डॉ रमन सिंह के कार्यकाल के दौरान हुआ शौचालयो के पैसो का गबन: देवांगन

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राजनांदगांव

राजनांदगांव विधानसभा के कांग्रेस प्रत्याशी गिरीश देवांगन बजरंगपुर नवागांव, बापुटोला, मोतीपुर, रामनगर, भंवरमरा, महाराजपुर, भोथीपर नया पुराना में धुंआधार जनसंपर्क करते हुए जनता से चर्चा के दौरान कहा कि छत्तीसगढ़ में 15 वर्षीय डॉ रमन सिंह के कुशासित कार्यकाल में किसानों, युवाओं, महिलाओं के साथ जिस प्रकार से अत्याचार और अन्याय किए उसे जनता देखी है और अत्याचार की पराकाष्ठा तो तब हो गई थी जब डॉ रमन सिंह अपने स्वयं के विधानसभा सहित जिले के स्वच्छ भारत मिशन के हितग्राहियों को शौचालय की राशि 12 हजार मिलने थे उसे योजना के विपरीत जनता को ना दिलवा कर उस राशि का सीधा गबन करने का काम अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान किया यहां तक जनता को राशि ना दिलवा कर सरपंचों को भी अपने इस साजिश का हिस्सा बना कर सरपंचों को भ्रष्टचारी कहलवाकर पंचायती राज व्यवस्था को बदनाम करने का काम किया है।

श्री देवांगन ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन योजना के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालय के लिए 12 हजार रु प्रत्येक हितग्राहियों को बैंक खाते के माध्यम से प्रदान किया जाना था और इस योजना का प्रचार प्रसार रमन सिंह के कार्यकाल में सरकारी पुस्तक में भी प्रकाशित कर लोक सुराज अभियान के अंतर्गत वितरित किया गया था जिसमें 10 हजार रु का अनुदान और 2 हजार रु पानी टंकी के नाम से दिए जाने का प्रावधान था हितग्राही अपने घर में शौचालय का निर्माण करेगा तो उसे 6 हजार रु प्रथम किश्त और उसके बाद उसे शौचालय की उपयोग होने पर शेष 6 हजार रु प्रदान किए जाने का प्रावधान था यह केंद्रीय नियम होने के बाद भी डॉ रमन सिंह अपने ही जिले सहित अपने विधानसभा के जनता को राशि से वंचित कराया सबसे दुर्भाग्य जनक पहलू यह है कि डॉ रमन सिंह के गोद ग्राम सुरगी सहित विधानसभा क्षेत्र के अनेकों ग्रामों के हितग्राहियों को शौचालय नहीं बनाए जाने पर राशन कार्ड निरस्त की और सरकारी योजनाओं से वंचित करने का भी घिनौना खेल खेला था हितग्राही मूलक योजना को भ्रष्टाचार का माध्यम बनाने वाले रमन सिंह को सबक सिखाने का अवसर आया है।

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