लंदन मेयर सादिक खान की फिर से ‘अमर अकबर एंथनी’ बनाए जाने की मांग

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लंदन

लंदन के मेयर सादिक खान ने कहा है कि ब्रिटेन में इस समय शीर्ष तीन नेताओं का मजहब उनको बॉलीवुड फिल्म 'अमर अकबर एंथनी' की याद दिलाता है। जिस तरह फिल्म में एक ही माता-पिता के बच्चे तीन अलग धर्म में चले गए थे। इसी तरह ब्रिटेन के शीर्ष नेता भी अलग धर्म से हैं और अपने देश के लिए काम कर रहे हैं। ये बात कहते हुए दो बार से लंदन के मेयर और अपने तीसरे कार्यकाल के लिए तैयारी कर रहे सादिक ने यूके में अमर अकबर एंथनी बनाए जाने की मांग की है।

सादिक ने कहा, ब्रिटेन और लंदन के लोगों को लिए बॉलीवुड कोई बहुत नया नहीं है। यहां के लोग बॉलीवुड के सितारों को पहचानते हैं। इस समय मेरे पास बॉलीवुड के लिए एक ऑफर है। बॉलीवुड के लोग यूके में फिल्म 'अमर अकबर एंथनी' को दोबारा बनाएं। इस फिल्म के किरदारों के अलग-अलग मजहब की तरह हमारे पास एक ईसाई राजा लिंग चार्ल्स III हैं। हमारे प्रधानमंत्री ऋषि सनक हिन्दू हैं और लंदन का मेयर एक मुसलमान यानी मैं खुद हूं। पाकिस्तानी मील के सादिक खान के माता पिता 1970 में पाकिस्तान से लंदन आकर बसे थे।

मुझे अमिताभ का किरदार निभाने का मिले मौक: सादिक

सादिक खान ने कहा कि अगर मेरा प्रस्ताव बॉलीवुड का कोई फिल्म मेकर मानता है और फिर से ये फिल्म बनती है तो अमिताभ बच्चन का किरदार निभाने का मौका दिया जाए। 1977 में आई अमर अकबर एंथनी में विनोद खन्ना ने अमर नाम के एक हिंदू पुलिस अधिकारी, ऋषि कपूर ने अकबर नाम के मुस्लिम और अमिताभ बच्चन ने एंथनी नाम के ईसाई शख्स का किरदार निभाया था। हालांकि फिल्म के आखिर में पता चलता है कि तीनों एक ही माता-पिता की औलाद हैं।सादिक खान ने कहा कि लंदन बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग और इन्वेस्ट करने के लिए दुनिसा के सबसे शानदार शहरों में है। भारतीय छात्रों, पर्यटकों, निवेशकों और बॉलीवुड फिल्म मेकर्स को यहां आना चाहिए।

सादिक ने कहा कि लंदन के दुनिया का सबसे महान शहर बनने की एक वजह ये भी है कि बड़ी संख्या में भारतीयों ने इसे अपना घर बनाया है। हमारी विविधता हा हमारे लिए बड़ी ताकत है। लंदन एक ऐसी जगह है जहां लोग अपने सपने पूरा कर सकते हैं। मैं इसे लंदन प्रॉमिस कहता हूं। बता दें कि सादिक खान लंबे समये से लेबर पार्टी से जुड़े हैं। वो 15 साल की उम्र में लेबर पार्टी में शामिल हुए थे। 2005 में ससंद सदस्य चुने जाने पर उन्होंने अपना कानूनी करियर छोड़कर पूरी तरह से राजनीति में प्रवेश कर लिया।

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