोरी ने सीएम से मुलाकात कर माँग रखी है। वर्तमान सरपंच वरूण सोरी और शाला प्रबंधन समिति के सदस्य यशवंत सेन सहित कई ग्रामीणो का कहना है भवन के लिये सभी जगह गुहार लगाने के बाद भी स्वीकृति नही मिला। ग्रामीण भवन स्वीकृत नही होने को लेकर आक्रोश में है और बहाले बुनीलु मुशरी तमर पाखे दुबे मोर मन थीला उबुदुबु हेला मन रे मोर धन बहाले बुनीलु मुसरी ब्लाक अधिकारी के समक्ष धरने की बात कह रहे है।