श्रीलंका ने भारत को दी वीजा मुक्त प्रस्ताव को मंजूरी
नईदिल्ली
जो भारतीय श्रीलंका जाने का मन बना रहे हैं उनके लिए खुशखबरी है. श्रीलंका जाने के लिए अब वीजा नहीं लेना पड़ेगा. श्रीलंका सरकार ने सात देशों को मुफ्त वीजा देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. इस कदम का उद्देश्य श्रीलंका में ज्यादा पर्यटकों को आकर्षित करना है. इसकी मदद से वहां के पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सकेगा. बता दें, चीन ने जिन 20 देशों में चीनी पर्यटकों की यात्रा की घोषणा की है उनमें श्रीलंका भी शामिल है.
7 देशों के यात्रियों के लिए होगी सुविधा
श्रीलंकाई कैबिनेट ने मंगलवार को सात देशों के यात्रियों को पांच महीने के लिए मुफ्त वीजा देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी. इन देशों में भारत, चीन, रूस, थाईलैंड, मलेशिया, जापान और इंडोनेशिया शामिल हैं. श्रीलंका के विदेश मामलों के मंत्री अली साबरी ने कहा कि 31 मार्च, 2024 तक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में मुफ्त वीजा यात्रा तत्काल प्रभाव से शुरू हो गई है.
एक्स पर दी जानकारी
श्रीलंका के विदेश मामलों के मंत्री अली ने एक्स (जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था) पर एक पोस्ट करते हुए हुए इसकी जानकारी दी. उन्होंने लिखा, “कैबिनेट ने पायलट प्रोजेक्ट के रूप में तत्काल प्रभाव से 31 मार्च तक भारत, चीन, रूस, मलेशिया, जापान, इंडोनेशिया और थाईलैंड को मुफ्त वीजा जारी करने की मंजूरी दे दी है.”
मुफ्त होगा वीजा
बता दें ये मंजूरी श्रीलंकाई पर्यटन मंत्रालय द्वारा यह कहे जाने के लगभग एक सप्ताह बाद आया है कि उसने पिछली कैबिनेट बैठक के दौरान एक कैबिनेट पेपर प्रस्तुत किया था. इस पेपर में पांच देशों के विदेशियों को मुफ्त पर्यटक वीजा जारी करने का प्रस्ताव दिया गया है.
पर्यटकों की संख्या बढ़ाने का है लक्ष्य
फ्री टूरिस्ट वीजा के अलावा, मंत्रिमंडल ने निकट भविष्य में श्रीलंका के ज्यादातर पर्यटक स्थलों के लिए ई-टिकटिंग सिस्टम का भी प्रस्ताव रखा है. इस कदम का उद्देश्य ज्यादा पर्यटकों को आकर्षित करना है. बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, श्रीलंकाई मीडिया आउटलेट्स में मंत्रालय के हवाले से कहा गया है, “हम आने वाले सालों में पर्यटकों की संख्या बढ़कर 50 लाख तक पहुंचने की उम्मीद कर रहे हैं.”
बयान में कहा गया है कि फ्री वीजा और ई-टिकटिंग सिस्टम से वीजा लेने में होने वाले खर्च और समय की बचत होगी. बता दें, चीन ने जिन 20 देशों में चीनी पर्यटकों की यात्रा की घोषणा की है उनमें श्रीलंका भी शामिल है. समाचार एजेंसी एएनआई को दिए अपने इंटरव्यू में अली साबरी ने कहा था कि श्रीलंका भारत के साथ अपने संबंधों को और भी अच्छे बनाने पर काम कर रहा है.