होरा पीछे हटे, कुकरेजा डटे हैं..लेकिन कब तक
रायपुर
आखिरकार धमतरी से चुनाव नहीं लडने का ऐलान कांग्रेस नेता व धमतरी के पूर्व विधायक गुरुमुख सिंह होरा ने कर दिया उन्होंने नामांकन दाखिल नहीं किया। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उन्हे मना लिया। होरा ने कहा कि पार्टी का फैसला शिरोधार्य है,वे अनुशासित सिपाही है कांग्रेस पार्टी के,कार्यकतार्ओं की भावनाओं और धमतरी विधानसभा की जनता के साथ हमेशा खड़े रहेंगे। आगे पार्टी से जो भी निर्देश मिलेगा पालन करेंगे.आज उन्होने मीडिया से बात भी की।
बता दें कि इससे पहले उन्होंने कांग्रेस पार्टी से टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनाव लडने का निर्णय लिया था. आज प्रेसवार्ता लेते हुए पूर्व विधायक होरा ने कहा कि प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा और विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत से मुलाकात के बाद उन्होंने चुनाव नहीं लडने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा, पार्टी में गुटबाजी के शिकार नहीं होते हैं और होते भी हैं तो थोड़ी तकलीफ होती है, उस तकलीफ को सहना भी चाहिए. डा.चरणदास मंहत मेरे वरिष्ठ है उनका सहयोग और प्रेम बना हुआ है, उन्हीं की समझाइश है कि हमें चुनाव नहीं लडना चाहिए यहां बताना जरूरी होगा कि महंत व सिंहदेव ने पूरा दबाव बनाया था होरा की टिकट के लिए पर नहीं मिल पायी।
रायपुर उत्तर सीट से कांग्रेस टिकट के दावेदार रहे पार्षद अजीत कुकरेजा ने बगावत कर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरने का ऐलान किया है. उन्होंने सैकड़ों समर्थकों के साथ नामांकन दाखिल कर दिया. उनके साथ पिता प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री आनंद कुकरेजा भी थे. हालांकि नाम वापसी की अंतिम तिथि तीन नवंबर है, तब तक देखना होगा कि अजीत अपने फैसले पर कितना टिके रहते हैं.