राज्य स्थापना के नाम पर बीजेपी ने खेला ‘अटल कार्ड’
रायपुर.
छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस के मौके पर बीजेपी ने इमोशनल कार्ड चला है। बीजेपी ने राज्य के प्रमुख अखबारों में एक विज्ञापन जारी किया है। इस विज्ञापन के जरिए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी को याद किया गया है। दरअसल इस विज्ञापन के माध्यम से बीजेपी ने एक तीर से दो शिकार करने की कोशिश की है। बीजेपी मतदाताओं के दिमाग में इस फैक्ट को लाना चाहती थी कि राज्य का निर्माण बीजेपी के शासन काल में हुआ है। बीजेपी के प्रयासों से ही यह राज्य बन पाया है। राज्य को बनाने और उसे संवारने दोनों में ही बीजेपी की दिलचस्पी भी है और योगदान भी।
राज्य स्थापना पर क्रेडिट लेने के साथ-साथ बीजेपी राज्य में अटल बिहारी बाजपेयी को भी रिकॉल करना चाहती है। छत्तीसगढ़ में अटल जी को पसंद करने वाले लोग बड़ी संख्या में हैं। यह विज्ञापन उनको कनेक्ट करने में मदद करेगा। इस विज्ञापन का दूसरा मकसद ऊंची जातियों की गोलबंदी भी है। राज्य के शहरी क्षेत्रों में ऊंची जातियों की संख्या चुनाव को प्रभावित करने वाली है। बीते विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को अच्छी संख्या में शहरी सीटें भी मिली थीं। बीजेपी उसी में सेध लगाने की कोशिश कर रही है।
अटल की इमेज को रिकॉल करने की कोशिश
राजनीतिक चिंतक और पत्रकार रवि भोई कहते हैं कि दरअसल बीजेपी अटल बिहारी बाजपेई की इमेज को रिकॉल करना चाहती है। बीजेपी के पोस्टरों से बाजपेयी जी तस्वीर तो हट चुकी है लेकिन इस मामले में लोग अभी भी बाजेपयी जी से कनेक्ट कर ले रहे हैं। छत्तीसगढ़ के एक बड़े वर्ग में अटल बिहारी बाजपेयी लोकप्रिय नेता रहे हैं। अचानक से अटल जी को याद करने के पीछे कोशिश यही है कि अटल जी की इमेज के साथ उस वर्ग को जोड़ा जाए तो पिछले चुनाव में बीजेपी से अलग हो गया था। इसमें विशेषकर शहरी मतदाता ही हैं। राज्य के लिए क्रेडिट लेना तो एक प्रमुख मकसद है ही।
23 साल का हुआ राज्य
एक नवंबर से छत्तीसगढ़ राज्य 23 बरस का हो गया है। इस बार 24वां स्थापना दिवस मनाया जा रहा है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 3 के तहत 1 नवंबर, 2000 को छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना हुई थी। छत्तीसगढ़ देश का 26वां राज्य बना था। छत्तीसगढ़ का निर्माण मध्यप्रदेश के तीन संभाग रायपुर, बिलासपुर और बस्तर के 16 जिलों, 96 तहसीलों और 146 विकासखंडों से किया गया था। उस समय केंद्र में राजग की सरकार थी जिसके मुखिया अटल बिहारी बाजपेयी थे। इस क्षेत्र की विधानसभा सीटों की संख्या का अनुपात देखते हुए कांग्रेस को मुख्यमंत्री पद मिला था। अजीत जोगी छत्तीसगढ़ राज्य के पहले मुख्यमंत्री बने थे।